ये 33 दवाईयां हो जाएंगी सस्ती, कैंसर-दमा रोगियों सहित इन मरीजों को मिलेगा फायदा; देखें लिस्ट
GST काउंसिल की बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए 12 और 18 फीसदी टैक्स स्लैब खत्म कर दिया गया है. हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर टैक्स 0 फीसदी कर दिया गया है. इसके साथ ही 33 जीवन रक्षक दवाइयों को भी टैक्स फ्री कर दिया गया है. इस कदम से कैंसर, अस्थमा, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों को राहत मिलेगी. महंगी दवाइयों के दाम घटने से आम लोगों को बड़ा आर्थिक फायदा होगा.
GST On Life Saving Drugs: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में 3 सितंबर को GST काउंसिल की बैठक हुई. काउंसिल ने आम सहमति से GST के दो स्लैब 12 और 18 फीसदी खत्म करने का फैसला लिया. काउंसिल के इस कदम से कई रोजमर्रा के सामान सस्ते हो जाएंगे. लेकिन सबसे बड़ी राहत मेडिकल सेक्टर में देखने को मिली है जहां हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर 18 फीसदी से घटाकर 0 फीसदी टैक्स कर दिया गया है. इसके अलावा 33 जीवन रक्षक दवाइयों पर भी 18 फीसदी टैक्स को हटाकर 0 फीसदी कर दिया गया है. इसका सीधा फायदा उन लोगों को होगा जो कैंसर और अस्थमा सहित कई तरह की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं.
कौन सी दवाइयां हुई सस्ती
हाल ही में जिन महंगी और जीवन रक्षक दवाओं की कीमतों में कमी की गई है, उनमें ओनासेम्नोजीन एबेपरवोवेक, एस्किनिमिब, मेप्लाजुमैब, पेगाइलेटेड लाइपोसोमल इरिनोटेकैन, डैराटुमुमैब और डैराटुमुमैब सबक्यूटेनियस शामिल हैं. इनके अलावा टेकलिस्टामैब, एनिटुमुमैब, एलेक्टिनिब, रिस्डिप्लाम, पर्टुजुमैब, पोलातुजुमैब वेडोटिन, एटानेरसेप्ट, एलेम्टुजुमैब, स्पेसोलिमैब, वेलाग्लूसेरेज अल्फा, एगैल्सिडेज अल्फा, रुरिओक्टोकॉग अल्फा पिगोल, इडुरसुल्फेस, एल्ग्लूकोसिडेज अल्फा, लारोनिडेज, ओलिपुडेज अल्फा, टोपोटिकैन, एवेलुमैब, एमिसिजुमैब, बेलुमोसुडिल, मिग्लुस्टैट, वेल्मानेज अल्फा, एलीरोकुमैब, एवोकैकुमैब, सिस्टामीन बाय टार्ट्रेट, C1 इनहिबिटर इंजेक्शन और इंक्लिसिरन जैसी दवाएं भी शामिल हैं.
दवाएं और उनके उपयोग
क्रम संख्या | दवा का नाम | उपयोग (बीमारी/स्थिति) |
---|---|---|
1 | ओनासेम्नोजीन एबेपरवोवेक | स्पाइनल मस्क्युलर एट्रोफी (SMA) |
2 | एस्किनिमिब | क्रॉनिक मायलोइड ल्यूकेमिया (CML) |
3 | मेप्लाजुमैब | कोविड-19 / वायरल संक्रमण (अनुसंधानात्मक) |
4 | पेगाइलेटेड लाइपोसोमल इरिनोटेकैन | अग्न्याशय (पैंक्रियाज़) का कैंसर |
5 | डैराटुमुमैब | मल्टीपल मायलोमा |
6 | डैराटुमुमैब सबक्यूटेनियस | मल्टीपल मायलोमा |
7 | टेकलिस्टामैब | मल्टीपल मायलोमा |
8 | एनिटुमुमैब | कोलोरेक्टल कैंसर |
9 | एलेक्टिनिब | फेफड़ों का कैंसर (नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर) |
10 | रिस्डिप्लाम | स्पाइनल मस्क्युलर एट्रोफी (SMA) |
11 | पर्टुजुमैब | स्तन कैंसर (HER2-पॉज़िटिव) |
12 | पोलातुजुमैब वेडोटिन | लिंफोमा (DLBCL) |
13 | एटानेरसेप्ट | रूमेटाइड आर्थराइटिस, सोरायसिस, एंकाइलोज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस |
14 | एलेम्टुजुमैब | मल्टीपल स्क्लेरोसिस, ल्यूकेमिया |
15 | स्पेसोलिमैब | जनरलाइज़्ड पस्चुलर सोरायसिस |
16 | वेलाग्लूसेरेज़ अल्फा | गौशर रोग |
17 | एगैल्सिडेज़ अल्फा | फैब्री रोग |
18 | रुरिओक्टोकॉग अल्फा पिगोल | हीमोफीलिया A |
19 | इडुरसुल्फेस | हंटर सिंड्रोम (MPS II) |
20 | एल्ग्लूकोसिडेज़ अल्फा | पोंपे रोग |
21 | लारोनिडेज़ | हर्लर सिंड्रोम (MPS I) |
22 | ओलिपुडेज़ अल्फा | नीमन-पिक रोग टाइप B |
23 | टोपोटिकैन | डिम्बग्रंथि (ओवरी) कैंसर, स्मॉल सेल लंग कैंसर |
24 | एवेलुमैब | मर्केल सेल कार्सिनोमा, यूरोथीलियल कार्सिनोमा |
25 | एमिसिज़ुमैब | हीमोफीलिया A |
26 | बेलुमोसुडिल | क्रॉनिक ग्राफ्ट-वरसेज़-होस्ट रोग |
27 | मिग्लुस्टैट | गौशर रोग प्रकार 1, नीमन-पिक C |
28 | वेल्मानेज अल्फा | अल्फा-मैन्नोसिडोसिस |
29 | एलीरोकुमैब | हाई कोलेस्ट्रॉल (हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया) |
30 | एवोकैकुमैब (एविनैकुमैब) | हाई कोलेस्ट्रॉल (HoFH) |
31 | सिस्टामीन बाइ टार्ट्रेट | सिस्टिनोसिस |
32 | C1-इनहिबिटर इंजेक्शन | हेरिडिटरी एंजियोएडेमा |
33 | इंक्लिसिरन | हाई कोलेस्ट्रॉल (हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया) |
किन रोगों के लिए हैं ये दवाएं
ये सभी दवाएं अलग-अलग गंभीर और दुर्लभ बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होती हैं. इनमें स्पाइनल मस्क्युलर एट्रोफी, क्रॉनिक मायलोइड ल्यूकेमिया, कोविड 19 और वायरल संक्रमण, पैंक्रियाज का कैंसर, मल्टीपल मायलोमा, कोलोरेक्टल कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, स्तन कैंसर, लिंफोमा, रूमेटाइड आर्थराइटिस, सोरायसिस, मल्टीपल स्क्लेरोसिस, गौशर रोग, फैब्री रोग, हीमोफीलिया A, हंटर सिंड्रोम, पोंपे रोग, हर्लर सिंड्रोम, नीमन पिक रोग, डिम्बग्रंथि कैंसर, मर्केल सेल कार्सिनोमा, यूरोथीलियल कार्सिनोमा, ग्राफ्ट वरसेज होस्ट रोग, अल्फा मैन्नोसिडोसिस और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियां शामिल हैं.
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