Vikram Solar IPO Review: ग्रोथ का पावरहाउस बनने की क्षमता! क्या है ब्रोकरेज की राय, कैसा रहा पहला दिन?

Vikram Solar IPO के लिए सब्सक्रिप्शन शुरू हो गया है. इस इश्यू को SBI Securities, ICICI Direct और Geojit ने रिव्यू करते हुए बताया है कि किस तरह के निवेशकों को इसमें पैसा लगाना चाहिए. इसके साथ ही पहले दिन के प्रदर्शन और GMP के आधार आगे क्या संकेत मिल रहे हैं जानते हैं.

विक्रम सोलर आईपीओ Image Credit: money9live/CanvaAI

Vikram Solar IPO Anchor Investors के बाद मंगलवार 19 अगस्त को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. पहले ही दिन इश्यू को निवेशकों से जोरदार प्रतिक्रिया मिली है. तमाम कैटेगरी में मिलाकर इस इश्यू को पहले दिन 1.57 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. इस तरह देश की सबसे बड़ी सोलर फोटोवोल्टाइक (PV) मॉड्यूल निर्माता कंपनियों में शामिल विक्रम सोलर लिमिटेड का आगाज दमदार हुआ है. 315 से 332 रुपये के प्राइस बैंड में ऑफर किए जा रहे शेयरों पर Gray Market Premium भी देखने को मिल रहा है, जो बताता है कि निवेशक इश्यू प्राइस से ऊपर भी इसका शेयर खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं.

वैल्यूएशन और ग्रोथ की संभावना कैसी?

मजबूत ऑर्डर बुक, बैकवर्ड इंटीग्रेशन और बैटरी एनर्जी स्टोरेज में उठाए नए कदमों को देखते हुए निवेशकों में कंपनी के प्रति सकारात्मक माहौल देखने को मिल रहा है. वहीं, तमाम ब्रोकरेज रिपोर्ट में बताया गया है कि आईपीओ की वैल्यूएशन थोड़ी महंगी है. क्योंकि, FY25 की अर्निंग्स के आधार पर P/E 72–85x के बीच है. लेकिन, लंबी अवधि में कंपनी की ग्रोथ की संभावना और सरकार की नीतिगत मदद इसे निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं.

क्या है ब्रोकरेज की राय?

तीन प्रमुख ब्रोकरेज हाउस SBI Securities, ICICI Direct और Giogit Financials ने विक्रम सोलर को लेकर सब्सक्राइब की सलाह दी है.

  • SBI सिक्योरिटीज का मानना है कि FY23 से FY25 के बीच कंपनी का रेवेन्यू, EBITDA और PAT क्रमशः 29%, 63% और 211% CAGR से बढ़ा है. इसके अलावा 20.5 GW तक उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना और सरकार की योजनाओं जैसे पीएम-कुसुम व पीएम सूर्य घर से कंपनी को बड़ा फायदा मिलने की संभावना है. इसलिए निवेशकों को इस इश्यू में कट-ऑफ प्राइस पर सब्सक्राइब करने की सलाह दी गई है.
  • ICICI डायरेक्ट के मुताबिक विक्रम सोलर की सेल्स और मुनाफे में तेज उछाल आया है. FY25 में EBITDA मार्जिन 14.4% और RoCE 29% रहा है. इसके अलावा 10.3 GW की ऑर्डर बुक और तमिलनाडु में 12 GW सोलर सेल व 20.5 GW मॉड्यूल क्षमता विस्तार इसे और मजबूत बनाएगा. ब्रोकरेज ने भी सब्सक्राइब की रेटिंग दी है.
  • Geojit ने कहा कि FY25 में कंपनी का डेब्ट-इक्विटी रेशियो घटकर 0.2 पर आ गया है और ऑर्डर बुक 2.3 गुना क्षमता की है. हालांकि कंपनी की मार्जिन प्रोफाइल अभी पीअर्स से पीछे है, लेकिन बैकवर्ड इंटीग्रेशन और एनर्जी स्टोरेज में एंट्री से स्थिति सुधरेगी. वैल्यूएशन EV/EBITDA आधार पर वाजिब है. इसलिए इसे लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब की सिफारिश दी गई है.

इस तरह ब्रोकरेज के मुताबिक IPO में शेयरों की प्राइसिंग महंगी जरूर है, लेकिन लंबी अवधि में कंपनी की क्षमता विस्तार, बैकवर्ड इंटीग्रेशन और सरकार की नीतिगत मदद इसे मजबूत बना रहे हैं. पहले दिन के औसत प्रदर्शन के बावजूद ब्रोकरेज हाउस का एकमत है कि इसमें लॉन्ग टर्म निवेशक दांव लगा सकते हैं.

कैसा रहा पहले दिन का प्रदर्शन?

विक्रम सोलर IPO के पहले दिन सब्सक्रिप्शन डाटा से साफ होता है कि नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने सबसे ज्यादा रुचि दिखाई. इस कैटेगरी में ऑफर किए गए 97.1 लाख शेयर के मुकाबले 3.73 करोड़ शेयरों की बोली लगी है. इस तरह NII कैटेगरी 3.84 गुना ओवर सब्सक्राइब हुई है. इसके बाद रिटेल निवेशकों (RII) ने भी मजबूत भागीदारी की और उनका हिस्सा 1.36 गुना सब्सक्राइब हुआ है. वहीं एम्प्लोयी कैटेगरी भी पूरी तरह भर गई है. हालांकि, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) का रिस्पॉन्स बेहद कमजोर रहा है. इस कैटेगरी में 1.26 करोड़ शेयर रिजर्व थे, लेकिन महज 2.9 लाख शेयरों के लिए ही बोली लगी है. इस तरह केवल 0.02 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ है. इस तरह पहले दिन कुल मिलाकर IPO को 1.52 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.

DATA: NSE, Visualization: Open AI

किस दिशा में जा रहा GMP?

विक्रम सोलर IPO का GMP पिछले एक हफ्ते में काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है. 11 अगस्त को यह लगभग शून्य पर था. इसके बाद 12 अगस्त को 69 रुपये तक चला गया. जिससे बाजार में मजबूत सेंटीमेंट झलका. इसके बाद 13 से 15 अगस्त तक GMP लगातार 57 से 68 के बीच बना रहा और निवेशकों को 17 से 20% तक अनुमानित लिस्टिंग गेन का संकेत देता रहा. लेकिन, 18 और 19 अगस्त को इसमें गिरावट आई और GMP 54 से घटकर 47 तक फिसल गया. इससे पता चलता है कि ग्रे मार्केट में इस शेयर को लेकर निवेशकों की रुचि कम हुई है. लेकिन, अब भी 14 से 16% का अनुमानित लिस्टिंग प्रीमियम बरकरार है, जो इसे आकर्षक बनाए हुए है.

Data: investorgain, Visualization : Open AI

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.