PM Modi ने ‘विश्वकर्मा योजना’ के तहत लाभार्थियों को दिया लाखों का लाभ, जानें कैसे मिलेगा आपको फायदा
'पीएम विश्वकर्मा योजना' के एक साल पूरे होने पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने हिस्सा लिया. इस योजना के तहत तमाम सेक्टर के कारीगरों को लाखों की धन राशि दी गई. आर्टिकल में पढ़े कैसे आप भी उठा सकते हैं योजना का लाभ.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज महाराष्ट्र के वर्धा के दौरे पर हैं. इस दौरान पीएम ने ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. देश के पचास जगहों पर ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां पीएम ने योजना के लाभार्थियों से वर्चुअली मुलाकात की. कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने स्कीम के तहत लाभांवित लोगों को प्रमाण पत्र और ऋण जारी किया.
पीएम मोदी ने 17 सितंबर 2023 को 13,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ की शुरुआत की थी. स्कीम का उद्देश्य देश के शिल्पकारों को आर्थिक मदद मुहैया कर उनकी स्थिति में व्यापक सुधार करना है. योजना के तहत लाभार्थियों को लाखों रुपए का लाभ मिलता है. साथ ही इसमें कौशल को बढ़ावा भी मिलता है. योजना के सत्यापन के बाद पिछले एक वर्ष में 20 लाख से ज्यादा कारीगरों और शिल्पकारों को स्कीम के तहत पंजीकृत किया गया है.
क्या है ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’?
पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma scheme) के तहत देश के पारंपरिक व्यापारों और इससे जुड़े लोगों को लाभ देने का प्रावधान है. यह स्कीम कारीगरों और शिल्पकारों को सस्ते ऋण, स्किल ट्रेनिंग, आधुनिक उपकरण, डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए प्रोत्साहित करती है. विभिन्न सेक्टर के ट्रेडर्स को अपने बिजनेश की नींव डालने के लिए सरकार तीन लाख रुपए का लोन मुहैया करती है. साथ ही लाभार्थियों को स्किल ट्रेनिंग भी दिया जाता है.
स्कीम के स्किल ट्रेनिंग सेशन में शामिल लाभार्थी को प्रतिदिन 500 रुपए का स्टाइपैंड और टूलकिट खरीदने के लिए 15 हजार रुपए मिलते हैं. अगर ट्रेनिंग में शामिल लाभार्थी दूसरों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करें तो योजना के तहत उन्हें इंसेंटिव देने का भी प्रावधान है.
कौन उठा सकता है योजना का लाभ?
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 व्यवसायों को शामिल किया गया है. केवल इन्हीं सेक्टर से ताल्लुक रखने वाले कारीगर योजना का लाभ उठा सकते हैं. यह सेक्टर इस प्रकार है-
- बढ़ई
- नाव निर्माता
- ताला-चाभी बनाने वाले
- सोनार
- टूल किट निर्माता
- पत्थर तोड़ने वाले
- मोची
- राजमिस्त्री
- हथियार बनाने वाले
- नाई
- माला बनाने वाले
- धोबी
- दर्जी
- लोहार
- कुम्हार, मूर्तिकार
- मछली का जाल बनाने वाले
- टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाले
- पारंपरिक गुड़िया और अन्य खिलौना निर्माता
कैसे बन सकते हैं लाभार्थी?
अगर आप इस योजना का हिस्सा बनने का विचार कर रहे हैं तो आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से अपना आवेदन कर सकते हैं. ऑफलाइन अप्लीकेशन जमा करने के लिए आपको नजदीकी जनसेवा केंद्र जाना होगा. यहां आपके दस्तावेज की जांच कर आवेदन स्वीकार किया जाएगा. वहीं स्कीम की ऑफिशियल वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in के जरिए आप योजना के तहत लाभान्वित होने के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं.
Latest Stories

अब फेल ट्रांजैक्शन पर जल्दी मिलेगा पैसा वापस, UPI चार्जबैक में बड़ा बदलाव; NPCI ने लागू किया नया नियम

इन देशों में क्रिप्टो की कमाई पर नहीं लगता टैक्स, जर्मनी से लेकर यूएई तक हैं शामिल

पोस्ट ऑफिस फ्रीज कर देगा ऐसे सेविंग्स अकाउंट, कहीं इसमें आपका खाता भी तो नहीं; चेक करें डिटेल्स
