RBI ने जारी की SGB 2017-18 सीरीज-VI की अंतिम रिडेम्प्शन कीमत, निवेशकों को मिला 317% का जबरदस्त रिटर्न

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2017-18 सीरीज-VI की अंतिम रिडेम्प्शन कीमत 12,066 रुपये प्रति ग्राम तय की है. यह बॉन्ड 2017 में 2,895 रुपये प्रति ग्राम की दर से जारी हुआ था. यानी निवेशकों को 8 साल में शानदार रिटर्न मिला है.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम Image Credit: tv9 bharatvarsh

गोल्ड बॉन्ड में इंवेस्ट करने वाले निवेशकों के लिए खुशखबरी है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2017-18 सीरीज-VI की अंतिम रिडेम्प्शन कीमत घोषित कर दी है. यह बॉन्ड 6 नवंबर 2017 को जारी किया गया था और अब 8 साल का मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद 6 नवंबर 2025 को मैच्योर होगा. इस सीरीज का अंतिम रिडेम्प्शन वैल्यू 12,066 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. यानी जिन निवेशकों ने इस बॉन्ड में निवेश किया था, उन्हें अब अपने सोने पर शानदार रिटर्न मिल रहा है.

8 साल में 317 फीसदी का जबरदस्त रिटर्न

RBI की अधिसूचना के मुताबिक, इस सीरीज को उस वक्त 2945 रुपये प्रति ग्राम की दर से जारी किया गया था. वहीं जिन निवेशकों ने इसे ऑनलाइन खरीदा था, उन्हें 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट दी गई थी और उनका इश्यू प्राइस 2,895 रुपये प्रति ग्राम था. अब जबकि अंतिम रिडेम्प्शन प्राइस 12,066 रुपये है, तो इसका मतलब है कि ऑनलाइन खरीदारों को करीब 317 फीसदी का कुल रिटर्न मिल रहा है.

यानी निवेशकों को हर ग्राम पर 9,171 रुपये का सीधा फायदा (12066 – 2895 = 9,171) होगा. प्रतिशत में देखें तो यह 316.7 फीसदी की शानदार बढ़ोतरी है.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर तय ब्याज भी मिलता है

SGB केवल सोने की कीमत में बढ़ोतरी से लाभ नहीं देता, बल्कि इस पर 2.5 फीसदी वार्षिक ब्याज दर भी मिलती है. यह ब्याज निवेशकों के बैंक खातों में हर छह महीने में जमा किया जाता है. आखिरी ब्याज किस्त मूल राशि के साथ मैच्योरिटी पर दी जाएगी. इसका मतलब है कि जो निवेशक शुरुआत से अब तक बॉन्ड को होल्ड किए हुए हैं, उन्हें न सिर्फ तीन गुना से ज्यादा रिटर्न मिलेगा बल्कि आठ वर्षों में सालाना ब्याज का भी अतिरिक्त लाभ मिला होगा.

यह भी पढ़ें: Auto बिजनेस मुनाफे में, ओवरऑल घाटा भी कम, फिर भी 43% गिरा रेवेन्यू; Ola का चौंकाने वाला Q2 रिपोर्ट कार्ड

निवेशकों को अब क्या करना चाहिए

SGB धारकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपनी सीरीज की जारी तिथि और रिडेम्प्शन तिथि को ध्यान से जांच लें. निवेशक अपने बैंक या डीमैट खाते के माध्यम से अंतिम रिडेम्प्शन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. अगर बॉन्ड डीमैट रूप में है, तो रिडेम्प्शन राशि सीधे बैंक खाते में क्रेडिट कर दी जाएगी. वहीं, भौतिक रूप वाले निवेशकों को समय रहते आवश्यक दस्तावेज जमा कराने होंगे.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

Latest Stories

हर महीने का बिल अपने आप कटेगा या नहीं? जानिए RBI के Autopay नियम क्या कहते हैं

नए साल में केंद्रीय कर्मचारियों को मिलेगी खुशखबरी! AICPI-IW में बढ़ोतरी, 8वें वेतन आयोग पर क्या पड़ेगा असर?

वरिष्ठ नागरिक बिना बैंक जाए जमा कर सकते हैं DLC, PSB Alliance और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक देते हैं डोरस्टेप सर्विस, जाने प्रोसेस

आपके नाम पर किसी और ने तो नहीं लिया लोन! पैसे चुराने से ज्यादा आसान है क्रेडिट डेटा चुराना, जानें धोखाधड़ी से बचने के तरीके

सॉवरेन गोल्ड बांड की प्रीमैच्योर रिडेम्पशन डेट मिस होने पर क्या होगा? जानें RBI के नियम

LPG Price: नवंबर में सस्ता हुआ कमर्शियल सिलेंडर, दुकानदारों के लिए राहत; घरेलू गैस में जानें क्या हुआ बदलाव