एक महीने में 32% तेजी के बाद JP Power के शेयर टूटे, इसने बिगाड़ा मूड, अडानी-डालमिया की चल रही रेस
जयप्रकाश एसोसिएट्स की खरीद प्रक्रिया में जमीन विवाद के चलते पेच फंस गया है. अडानी ग्रुप ने 12,600 करोड़ की बिना शर्त बोली लगाई है, जबकि डालमिया भारत ने 14,600 करोड़ की ऊंची लेकिन शर्तों के साथ बोली लगाई है. विवादित जमीन का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.

Jaypee Associates: पिछले एक महीने से लगातार चढ़ रहा जेपी पावर वेंचर्स लिमिटेड का शेयर मंगलवार को 5 फीसदी से ज्यादा टूट गया. जब से अडानी ग्रुप सहित डालमिया, जिंदल, वेदांता जैसे बड़े कॉरपोरेट ने जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने के लिए बोली लगाई थी, तब से इसके शेयरों में तेजी देखने को मिल रही थी. लेकिन अब खबर आई है कि इस डील में कानूनी पेंच फंस गया है, जिसका असर शेयरों पर दिख रहा है. अडानी समूह इस अधिग्रहण की दौड़ में एकमात्र ऐसा बोली लगाने वाला बनकर उभरा है जिसने बिना किसी शर्त के 12,600 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. जबकि डालमिया भारत, वेदांता, जिंदल पावर और पीएनसी इंफ्राटेक जैसी कंपनियों की बोली गौतम बुद्ध नगर स्थित स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट से जुड़ी विवादित जमीन के समाधान पर निर्भर है.
डालमिया की सबसे ऊंची बोली
डालमिया भारत ने 14,600 करोड़ रुपये तक की सबसे बड़ी बोली लगाई है, जिसमें यह शर्त यह है कि अगर विवादित जमीन का मामला नहीं सुलझता है, तो उसकी प्रभावी बोली घटकर 12,600 करोड़ रुपये रह जाएगी, जो अडानी ग्रुप की बोली के बराबर ही है.
क्यों फंसा पेंच
इकोनॉमिक्स टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक, इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) के नियमों के अनुसार, बिना शर्त बोली को प्राथमिकता दी जाती है. हालांकि, अडानी की बोली सबसे बड़ी नहीं है. डालमिया ने 12,000 से 14,600 करोड़ रुपये के बीच की सशर्त बोली लगाई है, जिससे कोर कमेटी के लिए फैसला लेना कठिन हो गया है. यही वजह है कि डील पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है.
अन्य कंपनियों की बोली क्या रही
वेदांता ने 12,500 करोड़, जिंदल पावर ने 10,300 करोड़ और पीएनसी इंफ्राटेक ने 9,500 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. पहले रुचि दिखाने वाली सुरक्षा ग्रुप ने अंतिम दिन कोई बोली नहीं लगाई थी. सभी बोलियों की समीक्षा सोमवार को लेनदारों की समिति (CoC) की बैठक में की गई.
कंपनी का नाम | बोली राशि (₹ करोड़ में) | शर्तें / स्थिति |
---|---|---|
डालमिया भारत | 14,600 | विवादित जमीन शामिल, यदि हल न हुआ तो बोली घटकर 12,600 करोड़ |
अदानी समूह | 12,600 | बिना शर्त बोली |
वेदांता | 12,500 | जमीन विवाद से जुड़ी शर्त |
जिंदल पावर | 10,300 | जमीन विवाद से जुड़ी शर्त |
पीएनसी इंफ्राटेक | 9,500 | जमीन विवाद से जुड़ी शर्त |
सुरक्षा ग्रुप | कोई बोली नहीं लगाई | प्रारंभिक रुचि के बावजूद अंतिम दिन कोई बिड नहीं दी |
शेयरों का प्रदर्शन कैसा रहा
बोली प्रक्रिया की शुरुआत के बाद से जेपी पावर वेंचर्स लिमिटेड के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई. बीते एक महीने में शेयर करीब 30.75 फीसदी चढ़ा. हालांकि, 16 जुलाई को इसमें 5.39 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह फिलहाल 23 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.

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बोली सुधारने को कहा गया
इकोनॉमिक्स टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक, जयप्रकाश एसोसिएट्स पर कुल 57,185 करोड़ रुपये के दावे लंबित हैं. ऐसे में क्रेडिटर की समिति ने सभी बोली लगाने वालों से अपनी वित्तीय पेशकश को और बेहतर करने को कहा है ताकि वसूली को अधिकतम किया जा सके. विवादित जमीन की स्थिति से बोली की वैल्यू में लगभग 2,000 करोड़ रुपये का अंतर आ सकता है.
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