IPO Alert : इस होटल कंपनी ने 900 करोड़ जुटाने को फाइल किया DRHP, सेबी की मंजूरी का इंतजार

दक्षिण भारतीय राज्यों में अच्छा खासा नाम बना चुकी ब्रिगेड होटल वेंचर्स कंपनी बाजार से 900 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. कंपनी ने इसके लिए अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट (DRHP) बाजार नियामक सेबी की मंजूरी के लिए पेश किया है.

आने वाले हैं इन कंपनियों के आईपीओ Image Credit: traffic_analyzer/DigitalVision Vectors/Getty Images

ब्रिगेड होटल वेंचर्स ने 2004 में बंगलुरु में ग्रैंड मर्क्योर के साथ आतिथ्य क्षेत्र में कदम रखा. फिलहाल, कंपनी के बेंगलुरु के अलावा चेन्नई, कोच्चि, मैसूर और गिफ्ट सिटी जैसे प्रमुख स्थानों में 9 होटलों संचालित हो रहे हैं. कंपनी के सभी होटलों की सामूहिक रूप से 1,604 कमरे की क्षमता है. फिलहाल, कंपनी बाजार से 900 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. आईपीओ के लिए जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है.

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को पेश किए गए डीआरएचपी के मुताबिक कंपनी के आईपीओ पूरी तरफ फ्रेश इश्यू पर आधारित होगा. आईपीओ से मिलने वाली रकम में से 481 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा, जबकि 412 करोड़ रुपये कंपनी खुद रखेगी और 69 करोड़ रुपये अपनी सब्सिडयरी कंपनी एसआरपी प्रोसपेरिटा होटल वेंचर्स लिमिटेड को आवंटित करेगी. इसके अलावा 107.52 करोड़ रुपये बीईएल से जमीन खरीदने में खर्च किए जाएंगे.

प्रस्तावित आईपीओ में फ्रेश इश्यू के तौर पर जारी किए जाने वाले शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर रखी गई है. आईपीओ के बाद भी कंपनी का पूरा नियंत्रण प्रमोटर्स के पास रहेगा, क्योंकि प्रमोटर्स के पास फिलहाल कंपनी की 100% इक्विटी है.

पांच नए होटल बनाने का है प्लान

कंपनी वैश्विक आतिथ्य कंपनियों के साथ पांच नए होटल विकसित करने की तैयारी में है. इसके अलावा भारत के बाहर भी विस्तार की योजनाएं हैं. कंपनी ने एक वक्तव्य में कहा कि नए होटलों के विकास के लिए गोवा और दक्षिण में कई जगहों पर जमीन खरीदने पर विचार किया जा रहा है. इसके अलावा चेन्नई में लक्जरी बीच रिसॉर्ट के लिए ग्रैंड हयात ब्रांड के साथ एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं. इसके साथ ही केरल के वैकोम में 14.70 एकड़ जमीन पर एक वेलनेस रिसॉर्ट विकसित करने की योजना बनाई जा रही है. कंपनी के पास करीब आधी जमीन है और जल्द ही बाकी जमीन पर भी कंपनी का स्वामित्व होने की योजना है.