PPF, NSC व पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स में पैसे जमा करने वालों को लग सकता है झटका, ब्याज दर में कटौती करेगी सरकार!

पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाओं में पैसा लगाने वालों को झटका लग सकता है. सरकार पीपीएफ और एनएससी जैसी डाकघर की छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर सकती है. यह संभावित कटौती आरबीआई द्वारा रेपो दर में उल्लेखनीय कटौती और जी-सेक बांड प्रतिफल में गिरावट के कारण हो सकती है. वित्त मंत्रालय इन योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा करने वाला है.

पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स Image Credit: Money9 Live

अगर आप पोस्ट ऑफिस की छोटी सेविंग स्कीम्स में पैसा जमा करते हैं तो आपको झटका लग सकता है. क्योंकि डाकघर की छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाला ब्याज अगली तिमाही से कम हो सकता है. इस साल रेपो रेट में कई बदलावों के बावजूद, सरकार ने अब तक सुकन्या समृद्धि खाता (SSA) और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) जैसी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती नहीं की है. संभावना है कि वित्त मंत्रालय आगामी तिमाही समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. वित्त मंत्रालय कल यानी 30 सितंबर को इन योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा करने वाला है. इस समीक्षा के बाद नई ब्याज दरें घोषित की जाएंगी. ये नई दरें अक्टूबर से दिसंबर 2025 की तिमाही के लिए लागू होंगी.

रेपो रेट में कटौती

भारतीय रिजर्व बैंक ने इस साल तीन बार रेपो रेट में उल्लेखनीय कटौती की है. साल की शुरुआत में, रेपो दर 6.50% थी लेकिन आरबीआई ने फरवरी और अप्रैल की मौद्रिक नीति बैठकों में रेपो दर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की और फिर जून की समीक्षा बैठक में इसमें 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की. इस साल कुल मिलाकर रेपो रेट में 1% की कटौती हुई है. इन कटौतियों के बाद, कई बैंकों ने अपनी सावधि जमा (FD) योजनाओं पर ब्याज दरें कम कर दीं. उन्होंने अपनी कई विशेष FD भी बंद कर दीं जो उच्च ब्याज दरें ऑफर कर रही थीं. कुछ मामलों में, उन्होंने इन विशेष FD को जारी रखा, लेकिन ब्याज दरें कम कर दीं.

बॉन्ड यील्ड

G-Sec यानी सरकारी सिक्योरिटी एक तरह का कर्ज होता है जो सरकार लोगों या संस्थाओं से लेती है. इस पर सरकार को ब्याज देना होता है. बॉन्ड यील्ड का मतलब है कि उस बॉन्ड पर कितना रिटर्न मिल रहा है. आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी 2025 को 10 साल की G-Sec का बॉन्ड यील्ड 6.779% था लेकिन 24 सितंबर, 2025 तक यह घटकर 6.483% पर आ गया. हालांकि पिछले 3 महीनों से बॉन्ड यील्ड में हल्की बढ़ोतरी दिख रही है लेकिन अभी भी यह 1 जनवरी के स्तर से 0.296 अंक पीछे चल रही है.

पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की ब्याज दरों में कब हुआ था बदलाव

पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की ब्याज दरों में पिछली बार वित्तीय वर्ष 2023-24 की अंतिम तिमाही, यानी जनवरी-मार्च 2024 तिमाही में बदलाव किया गया था. उस समय, सरकार ने 3-वर्षीय एफडी की ब्याज दरें 7% से बढ़ाकर 7.1% कर दी थीं, जबकि सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की ब्याज दर 8% से बढ़ाकर 8.2% कर दी थी. बाकी योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था.