ये 3 मिडकैप स्टॉक कर रहे मालामाल, 5 साल में 3319% का रिटर्न; एक की क्लाइंट पेप्सिको जैसी MNC

मिडकैप कंपनियां न तो छोटी और कमजोर होती हैं न ही इतनी बड़ी कि उनकी ग्रोथ रुक जाए. यही वो जगह है, जहां सबसे ज्यादा और स्थायी तरीके से संपत्ति बनाई जाती है. आज हम तीन ऐसी मिडकैप कंपनियों के बारे में जानेंगे, जिन्होंने सालों से लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है.

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Compounding Midcap Stocks: शेयर बाजार में असली अमीर वही बनते हैं, जो धीरे-धीरे और लगातार बढ़ने वाली कंपनियों में निवेश करते हैं. मिडकैप कंपनियां इस मामले में सबसे सही मानी जाती हैं. ये न तो छोटी और कमजोर होती हैं न ही इतनी बड़ी कि उनकी ग्रोथ रुक जाए. यही वो जगह है, जहां सबसे ज्यादा और स्थायी तरीके से पैसे बनाने का चांस है. आज हम तीन ऐसी मिडकैप कंपनियों के बारे में जानेंगे, जिन्होंने सालों से लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है और आगे भी मजबूत दिख रही हैं.

Varun Beverages

वरुण बेवरेजेस दुनिया में पेप्सिको की दूसरी सबसे बड़ी फ्रेंचाइजी है. वरुण बेवरेजेस का काम इन प्रोडक्ट्स को बनाना, पैक करना और पूरे नेटवर्क में पहुंचाना. यह कंपनी पेप्सी, माउंटेन ड्यू, 7Up जैसे कार्बोनेटेड ड्रिंक्स के साथ-साथ कई अन्य पेय पदार्थ बेचती है. भारत इसका सबसे बड़ा बाजार है, जहां से साल 2024 में 72 फीसदी से ज्यादा आमदनी हुई. भारत ही पेप्सिको इंडिया की कुल वॉल्यूम का 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सा देता है. कंपनी सिर्फ ड्रिंक्स ही नहीं, बल्कि स्नैक्स के कारोबार में भी उतर रही है. अफ्रीका के देशों में इसे चीटोज और सिम्बा मंचीज जैसे प्रोडक्ट बनाने और बेचने का एक्सक्लूसिव हक मिला है.

साल 2019 से 2024 तक कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है. इस दौरान सेल्स वॉल्यूम में 18 फीसदी की CAGR ग्रोथ दर्ज हुई, जबकि रेवेन्यू 22.9 फीसदी CAGR की दर से बढ़ा. मुनाफे में सबसे तेजी देखने को मिली, जहां यह 41 फीसदी CAGR की दर से उछला. कंपनी का 5 साल का औसत ROE 25 फीसदी रहा है. आगे की रणनीति के तहत कंपनी लगातार नई फैक्ट्रियां लगा रही है और देशभर में 4 नई ग्रीनफील्ड यूनिट्स स्थापित कर रही है. इसका लक्ष्य है कि मौजूदा 40 लाख दुकानों से पहुंच बढ़ाकर 1.2 करोड़ दुकानों तक किया जाए. खास बात यह है कि कंपनी अब पूरी तरह कर्ज मुक्त है और लागत घटाकर लंबे समय तक अच्छे मुनाफे बनाए रखने की क्षमता रखती है.

ICICI Lombard General Insurance

ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस देश की प्रमुख निजी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों में से एक है. यह कंपनी मोटर, हेल्थ, पर्सनल एक्सीडेंट, आग, मरीन ट्रांसपोर्ट, इंजीनियरिंग और लाइबिलिटी जैसे नॉन-लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स बेचती है. इसका बिजनेस मॉडल बहुत साफ है. ग्राहकों से प्रीमियम (GDPI) लेना. इस पैसे को सही तरीके से निवेश करना और उससे रिटर्न कमाना.

कंपनी ने पिछले पांच सालों में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है. इस दौरान टॉप लाइन में 16 फीसदी CAGR की ग्रोथ रही, और नेट प्रॉफिट भी 16 फीसदी CAGR की दर से बढ़ा. कंपनी का 5 साल का औसत ROE 18 फीसदी रहा है. इसके अलावा, कंपनी अपनी पूंजी को बहुत सुरक्षित जगह निवेश करती है, जिसमें 86 फीसदी से अधिक निवेश सरकारी बॉन्ड या AAA रेटेड सिक्योरिटी में किया गया है. कंपनी का टारगेट है कि आने वाले सालों में ROE को 16-20 फीसदी के बीच बनाए रखा जाए.

BSE Ltd

BSE लिमिटेड की शुरुआत साल 1875 में हुई थी. यह एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है. BSE अपने बिजनेस से पैसे कमाने के लिए कई स्रोतों का इस्तेमाल करता है. इसमें सिक्योरिटीज सर्विसेज, कॉरपोरेट सर्विसेज, इन्वेस्टमेंट और ट्रेजरी और डेटा व इंडेक्स सर्विसेज शामिल है. पिछले पांच सालों में BSE का वित्तीय प्रदर्शन भी शानदार रहा है. इस दौरान रेवेन्यू 40 फीसदी CAGR की दर से बढ़ा, जबकि नेट प्रॉफिट 65 फीसदी CAGR की दर से उभरा.

कंपनी का 5 साल का औसत ROE 18 फीसदी रहा. BSE के लिए सबसे बड़ा गेमचेंजर इसका STAR MF प्लेटफॉर्म रहा, जिसने 1QFY26 में 30 फीसदी की साल-दर-साल ग्रोथ दिखाई. आगे की रणनीति में कंपनी नए प्रोडक्ट्स जैसे Bankex Futures & Options लॉन्च करने की योजना बना रही है. इसके साथ ही IPO मार्केट में वापसी से भी BSE को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है.

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डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.