H1 में 120 कंपनियों ने IPO के लिए दाखिल की DRHP, 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी, देखें कौन है कतार में
बाजार में हलचल है, निवेशक सतर्क हैं और वैश्विक अनिश्चितता सिर पर मंडरा रही है. लेकिन फिर भी दर्जनों भारतीय कंपनियां स्टॉक मार्केट में एंट्री की तैयारी में जुटी हैं. इस बार IPO का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार है, पर इसकी असली वजह क्या है? कहानी के कई दिलचस्प पहलू हैं.

Upcoming IPO: कमजोर कमाई के अंदेशे और अमेरिका की व्यापार नीतियों में लगातार बदलते सुरों से भले ही बाजार सहमा हुआ हो, लेकिन IPO मार्केट में कंपनियों का जोश देखते ही बनता है. 2025 की पहली छमाही में 120 कंपनियों ने सेबी में अपना DRHP दाखिल किया, और ये सभी कंपनियां कुल मिलाकर 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में हैं.
क्यों दिखा IPO में इतना उबाल?
इनवेस्टमेंट बैंकर मानते हैं कि इस उछाल की बड़ी वजहें हैं:
- Valuation अभी आकर्षक हैं
- FII निवेशकों की बाजार में वापसी हो रही है
- स्टार्टअप्स और पारंपरिक कंपनियां IPO से कैश जुटाना चाहती हैं
TNIE की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 की पहली छमाही में कंपनियों ने लगभग 1 लाख करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई थी, जबकि इस साल की पहली छमाही में ये आंकड़ा 60 फीसदी बढ़कर 1.6 लाख करोड़ रुपये हो गया.
DRHP तो बढ़ा, लेकिन लॉन्च में दिखी कमी
हालांकि IPO फाइलिंग बढ़ी है, मेनबोर्ड पर आने वाले IPO की संख्या घटी है. 2025 की पहली छमाही में सिर्फ 24 IPO आए, जबकि पिछले साल इसी समय 36 कंपनियों ने लिस्टिंग की थी. मार्च 2025 में तो एक भी IPO नहीं आया, और अप्रैल में केवल एक. हालांकि मई और जून में स्थिति सुधरी और HDB Financial ने 12,500 करोड़ रुपये का सबसे बड़ा IPO लॉन्च किया. कुछ बड़ी फाइलिंग और आगामी आईपीओ में ये नाम शामिल हैं:
- Anthem Biosciences – ₹3,395 करोड़ (अगले सप्ताह)
- Travel Food Services – ₹2,000 करोड़ (अभी बंद हुआ)
- Kalpataru Projects – ₹1,590 करोड़
- Ather Energy – ₹2,984 करोड़
- Schloss Bangalore, Belrise Industries, Oswal Pumps जैसे नाम भी कतार में हैं.
- Tata Capital की संभावित ₹17,500 करोड़ की पेशकश साल की सबसे बड़ी हो सकती है.
यह भी पढ़ें: प्रेमचंद ने ₹22 में शुरू की थी BSE, आज 96000 करोड़ की हैसियत, रोज 5000 से ज्यादा कंपनियों की तय होती है किस्मत
गोपनीय फाइलिंग का नया चलन
इस साल कई कंपनियों ने Sebi की नई “Confidential Filing” व्यवस्था का फायदा उठाया है. इससे कंपनियों को ड्राफ्ट दस्तावेज सार्वजनिक किए बिना IPO की तैयारी करने की छूट मिलती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां प्रतिस्पर्धा बहुत तेज है. IPO का जोश दिखा रहा है कि कंपनियां लंबी रणनीति के तहत बाजार में उतर रही हैं, चाहे वैश्विक माहौल कैसा भी हो.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
Latest Stories

Travel Food IPO को सब्सक्रिप्शन में मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स, GMP में भी दिखा जोश; जानें कितनी हो सकती है लिस्टिंग

IPO Next Week: 1 मेन बोर्ड.. 2 SME IPO, 6 लिस्टिंग; अगले हफ्ते कुछ ऐसा रहेगा IPO का बाजार, यहां देखें पूरी लिस्ट

Anthem Biosciences IPO में पैसा लगाएं या नहीं? SBI सिक्योरिटीज ने दी ये सलाह; जानें- रिस्क फैक्टर
