अब फेल ट्रांजैक्शन पर जल्दी मिलेगा पैसा वापस, UPI चार्जबैक में बड़ा बदलाव; NPCI ने लागू किया नया नियम

UPI पेमेंट में पैसा वापस लेने यानी चार्जबैक (chargeback) की प्रक्रिया अब पहले से बहुत ज्यादा आसान और तेज हो गई है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने नए नियम लागू किए हैं, जिससे अगर आपका पेमेंट फेल हो जाए या फ्रॉड की शिकायत हो तो आपको अपना पैसा वापस पाने में अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.

यूपीआई Image Credit: Money9live/Canva

New UPI Rules: डिजिटल पेमेंट के दौर में जब UPI हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका हो, ऐसे में ट्रांजैक्शन फेल होना एक आम समस्या है. लेकिन अब ऐसे मामलों में यूजर्स को राहत मिलेगी. यूजर्स के लिए यूपीआई (UPI) पेमेंट में पैसा वापस लेने यानी चार्जबैक (chargeback) की प्रक्रिया अब पहले से बहुत ज्यादा आसान और तेज हो गई है. NPCI (National Payments Corporation of India) ने UPI चार्जबैक नियमों में अहम बदलाव किए हैं.

क्या हुआ बदलाव?

पहले अगर यूपीआई पेमेंट में समस्या आती थी और आपने बैंक से पैसा वापस मांगा, तो बैंक को उस केस को दोबारा देखने के लिए NPCI से खास अनुमति लेनी पड़ती थी. अब ये परेशानी खत्म हो गई है. बैंक सीधे अपने लेवल पर झूठे या गलत तरीके से रिजेक्ट हुए क्लेम्स को दोबारा प्रोसेस कर सकते हैं. मतलब आपका सही क्लेम अब जल्द सुलझ जाएगा. इससे यूजर को अपना पैसा जल्दी और बिना ज्यादा झंझट के वापस मिलेगा.

फायदे जो मिलेंगे

  • अगर आपका रिफंड नामंजूर हो गया था लेकिन वो सही था, तो अब बैंक जल्दी से गलतफहमी ठीक कर पैसा वापस कर सकेगा.
  • शिकायत सुलझाने का प्रॉसेस कम समय में पूरा होगा और यूजर्स को बैंक से जवाब पाने में देरी नहीं होगी.
  • कंज्यूमर की सुविधा और भरोसा दोनों बढ़ेंगे.

जल्दी मिलेगा रिफंड

NPCI ने अपने सर्कुलर में कहा कि NPCI ने यह प्रक्रिया सरल कर दी है. इस नई प्रक्रिया को ‘RGNB’ यानी Remitting bank raising good faith negative chargeback नाम दिया गया है. इसका मतलब यह है कि अगर कोई वास्तविक रिफंड गलती से नहीं मिलता, तो बैंक अब बिना NPCI की अलग से मंजूरी के उसे फिर से प्रोसेस कर सकता है.

क्यों जरूरी हैं ये बदलाव?

UPI के जरिए हर दिन करोड़ों लोग ट्रांजैक्शन करते हैं. जैसे-जैसे डिजिटल पेमेंट सिस्टम बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे फेल ट्रांजैक्शन और धोखाधड़ी की शिकायतें भी बढ़ी हैं. ऐसे में इन शिकायतों को तेजी से निपटाना और यूजर्स का भरोसा बनाए रखना जरूरी हो गया है. NPCI का मकसद इन बदलावों से ट्रांजैक्शन में पारदर्शिता बढ़ाना, ग्राहकों को जल्दी समाधान देना और बैंकों को सही मामलों में फैसले लेने की छूट देना है.

UAE में भी आसान UPI से पेमेंट

UPI यूजर्स अब भारतीय नागरिक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में और ज्यादा जगहों पर UPI से पेमेंट कर सकेंगे. NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने यूएई में दुकानों, होटलों और अन्य आउटलेट्स में UPI के इस्तेमाल का दायरा बढ़ा दिया है. इससे भारत से यूएई में घूमने वाले वाले पर्यटक और वहां रहने वाले भारतीय नागरिक आसानी से बिना कैश या क्रेडिट कार्ड के पेमेंट कर सकेंगे.

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