महंगाई में Historic गिरावट! Retail Inflation सिर्फ 1.55%, जानें आपकी जेब पर क्या होगा असर

जुलाई में खुदरा महंगाई घटकर सिर्फ़ 1.55 फीसदी रह गई, जो पिछले 8 वर्षों का सबसे निचला स्तर है. इसका प्रमुख कारण खाने-पीने की वस्तुओं के दामों में आई भारी गिरावट है. पहली बार ऐसा हुआ है कि महंगाई दर रिजर्व बैंक के निर्धारित दायरे 2-6 फीसदी से भी नीचे चली गई है.

महंगाई कम होने से रोजमर्रा के खर्च घटेंगे, जरूरत का सामान सस्ते मिलेगा और पारिवारिक बजट पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. यह स्थिति आम उपभोक्ताओं के लिए राहत लेकर आती है, क्योंकि कम खर्च का मतलब ज्यादा बचत है. कम महंगाई से निवेश के फैसले लेना आसान हो सकता है, क्योंकि पैसों की क्रय शक्ति मजबूत बनी रहती है.

यदि महंगाई इतनी ही कम लंबे समय तक बनी रहती है, तो उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए लाभकारी होने के साथ-साथ यह किसानों और उत्पादकों के लिए चुनौती बन सकती है, क्योंकि उनकी बिक्री कीमतें और मुनाफा घट सकते हैं. साथ ही यह मंदी की ओर संकेत करता है.