ट्रंप के ‘टेक इट ऑर लीव इट’ का असर, भरभरा कर टूट गए इन सेक्टर के शेयर, घबड़ाए निवेशक!

अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाने की संभावनाओं और भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील में अब तक कोई प्रगति ना होने से सोमवार को शेयर बाजार में हलचल देखी गई. खासतौर पर ऑटो और IT सेक्टर के शेयरों पर इसका असर साफ दिखाई दिया. Nifty Auto और Nifty IT दोनों ही इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे.

कई सेक्टर के शेयर गिरे. Image Credit: Canva, tv9

Why Nifty Auto And Nifty IT Index in Pressure: सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में हलचल देखी गई. खासतौर पर ऑटो और IT सेक्टर के शेयरों पर इसका असर साफ दिखाई दिया. Nifty Auto और Nifty IT दोनों ही इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. सुबह के सत्र में Nifty Auto 23,949 और Nifty IT 39,004 के स्तर पर था. निवेशकों में अमेरिका के संभावित कड़े कदमों को लेकर बेचैनी है, जिससे इन सेक्टर्स में गिरावट आई, जिसके बाद निवेशक एक बार फिर अमेरिकी को लेकर निवेशक अलर्ट मोड पर हैं.

अमेरिका में टैरिफ बढ़ने की डेडलाइन नजदीक

अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से घोषित 90 दिन की मोहलत 9 जुलाई को समाप्त हो रही है. अगर इस बीच कोई समझौता नहीं हुआ, तो 1 अगस्त 2025 से बढ़े हुए टैरिफ लागू हो जाएंगे. भारत और अमेरिका के बीच किसी ट्रेड डील पर अभी तक सहमति नहीं बनी है, जिससे बाजार में बेचैनी बढ़ी है.

टेक इट ऑर लीव इट का असर!

ट्रंप ने 5 जुलाई को घोषणा की कि अमेरिका 10 से 12 देशों को “टेक इट ऑर लीव इट” ऑफर भेजेगा. इन ऑफर्स में क्लीयर किया जाएगा कि अमेरिका किन देशों पर क्या टैरिफ लगाएगा. ट्रंप ने कहा कि यह प्रक्रिया 7 जुलाई से शुरू होकर 9 जुलाई तक पूरी हो जाएगी और 1 अगस्त से टैरिफ लागू होंगे.

भारत ने जताई नाराजगी

कमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा कि भारत किसी भी ट्रेड डील पर दबाव में दस्तखत नहीं करेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी समझौता तभी होगा जब वह भारत के राष्ट्रीय हितों के अनुकूल होगा और पूरी तरह से अंतिम रूप दिया जाएगा.

BRICS देशों पर भी असर

ट्रंप ने BRICS देशों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि जो देश अमेरिका विरोधी नीतियों का सपोर्ट करेंगे, उन पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा. इस घोषणा के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BRICS समिट में भाषण दे रहे थे. BRICS देशों ने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा कि एकतरफा टैरिफ की नीति ग्लोबल इकोनॉमी के लिए खतरनाक है.

WTO में शिकायत

भारत ने WTO में अमेरिका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. भारत ने कहा कि अमेरिका के 25 फीसदी टैरिफ से 2.89 बिलियन डॉलर के ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट्स पर असर पड़ेगा. भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह जवाबी टैरिफ लगाने का अधिकार रखता है.

बाजार पर असर: कौन-कौन से शेयर गिरे

  • Maruti Suzuki के शेयरों में 1.1 फीसदी की गिरावट देखने को मिली.
  • Tata Motors और Bharat Forge के शेयर भी लाल निशान में कारोबार करते दिखे.
  • Tech Mahindra, HCL Tech, Mphasis जैसे IT शेयरों में 2 फीसदी तक की गिरावट आई.
  • Infosys, Wipro, TCS जैसे दिग्गजों में भी हल्की गिरावट देखी गई.
  • भारतीय IT कंपनियों की अमेरिका पर निर्भर हैं और टैरिफ का असर इन कंपनियों के शेयरों पर देखने को मिल सकता है.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.