2026 में IPO बाजार में बड़ा धमाका, ₹1300 करोड़ का इश्यू; कोल इंडिया की सब्सिडियरी BCCL में मिलेगा मौका

कोयला अब भी भारत की ऊर्जा जरूरतों का अहम हिस्सा बना हुआ है. सरकार और Coal India दोनों ही अपनी सब्सिडियरी कंपनियों की वैल्यू अनलॉक करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में Bharat Coking Coal का शेयर बाजार में आना निवेशकों के लिए एक बड़ा मौका माना जा रहा है.

Bharat Coking Coal IPO Image Credit: Money 9 Live

Bharat Coking Coal IPO: भारत का कोयला सेक्टर एक बार फिर सुर्खियों में है. साल 2026 की शुरुआत में शेयर बाजार में एक बड़ा सरकारी नाम दस्तक देने की तैयारी में है. Coal India की पूरी तरीके से स्वामित्व वाली कंपनी Bharat Coking Coal (BCCL) अगले दो हफ्तों में अपना IPO ला सकती है. अगर ऐसा होता है, तो यह नए साल का पहला बड़ा PSU इश्यू हो सकता है. यह IPO ऐसे समय पर आ रहा है जब देश में स्टील, पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग तेज है.

कोयला अब भी भारत की ऊर्जा जरूरतों का अहम हिस्सा बना हुआ है. सरकार और Coal India दोनों ही अपनी सब्सिडियरी कंपनियों की वैल्यू अनलॉक करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में Bharat Coking Coal का शेयर बाजार में आना निवेशकों के लिए एक बड़ा मौका माना जा रहा है, खासकर उन लोगों के लिए जो मजबूत सरकारी कंपनियों में लंबी अवधि का निवेश पसंद करते हैं.

IPO का साइज और स्ट्रक्चर

Bharat Coking Coal का IPO करीब 1300 करोड़ रुपये का हो सकता है. यह पूरी तरह Offer For Sale (OFS) होगा. यानी इसमें कोई नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा. Coal India अपनी करीब 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी, जो लगभग 46.57 करोड़ शेयरों के बराबर है. इस IPO से मिलने वाला पूरा पैसा Coal India को जाएगा, कंपनी के पास नहीं.

वैल्यूएशन और मैनेजर्स

इस इश्यू के जरिए Bharat Coking Coal की अनुमानित वैल्यू करीब ₹13,000 करोड़ मानी जा रही है. प्राइस बैंड, लॉट साइज और अन्य डिटेल्स लॉन्च के करीब तय होंगी. इस IPO के बुक रनिंग लीड मैनेजर ICICI Securities और IDBI Capital Markets and Securities होंगे, जबकि रजिस्ट्रार की भूमिका KFin Technologies निभाएगा. Sebi पहले ही सितंबर में DRHP को मंजूरी दे चुका है.

कंपनी क्या करती है

Bharat Coking Coal भारत की सबसे अहम कोकिंग कोल प्रोडक्शन कंपनियों में से एक है. कोकिंग कोल का इस्तेमाल मुख्य रूप से स्टील बनाने में होता है. इसके अलावा कंपनी नॉन-कोकिंग कोल और वॉश्ड कोल भी बनाती है, जो पावर सेक्टर में काम आता है. कंपनी की खदानें मुख्य रूप से Jharkhand के झरिया और West Bengal के रानीगंज कोयला क्षेत्रों में हैं.

प्रोडक्शन और ग्रोथ

पिछले कुछ सालों में कंपनी का प्रोडक्शन लगातार बढ़ा है-

  • FY22 में प्रोडक्शन: 30.51 मिलियन टन
  • FY25 में प्रोडक्शन: 40.50 मिलियन टन

तीन साल में करीब 33% की बढ़त दर्ज की गई. FY24 में कंपनी ने अपने अब तक के सबसे ऊंचे प्रोडक्शन लेवल को छुआ.

फाइनेंशियल स्थिति

मार्च 2025 तक कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू करीब 14000 करोड़ रुपये रहा. साल का मुनाफा 1240 करोड़ रुपये था. सबसे बड़ी बात यह है कि Bharat Coking Coal पूरी तरह कर्ज मुक्त है. कंपनी की नेटवर्थ दो साल में बढ़कर 6551 करोड़ रुपये हो गई. Coal India देश के कुल घरेलू कोयला प्रोडक्शन का 80 फीसदी से ज्यादा हिस्सा करती है. यह सात कोल प्रोड्यूसिंग सब्सिडियरी के जरिए काम करती है. Bharat Coking Coal का IPO इसी रणनीति का हिस्सा है, जिससे सब्सिडियरी की वैल्यू सामने लाई जा सके.

सेक्टर में क्या चल रहा है

Coal India कोयला गैसीफिकेशन, पिटहेड पावर प्लांट और विदेशी खनिज प्रोजेक्ट्स पर भी काम कर रही है. ओडिशा में 1600 MW का पावर प्रोजेक्ट और Damodar Valley Corporation के साथ जॉइंट वेंचर भी इसी दिशा में कदम हैं. इन सभी बदलावों के बीच, Bharat Coking Coal का IPO 2026 की सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली लिस्टिंग में से एक हो सकता है.

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डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.