Parag Parikh फ्लेक्सी कैप फंड: निफ्टी पर भारी, 1 साल में 26% रिटर्न; क्या आगे भी जारी रहेगा तेजी का दौर
Mutual Fund में फ्लेक्सी कैप फंड की अपनी कई खासियतें और फायदे होते हैं. चलिए आपको यहां ऐसे ही एक फ्लेक्सी कैप फंड- पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड के बारे में बताते हैं. इसकी होल्डिंग्स, पिछले 1 साल, 3 और पांच साल का रिटर्न? और क्या आगे भी इसमें तेजी बरकरार रहेगी- यहां जानें रिस्क प्रोफाइल.

Parag Parikh Flexi Cap Fund: म्यूचुअल फंड के निवेशक को सिखाया जाता है कि लार्ज कैप स्मॉल कैप की तुलना में थोड़े कम रिस्की होते हैं लेकिन स्मॉल कैप जब अच्छा करते हैं तो तगड़ा मुनाफा देते हैं. तब लगता है कोई ऐसा फंड चाहिए जो फ्लेक्सिबल हो, जहां मुनाफा ज्यादा हो वहां से रिटर्न मिल जाए. ऐसे में म्यूचुअल फंड आपको फ्लेक्सी कैप फंड का ऑप्शन देते हैं. इन फंड्स की सबसे खास बात यही है कि बाजार की स्थिति जैसी हो, उस हिसाब से फंड मैनेजर बड़ी, मीडियम और छोटी कंपनियों के शेयरों में निवेश की दिशा बदल सकते हैं. इससे उन्हें ऐसे स्टॉक्स से रिटर्न मिल जाता है जहां से ज्यादा रिटर्न की संभावना बनी होती है. चलिए यहां आपको एक फ्लेक्सी कैप फंड के बारे में बताएंगे जो पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड है.
पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड
ये फंड मई 2013 में लॉन्च हुआ था. मई 2025 तक इस फंड के पास 1,03,900 की संपत्ति हो गई थी जो कि इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में सबसे ज्यादा है. इस फंड की कमान राजीव ठक्कर (CIO), रुकुन तराचंदानी और रौनक ओंकार (रिसर्च हेड) के हाथों में है.
- पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड डायरेक्ट ग्रोथ का एक्सपेंस रेशियो 0.63% है.
- रेगुलर प्लान का एक्सपेंस रेशियो 1.28% है.
- लंपसम या SIP के लिए मिनिमम 1000 रुपये का निवेश करना होता है.
- एग्जिट लोड 1% है.
फ्लेक्सी कैप फंड लार्ज, मिड या स्मॉल किसी भी मार्केट कैप में निवेश कर सकता है. ये फंड ज्यादातर बड़ी कंपनियों में ही निवेश करता है. साथ ही, फंड में विदेशी दिग्गज कंपनियों जैसे Meta, Microsoft, Alphabet और Amazon में भी अच्छी हिस्सेदारी होती है.
कैसा परफॉर्म कर रहा फंड
फंड/इंडेक्स | 1 वर्ष (%) | 3 वर्ष (%) | 5 वर्ष (%) |
---|---|---|---|
पराग परिख फ्लेक्सी कैप फंड | 26.33 | 19.27 | 26.96 |
कैटेगरी का औसत | 22.95 | 17.45 | 21.80 |
निफ्टी 500 – TRI | 21.74 | 16.63 | 21.40 |
पिछले 3 सालों में इसने 19.3% और 5 सालों में 27% की CAGR से रिटर्न दिया है. एक साल की अवधि में भी इसकी परफॉर्मेंस शानदार रही है.
कैसा है रिस्क प्रोफाइल
- पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड का स्टैंडर्ड डिविएशन (वोलेटिलिटी) 9.6% है, जो इस कैटेगरी में सबसे कम में से एक है. यह बेंचमार्क 13.79% और कैटेगरी एवरेज 13.97% से काफी नीचे है जो अच्छी स्थिति दर्शाता है.
- इस फंड का शार्प रेशियो 0.49 और Sortino रेशियो 1.10 है, जो इस समय कैटेगरी में सबसे ऊंचे स्तर पर हैं और बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन करते हैं. ये दोनों रेशियो जो जोखिम के हिसाब से रिटर्न को आंकते हैं.
- यह साफ दर्शाता है कि फंड का बड़ा कॉर्पस इसके प्रदर्शन में दिक्कत नहीं बना है, बल्कि इसने बेहतर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न्स दिए हैं.
सोर्स- equitymaster
फंड का पोर्टफोलियो
मई 2025 तक इस फंड में कुल 88 स्टॉक्स थे. इनमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी थी-
- HDFC बैंक (8.1%)
- बजाज होल्डिंग्स (6.9%)
- कोल इंडिया (6%).
- करीब 11% विदेशी शेयरों में निवेश
- एशियन पेंट्स
- डिवी लैब्स
- नेस्को
- NMDC
- REC
- SBI
- टाटा पावर
बैंकिंग और फाइनेंस सबसे बड़ा सेक्टर है, करीब 39% हिस्सा है. इसके बाद IT, ऑटो, पावर, माइनिंग, फार्मा और कंजम्पशन सेक्टर्स हैं.
मई 2025 तक-
- 62.7% लार्ज कैप कंपनियां
- 1.8% मिड कैप कंपनियां
- 2.8% स्मॉल कैप कंपनियां
- 10.9% विदेशी स्टॉक्स
- बाकी कैश, डेब्ट और अन्य में.
कुल मिलाकर…
इस फंड ने कमजोर बाजार स्थितियों में भी अपनी मजबूती साबित की है. इसने लॉन्ग टर्म में स्थिर ग्रोथ देने की क्षमता दिखाई है. इसने वोलैटिलिटी को कंट्रोल रखते हुए बेहतर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न्स दिए हैं.
फंड की खासियत है कि इसका झुकाव बड़े स्टॉक्स की ओर होता है जिससे पोर्टफोलियो में स्थिरता आती है, जबकि मिडकैप, स्मॉलकैप और विदेशी स्टॉक्स में निवेश से डाइवर्सिफिकेशन मिलता है.
डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. सभी योजना से जुड़े दस्तावेज ध्यान से पढ़ें. किसी भी फंड में निवेश से पहले सर्टिफाइड फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें.
Latest Stories

म्यूचुअल फंड में शुरू करना है निवेश तो इस Fund की जान लें ABCD, रिस्क और रिटर्न का है बेस्ट बैलेंस

इन 5 म्यूचुअल फंड ने Nifty, Sensex से भी ज्यादा दिया रिटर्न, हर साल 24% तक का रिटर्न, जानें कहां लगा पैसा

कॉरपोरेट SIP क्या है, जिसमें कंपनी आपकी तरफ से करती है म्यूचुअल फंड में निवेश; जानें फायदे-नुकसान
