AI, Drones और Space सेक्टर में ये 3 कंपनियां ला रही है क्रांति, मजबूत है ऑर्डर बुक; 5 साल में 188% तक रिटर्न

भारत अब हथियार खरीदने के बजाय उन्हें खुद बना रहा है. Paras Defence, Azad Engineering और Expleo Solutions जैसी कंपनियां AI, ड्रोन और स्पेस टेक्नोलॉजी में तेजी से काम कर रही हैं. इनकी ऑर्डर बुक मजबूत है और ये कंपनियां न केवल भारतीय सेनाओं के लिए बल्कि ग्लोबल मार्केट के लिए भी तकनीक बना रही हैं. पिछले 5 सालों में इन्होंने निवेशकों को 86% से 188% तक का रिटर्न दिया है.

भारत अब दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा एविएशन मार्केट है. Image Credit: freepik

AI Technology: भारत अब केवल हथियार खरीदने वाला देश नहीं, बल्कि उन्हें खुद बनाने वाला बन चुका है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ड्रोन और स्पेस टेक्नोलॉजी ने भारत के डिफेंस सेक्टर को नई दिशा दी है. Paras Defence, Azad Engineering और Expleo Solutions जैसी कंपनियां इस बदलाव की अगुवाई कर रही हैं, जो न केवल भारतीय सेनाओं के लिए अत्याधुनिक तकनीक बना रही हैं, बल्कि ग्लोबल मार्केट में भी अपनी पहचान मजबूत कर रही हैं. अगर आप Defence सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं, इस समय मार्केट में ऐसी तीन कंपनियां उपलब्ध हैं, जिन पर दांव लगाना फायदे का सौदा साबित हो सकता है.

भारत बन रहा है हाई टेक डिफेंस पावर

भारत अब दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा एविएशन मार्केट है. आने वाले सालों में AI, ड्रोन और कनेक्टेड फ्लाइट सिस्टम जैसी तकनीकें इस सेक्टर में नई उड़ान भरेंगी. यानी आने वाले समय में भारत के पास न सिर्फ अपने हथियार होंगे, बल्कि अपनी टेक्नोलॉजी भी होगी.

Paras Defence

Paras Defence देश की उन कंपनियों में से है जो विमान और स्पेस मिशन के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम बनाती है. यह कंपनी Saras MK II जैसे स्वदेशी विमान के लिए ग्लास कॉकपिट और ऑटोपायलट सिस्टम बना रही है. DRDO, ISRO, HAL और Tata Group इसके प्रमुख ग्राहक हैं. कंपनी की तिमाही इनकम ₹930 करोड़ रही है. Paras Make in India मिशन के तहत इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सिस्टम भारत में तैयार कर रही है जो ड्रोन और निगरानी सिस्टम में काम आते हैं.

इसका शेयर 7 नवंबर को 0.97 फीसदी की गिरावट के साथ ₹677 पर बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप ₹5453 करोड़ है. स्टॉक ने अब तक ₹972 का उच्चतम और ₹401 का न्यूनतम स्तर छुआ है. इसका P E अनुपात 85.9 है. कंपनी का ROCE 15.6 फीसदी और ROE 11.5 फीसदी है. इसने निवेशकों को पिछले 5 साल में 188 फीसदी का रिटर्न दिया है.

Azad Engineering

हैदराबाद की Azad Engineering अब Boeing और Airbus जैसी दिग्गज कंपनियों को पार्ट्स सप्लाई करती है. कंपनी का ₹60 अरब से ज्यादा का ऑर्डर बुक है यानी आने वाले 5 से 6 सालों तक मजबूत कमाई की उम्मीद है. Azad 8 नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स खोल रही है ताकि भारत में ही हाई टेक एयरोस्पेस पार्ट्स बन सकें.

इसका शेयर 7 नवंबर को 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ ₹1611 पर बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप ₹10421 करोड़ है. स्टॉक ने अब तक ₹1929 का उच्चतम और ₹1159 का न्यूनतम स्तर छुआ है. इसका P E अनुपात 94.25 है. कंपनी का ROE 7.55 फीसदी है. इसने निवेशकों को पिछले 5 साल में 123 फीसदी का रिटर्न दिया है.

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Expleo Solutions

फ्रांस की Expleo Group की भारतीय यूनिट अब Defence और Aerospace सेक्टर में डिजाइन और टेस्टिंग सेवाएं दे रही है. Airbus और Rolls Royce जैसी कंपनियां अब भारत में Defence प्रोजेक्ट्स शिफ्ट कर रही हैं ताकि लागत कम हो और भारत की टेक्नोलॉजी का फायदा उठाया जा सके. इससे Expleo के Defence सेगमेंट में तेजी से ग्रोथ की उम्मीद है.

इसका शेयर 7 नवंबर को 1.51 फीसदी की गिरावट के साथ ₹980 पर बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप ₹1521 करोड़ है. स्टॉक ने अब तक ₹1567 का उच्चतम और ₹735 का न्यूनतम स्तर छुआ है. इसका P E अनुपात 94.25 है. कंपनी का ROE 16.24 फीसदी है. इसने निवेशकों को पिछले 5 साल में 86 फीसदी का रिटर्न दिया है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

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