ऑर्डर बुक की 5 महारथी डिफेंस कंपनियां, सरकार का बड़ा सपोर्ट, 2029 तक शेयर बन सकते हैं गेमचेंजर!

सरकार ने 2025-26 में डिफेंस बजट 6.81 लाख करोड़ रुपये रखा है और लक्ष्य है कि 2029 तक घरेलू मैन्युफैक्चरिंग तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाई जाए. ऐसे माहौल में जिन कंपनियों के पास मजबूत ऑर्डर बुक है. इस सेक्टर के 5 ऐसे शेयर हैं जो कमाल कर सकते हैं.

डिफेंस स्टॉक Image Credit: Canva

देश का डिफेंस सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है. 2024-25 में भारत ने 1.54 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड प्रोडक्शन किया, जबकि डिफेंस एक्सपोर्ट 12 फीसदी बढ़कर 23,622 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. सरकार ने 2025-26 में डिफेंस बजट 6.81 लाख करोड़ रुपये रखा है और लक्ष्य है कि 2029 तक घरेलू मैन्युफैक्चरिंग तीन लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाई जाए. ऐसे माहौल में जिन कंपनियों के पास मजबूत ऑर्डर बुक है. ये आने वाले सालों में दमदार प्रॉफिटेबिलिटी दिखा सकती हैं.

Premier Explosives

  • Premier Explosives सॉलिड प्रोपेलेंट्स, एक्सप्लोसिव्स और पायरोटेक्निक प्रोडक्ट्स बनाती है, जिनका इस्तेमाल डिफेंस, स्पेस और माइनिंग में होता है. कंपनी DRDO और ISRO की लम्बे समय से भरोसेमंद पार्टनर रही है.
  • कंपनी का मार्केट कैप 2,877 करोड़ रुपये है और शेयर 535.20 रुपये पर बंद हुआ. Order Book मार्च 2022 के 3,890 मिलियन रुपये से बढ़कर सितम्बर 2025 में 12,971 मिलियन रुपये हो गई, जो FY25 Revenue के 3.1 गुना के आसपास है. 90 फीसदी बिजनेस डिफेंस से आता है.

Garden Reach Shipbuilders & Engineers (GRSE)

  • GRSE भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड के लिए Warships, Patrol Vessels और Specialised Naval Platforms बनाती है. यह देश की अग्रणी Defence Shipyards में से एक है. शेयर 2,793 रुपये पर हल्की तेजी के साथ बंद हुआ और मार्केट कैप करीब 31,994 करोड़ रुपये है. GRSE की Order Book 20,205 करोड़ रुपये पर खड़ी है, जिसमें 10 मेजर Shipbuilding प्रोग्राम शामिल हैं.
  • P-17A Frigates, ASW Shallow Water Craft, NGOPVs जैसे हाई-वैल्यू प्रोजेक्ट्स FY28 तक कंपनी को लगातार रिवेन्यू विजिबिलिटी देते रहेंगे.

Bharat Forge

  • Bharat Forge ग्लोबल फोर्जिंग और एडवांस इंजीनियरिंग की दिग्गज कंपनी है. Defence, Aerospace और Artillery Platforms में इसका योगदान लगातार बढ़ रहा है. कंपनी का मार्केट कैप 68,557 करोड़ रुपये है और शेयर 1,434 रुपये पर हल्की तेजी के साथ बंद हुआ.
  • H1FY26 में कंपनी को 1,582 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिले, जिनमें से 559 करोड़ रुपये डिफेंस से आए. Defence Order Book 9,467 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. KSSL सब्सिडियरी में एसेट ट्रांसफर के बाद मैनेजमेंट को आने वाले समय में और बडे़ प्लेटफॉर्म ऑर्डर मिलने की उम्मीद है.

Mazagon Dock Shipbuilders (MDL)

  • MDL देश का प्रमुख डिफेंस शिपयार्ड है, जो Navy के लिए Destroyers, Frigates और Submarines बनाती है. कंपनी का मार्केट कैप 1.08 लाख करोड़ रुपये है और शेयर 2,679 रुपये पर बंद हुआ.
  • MDL की Order Book 27,415 करोड़ रुपये है, जो P15B Destroyers, P17A Stealth Frigates और कई Naval Platforms से मिलकर बनी है.
  • Submarine Segment में P75 Kalvari Class, AIP Systems और ONGC के Engineering Projects कंपनी को और मजबूती देते हैं.

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Bharat Electronics (BEL)

  • BEL देश की अग्रणी Defence Electronics कंपनी है, जो Radars, Communication Systems, Missile Components और Surveillance Equipment बनाती है. कंपनी का मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रुपये है और शेयर 411.55 रुपये पर मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ.
  • BEL की Order Book 31 अक्टूबर 2025 तक 75,600 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. H1 में कंपनी को 14,750 करोड़ रुपये के ताजा ऑर्डर मिले. टॉप 7 डिफेंस प्रोजेक्ट ही लगभग 25,000 करोड़ रुपये के हैं, जो आने वाले कई सालों तक मजबूत रेवेन्यू पाइपलाइन देंगे.

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