अब पर्स नहीं मोबाइल में रखें PAN कार्ड, अब KYC में भी आएगा काम!

वित्‍तीय कामों के अलावा पैन कार्ड का इस्‍तेमाल अब केवाईसी और एड्रेस प्रूफ के तौर पर भी किया जा सकेगा, दरअसल सरकार इसे डिजिटल कर रही है, जिसमें पूराने फॉरमेट को अपग्रेड किया जाएगा, तो कैसे ये पुराने पैन कार्ड से अलग होगा यहां देखें डिटेल.

पैन कार्ड Image Credit: @Tv9

वित्‍तीय लेनदेन से लेकर दूसरे जरूरी कामों में पैन कार्ड का इस्‍तेमाल जरूरी होता है. अब केंद्र सरकार जल्‍द ही इसके फॉरमेट में बदलाव करने वाली है. इसके तहत अब PAN 2.0 नए और अपग्रेडेट क्‍यूआर कोड के साथ दिखेगा, साथ ही ये डिजिटल फॉरमेट में उपलब्‍ध होगा. ऐसे में सवाल उठता है कि क्‍या पैन 2.0 के जरिए केवाईसी, पहचान सत्यापन या पते के प्रमाण के लिए इस्‍तेमाल किया जा सकेगा और क्‍या यह नया पैन कार्ड टैक्‍सपेयर्स की पहचान और भौतिक सत्‍यापन दोनों के रूप में काम करेगा. साथ ही क्‍या अब डिजिटल पैन कार्ड के आने से प्‍लास्टिक वाले पैन कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी. आज हम आपको इन्‍हीं सबके बारे में बताएंगे.

कैसा होगा नया पैन कार्ड?

नया पैन कार्ड यानी पैन 2.0 अपग्रेडेड क्यूआर कोड वाला, एम-आधार या ई-आधार सिस्टम जैसा होगा. नए पैन कार्ड सिस्टम डिजिटल फॉरमेट में उपलब्‍ध होंगे. सरकार ने मौजूदा पैन इंफ्रास्ट्रक्चर के अपग्रेडेशन के लिए 1,435 करोड़ रुपये अलॉट किए हैं. यह यूजर्स को बेहतर सुविधा देगा. वर्तमान में जो पैन कार्ड है वह केवाईसी में काम आता है, लेकिन यह किसी भी रूप में पते के प्रमाण के रूप में काम नहीं करता है. जबकि नया पैन कार्ड इन सभी उद्देश्यों के लिए मान्य होगा.

फ्री में करा सकेंगे अपडेट

वित्त मंत्रालय ने इस सिलसिले में एक प्रेस रिलीज भी जारी की थी, जिसमें बताया गया था कि कागज़ रहित प्रक्रियाओं के लिए टेक्‍नोलॉजी का व्यापक उपयोग किया जा रहा है. यह मौजूदा मोड के विपरीत पूरी तरह से ऑनलाइन होगा. पैन का अपडेशन या सुधार फ्री होगा. ई-पैन रजिस्‍टर्ड मेल आईडी पर भेजा जाएगा. जबकि प्‍लास्टिक वाले पैन कार्ड के लिए आवेदक को 50 रुपये शुल्क चुकान होता है, यह फीस भारत के लिए है, जबकि भारत के बाहर कार्ड की डिलीवरी के लिए, आवेदक से 15 रुपये + भारतीय डाक शुल्क लिया जाएगा.