क्या वजन घटाने के इंजेक्शन और बेरिएट्रिक सर्जरी का होता है इंश्योरेंस कवर; फैसले से पहले जान लें नियम

भारत की बीमा नियामक संस्था (IRDAI) ने अक्टूबर 2020 में एक महत्वपूर्ण नियम बनाया. इसके तहत अगर बेरिएट्रिक सर्जरी मेडिकली जरूरी है और डॉक्टर ने इसे मोटापे या उससे जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए सुझाया है, तो बीमा कंपनियों को इसे कवर करना होगा.

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Does Insurance Cover Weight loss Surgery: भारत में बदलते रहन-सहन और खान-पान ने जीवनशैली को काफी बदल दिया है. लोग अब अपने स्वास्थ्य और शरीर पर विशेष ध्यान देते हैं, खासकर अपने वजन पर. मोटापा आज भारतीयों में एक आम समस्या बन गया है. इसके समाधान के लिए लोग वजन घटाने वाले इंजेक्शन और बेरिएट्रिक सर्जरी का सहारा ले रहे हैं. मोटापा एक गंभीर बीमारी है, जो डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्लीप एपनिया और बांझपन जैसी समस्याओं को जन्म देता है. यही कारण है कि मोटापा अब केवल सौंदर्य की समस्या नहीं रहा. आइए, विस्तार से जानें कि क्या बेरिएट्रिक सर्जरी और वजन कम करने वाले इंजेक्शन बीमा कवरेज में शामिल हैं?

भारत की बीमा नियामक संस्था (IRDAI) ने अक्टूबर 2020 में एक महत्वपूर्ण नियम बनाया. इसके तहत अगर बेरिएट्रिक सर्जरी मेडिकली जरूरी है और डॉक्टर ने इसे मोटापे या उससे जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए सुझाया है, तो बीमा कंपनियों को इसे कवर करना होगा. इसके लिए कुछ शर्तें हैं. आइए इन शर्तों को जानते है.

  • बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 40 या उससे ज्यादा होना चाहिए.
  • BMI 35 या उससे ज्यादा हो और साथ में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्लीप एपनिया या दिल की बीमारी जैसी गंभीर समस्याएं हों.

पहले बीमा कंपनियां बेरिएट्रिक सर्जरी को कॉस्मेटिक या ऑप्शनल मानती थीं और इसके लिए क्लेम नहीं देती थीं. अब अगर शर्तें पूरी होती हैं, तो अस्पताल का खर्च और सर्जरी की लागत बीमा में कवर हो सकती है. लेकिन इसके लिए पॉलिसी की शर्तें, वेटिंग पीरियड देखने जरूरी हैं.

कुछ पॉलिसी में हो सकता है कवर

वहीं, वजन कम करने वाली इंजेक्शन जैसे सेमाग्लूटाइड (ओजेम्पिक/वेगोवी) और लिराग्लूटाइड (सैक्सेंडा) की कवरेज अभी सभी बीमा कंपनियों में नहीं है. भारत में ओजेम्पिक को टाइप 2 डायबिटीज के लिए मंजूरी मिली है. अगर इसे डायबिटीज के इलाज के लिए दिया गया है, तो कुछ पॉलिसी में यह कवर हो सकता है. खासकर अगर पॉलिसी में आउटपेशेंट या क्रॉनिक केयर की सुविधा हो.

ज्यादातर बीमा पॉलिसी में वजन कम करने वाली दवाएं शामिल नहीं होतीं, जब तक कि वे किसी कवर की गई बीमारी के इलाज का हिस्सा न हों. इसलिए अपनी पॉलिसी के दस्तावेज देखें और बेरिएट्रिक सर्जरी या क्रॉनिक बीमारी से जुड़े नियमों की जांच करें. अगर आपको टाइप 2 डायबिटीज, PCOS या दिल की बीमारी है और डॉक्टर ने GLP-1 इंजेक्शन दिए हैं, तो आप बीमा कंपनी से प्री-ऑथराइजेशन या मेडिकल जरूरत का डॉक्यूमेंट मांग सकते हैं.

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