12 नवंबर को खुलेगा ₹3600 करोड़ का IPO, GMP लुढ़का, क्‍या होगी कमाई, दांव से पहले जान लें ये 4 रिस्‍क

Tenneco Clean Air IPO 12 नवंबर से मार्केट में उतरेगी. कंपनी ₹3,600 करोड़ जुटाने की योजना में है. यह इश्‍यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल पर है. हालांकि इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी GMP लुढ़क गया है, तो क्‍या आईपीओ करा पाएगा कमाई, जानिए डिटेल.

Tenneco Clean Air IPO Details Image Credit: money9live/CanvaAI

Tenneco Clean Air IPO: ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी Tenneco Clean Air, जो Tenneco Inc. की सब्सिडियरी है, इसका आईपीओ 12 नवंबर से खुलने जा रहा है. कंपनी इस इश्यू के ज़रिए ₹3,600 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है. यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) के रूप में होगा. ग्रे मार्केट में इसका प्रदर्शन पहले अच्‍छा था, लेकिन मार्केट में एंट्री से पहले ही इसका GMP लुढ़क गया है. अगर आप भी इसमें दांव लगाने की सोच रहे हैं तो कंपनी से जुड़े रिस्‍क फैक्‍टर्स के बारे में जान लें.

IPO डिटेल्‍स

इस इश्यू में प्रमोटर Tenneco Mauritius Holdings अपने शेयर बेंचेंगे. कंपनी ने अपने शेयरों का प्राइस बैंड ₹378 से ₹397 प्रति शेयर तय किया है. न्यूनतम आवेदन आकार 37 शेयर प्रति लॉट रखा गया है. इश्यू की बोली 12 नवंबर से 14 नवंबर 2025 तक खुली रहेगी. वहीं, कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 19 नवंबर को होगी.

क्‍या कहता है GMP?

इंवेस्‍टरगेन के मुताबिक Tenneco Clean Air IPO का ताज़ा ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ₹50 पर पहुंच गया है, जो 10 नवंबर को 55 रुपये था. ऐसे में इसके ग्रे मार्केट प्रीमियम में गिरावट देखने को मिली. हालांकि अभी भी मौजूदा GMP 12.59% कालिस्टिंग गेन के संकेत दे रहा है. ये अपने प्राइस बैंड ₹397 के मुकाबले ₹447 प्रति शेयर पर लिस्‍ट हो सकता है.

कंपनी से जुड़े रिस्‍क

पेरेंट कंपनी पर निर्भरता

Tenneco Clean Air अपने पेरेंट ग्रुप Tenneco Group पर टेक्‍नोलॉजी नॉलेज, ब्रांड और पेटेंट डिज़ाइन के लाइसेंस, और कुछ कंपोनेंट्स की खरीद के लिए निर्भर है. अगर दोनों कंपनियों के रिश्तों में कोई बदलाव होता है या लाइसेंस एग्रीमेंट खत्म होता है, तो इसका असर कंपनी के प्रदर्शन पर पड़ सकता है.

मंदी कर सकती है प्रभावित

कंपनी की लगभग 81-84% आमदनी भारत के पैसेंजर व्हीकल (PV) और कमर्शियल व्हीकल (CV) सेगमेंट से आती है. इन सेक्टर्स में किसी भी तरह की मंदी या खराब स्थिति कंपनी की कमाई को प्रभावित कर सकती है. साथ ही, कंपनी की 80% से ज्यादा कमाई सिर्फ टॉप 10 ग्राहकों से आती है. अगर इनमें से कोई बड़ा ग्राहक खरीदारी बंद करता है, तो कंपनी के बिजनेस पर बड़ा असर पड़ सकता है.

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रेगुलेटरी असर

कंपनी का बिजनेस काफी हद तक सरकारी इमिशन पॉलिसीज़ पर निर्भर है. जैसे-जैसे भारत और दूसरे देश ज़ीरो-इमिशन टारगेट की ओर बढ़ रहे हैं, नियमों में बदलाव का असर कंपनी की सेल और प्रोडक्शन पर पड़ सकता है.

दूसरों का सहारा

कंपनी अपनी आफ्टरमार्केट सेल्स के लिए Motocare India Pvt. Ltd. पर निर्भर है, जो Tenneco Group की ही एक अन्य कंपनी है. समूह की दूसरी कंपनियों के साथ भी इसके लेन-देन चलते रहते हैं. ऐसे में इसकी बिक्री प्रभावित हो सकती है.

डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.