दूध के कारोबार से पैसे छाप रही ये 3 कंपनियां, 2 पर कर्ज ना के बराबर, सिंगापुर तक फैला है साम्राज्य, मार्केट ग्रोथ दमदार
भारत, दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक और उपभोक्ता देश, वैश्विक दूध उत्पादन का 24% हिस्सा रखता है. बढ़ती आबादी और शहरीकरण ने डेयरी सेक्टर की मांग को बढ़ाया है. यह सेक्टर 2030 तक 41.8 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा. इस लेख में, डॉडला डेयरी, हेरिटेज फूड्स और हाटसन एग्रो के प्रदर्शन और शेयर स्थिति की जानकारी दी गई है.
3 Dairy stocks: भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक और उपभोक्ता देश है. यह वैश्विक दूध उत्पादन में लगभग 24 फीसदी हिस्सेदारी रखता है. दुनिया की बढ़ती आबादी, शहरों का विकास ने लोगों की खान-पान की आदतें बदल दी है. डॉडला डेयरी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, डेयरी सेक्टर 6.9 फीसदी की सालाना दर से बढ़कर 2030 तक 41.8 बिलियन डॉलर (3,56,700 करोड़ रुपये) तक पहुंचने का अनुमान है. इसलिए इस सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों का कारोबार भी उसी रफ्तार से बढ़ रहा है, जिस गति से मिल्क प्रोडक्ट की मांग बढ़ रही है. इस रिपोर्ट में आप डेयरी सेक्टर में काम करने वाली तीन कंपनियों, उनके प्रदर्शन और शेयर की स्थिति के बारे में जानेंगे.
Dodla Dairy
डॉडला डेयरी एक डेयरी कंपनी है जो दूध की खरीद, प्रोसेसिंग से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन तक पूरी चेन संभालती है. 1995 में स्थापित यह कंपनी आंध्र प्रदेश के एक शहर से शुरू हुई और अब 13 भारतीय राज्यों के अलावा केन्या, युगांडा और सिंगापुर में फैल गई है. इनकी कुल क्षमता 24 लाख लीटर प्रति दिन से अधिक है. यह 8,800 गांवों के 130,000 से अधिक किसानों से सीधे कच्चा दूध खरीदती है.
कंपनी के शेयर की हालत
गुरुवार, 23 अक्टूबर को इसके शेयर में 2.16 फीसदी की गिरावट आई है. इसके बाद यह 1302 रुपये पर कारोबार कर रही था. डेट-इक्विटी रेश्यो 0.03 है यानी कंपनी पर कर्ज ना के बराबर है. इसका मार्केट कैप 8 हजार करोड़ से अधिक.
रिकॉर्ड रेवेन्यू के बावजूद मार्जिन पर दबाव
डॉडला का रेवेन्यू साल दर साल 10.5फीसदी बढ़कर Q1FY26 में 10 बिलियन रुपये (1,000 करोड़ रुपये) की उच्चतम तिमाही रेवेन्यू तक पहुंच गया. रेवेन्यू में तेजी के पीछे की वजह दूध खरीद की मात्रा 6.2फीसदी, दूध बिक्री मात्रा 4.9फीसदी और मिल्क प्रोडक्ट की बिक्री 12फीसदी की बढ़ोतरी है. मिल्क प्रोडक्ट की बिक्री कुल बिक्री का 36.2फीसदी है, जो पिछले साल की तुलना में 35.4फीसदी से अधिक है.
Heritage Foods
हेरिटेज फूड्स आंध्र प्रदेश स्थित एक प्रमुख भारतीय डेयरी कंपनी है. हेरिटेज भारत के 17 राज्यों में काम करती है और रोज 1 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं को सेवा देती है. डेयरी वर्टिकल कंपनी का मुख्य व्यापार है जो कुल रेवेन्यू का 99.9फीसदी है. प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में दूध, दही, पनीर, घी, क्रीम, UHT दूध, लस्सी, मिल्कशेक, फ्लेवर्ड मिल्क और छाछ शामिल हैं. यह 9 राज्यों के 300,000 किसानों से दूध खरीदती है. कंपनी की प्रोसेसिंग क्षमता 18 आधुनिक संयंत्रों में 28.3 लाख लीटर प्रति दिन है.
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कंपनी के शेयर का हाल
आज इसके एक शेयर की कीमत 480.20 रुपये है. इसका मार्केट कैप 4451 करोड़ रुपये है. डेट-इक्विटी रेश्यो 0.21 है. यानी इस पर भी कर्ज लगभग जीरो है. Q1FY26 में VAP रेवेन्यू 7.4फीसदी बढ़कर 4.5 बिलियन रुपये हो गया, जो कुल रेवेन्यू का 36.1फीसदी है.
Hatsun Agro
हाटसन एग्रो भारत की सबसे बड़ी पब्लिक डेयरी कंपनी है. हाटसन केवल दूध और दूध उत्पादों में काम करती है. हाटसन रोज 500,000 से अधिक किसानों से दूध खरीदती है. हाटसन डेयरी और संबंधित उत्पादों का पोर्टफोलियो डायवर्सिफाइ है, जिसमें अरोक्या, हाटसन और अरुण आइसक्रीम शामिल हैं. कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन 4000 से अधिक हाटसन आउटलेट्स से चलता है. ये आउटलेट तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों और संघ क्षेत्रों में मौजूद हैं.
हाटसन का Q1FY26 में रेवेन्यू साल दर साल 6.7फीसदी बढ़कर 25.3 बिलियन रुपये हो गया, जबकि मार्जिन 100 बेसिक प्वाइंट बढ़कर 15फीसदी हो गया. PAT 13फीसदी बढ़कर लगभग 1.5 बिलियन रुपये हो गया. इसके एक शेयर की कीमत 906 रुपये है. इस पर अन्य दो कंपनियों से अधिक कर्ज है क्योंकि इसका डेट-इक्विटी रेश्यो 1.5 है.
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