रॉकेट की रफ्तार से बढ़ रहा इन दो मिड कैप कंपनियों का रेवेन्यू, 5 साल में 123X तक बढ़ोतरी, Waaree भी लिस्ट में शामिल
शेयर बाजार में निवेशक उन कंपनियों को पसंद करते हैं, जिनका रेवेन्यू तेजी से बढ़ता है, क्योंकि यह उनकी मांग और कारोबार की मजबूती को दिखाता है. मिड-कैप कंपनियों के लिए ऐसी ग्रोथ और भी खास होती है. इस रिपोर्ट में, दो मिड-कैप कंपनियों की पांच साल की दमदार रेवेन्यू ग्रोथ और बाजार प्रदर्शन की चर्चा की गई है.
शेयर बाजार में ज्यादातर निवेशक उन कंपनियों को पसंद करते हैं, जिनका रेवेन्यू तेजी से बढ़ता है. इसकी वजह यह है कि लगातार बढ़ती बिक्री कंपनी की मांग और उसके कारोबार को बड़ा करने की ताकत को दिखाती है. मिड-कैप कंपनियों के लिए यह संकेत और भी अहम हो जाता है, क्योंकि अगर ये कंपनियां लंबी अवधि तक मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ दिखाती हैं, तो वे जल्दी ही ऊंचे स्तर की बड़ी कंपनियों की कतार में शामिल हो सकती हैं. वैल्यू रिसर्च के अनुसार, इन दो मिड-कैप कंपनियों का पांच साल में सालाना रेवेन्यू ग्रोथ 13 गुना से 123 गुना तक रहा है.
Maharashtra Scooters
महाराष्ट्र स्कूटर्स अब स्कूटर नहीं बनाती. कंपनी अब पूरी तरह बजाज ऑटो, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस जैसी बजाज ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाली होल्डिंग कंपनी बन गई है. इसके 90% से ज्यादा एसेट्स इन्हीं कंपनियों में लगे हुए हैं. पहले इसकी मैन्युफैक्चरिंग में काफी नुकसान था, जो अब पूरी तरह बंद हो चुका है. यानी अब कंपनी का ग्रोथ उसके निवेश की वैल्यू, डिविडेंड और बजाज ग्रुप के प्रदर्शन से तय होता है.
हालांकि, मिड कैप की तरह दिखने के बावजूद महाराष्ट्र स्कूटर्स का रिटर्न ऑन इक्विटी यानी ROE कम दिखता है क्योंकि निवेश बड़ी रकम में हैं और कंपनी की ऑपरेशनल कमाई कम है. खास बात यह है कि कंपनी के निवेश, उसके मार्केट कैप से ज्यादा हैं, यानी स्टॉक बुक वैल्यू से बड़े डिस्काउंट पर मिल रहा है जो भविष्य में अच्छी वैल्यू दे सकता है.
शेयर का हाल
पिछले कारोबारी दिवस में इसके शेयर 6.5 फीसदी से अधिक टूटे हैं. इस गिरावट के बाद इसके 1 शेयर की कीमत 15,108 रुपये हो गया. पांच साल में कंपनी के शेयर में 443 फीसदी की तेजी आई है.
Waaree Renewable
वारी रिन्युएबल्स टेक्नोलॉजीज, भारत की सोलर इंडस्ट्री में तेजी से बढ़ रही है. यह कंपनी 1999 में बनी थी, लेकिन 2021 के बाद नए मालिकों के साथ दोबारा शुरू हुई और अब सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट पर काम करती है. वारी के पास भारत की सबसे बड़ी सोलर मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता 12 GW है और कंपनी EPC यानी इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन के बिजनेस में लीडर है.
इसके 98 फीसदी से ज्यादा रेवेन्यू इसी EPC से आते हैं, जहां कंपनी अडानी, रिलायंस, एलएंडटी, NTPC जैसी बड़ी कंपनियों के प्रोजेक्ट्स पर काम करती है. वारी का ऑर्डर बुक भी तेजी से बढ़ रहा है. वैल्यू रिसर्च के अनुसार, Q1 FY26 में 3100 MWp के प्रोजेक्ट्स पेंडिंग हैं जो दो साल में चार गुना बढ़ गए. हालांकि EPC बिजनेस में मार्जिन ज्यादा नहीं हैं, लेकिन कंपनी की साख, बड़े क्लाइंट और बड़े स्तर पर काम करने की वजह से इसकी ग्रोथ मजबूत है. भारत में रिन्युएबल एनर्जी पर सरकार का जोर बढ़ रहा है, ऐसे में वारी रिन्युएबल्स की डिमांड आगे भी बनी रह सकती है.
शेयर का हाल
शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद इसके शेयर की कीमत 1240 रुपये है. रिटर्न के मोर्चे पर इसने भी निवेशकों को निराश किया है. बाजार में लिस्ट होने के बाद से अब तक इसके शेयर में केवल 40 फीसदी की तेजी आई है.
| कंपनी | मार्केट कैप (करोड़ में) | 5 वर्ष रेवेन्यू ग्रोथ (%) | टोटल रेवेन्यू ग्रोथ(गुना) | क्वालिटी स्कोर | ग्रोथ स्कोर | वैल्यूएशन स्कोर | मोमेंटम स्कोर |
|---|---|---|---|---|---|---|---|
| महाराष्ट्र स्कूटर्स | 18514 | 68 | 13 | 8 | 7 | 2 | 10 |
| वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज* | 13097 | 233 | 123 | 8 | 8 | 5 | 6 |
*वारी रिन्यूएबल राजस्व वृद्धि FY21 से FY25 तक मानी गई
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.