रेलवे से मिला ‘कवच’ सिस्टम का ऑर्डर, 500% से ज्यादा का रिटर्न देने वाली ये सरकारी कंपनी फिर चर्चा में

सरकारी इंजीनियरिंग कंपनी BHEL को भारतीय रेलवे (South Western Railway) से 22.87 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है. इसके तहत कंपनी लोकोमोटिव और रेलवे ट्रैक पर अत्याधुनिक ‘कवच’ (KAVACH) ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम लगाएगी. यह तकनीक ट्रेन हादसों को रोकने और सुरक्षा बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी.

रेलवे स्टॉक. Image Credit: Canva

BHEL Bags Order From Railway: सरकारी इंजीनियरिंग कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को भारतीय रेलवे से एक बड़ा ऑर्डर मिला है. इस ऑर्डर की कुल कीमत 22.87 करोड़ रुपये है और यह ऑर्डर दक्षिण पश्चिम रेलवे (South Western Railway) की ओर से जारी किया गया है. कंपनी ने शुक्रवार, 12 सितंबर को यह जानकारी फाइलिंग के जरिये दी. हालांकि, कंपनी के शेयर लाल निशान में कारोबार करते हुए बंद हुए. यानी ऑर्डर अपडेट का असर बीएचईएल के शेयरों पर नहीं दिखा. आइए जानते हैं क्या है ऑर्डर की जानकारी.

क्या है ऑर्डर?

BHEL को यह ऑर्डर रेलवे के लिए कवच (KAVACH) इक्विपमेंट लगाने का मिला है. कवच एक अत्याधुनिक ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम (Automatic Train Protection System) है, जो ट्रेनों की सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए तैयार किया गया है. इस सिस्टम का मुख्य उद्देश्य रेल नेटवर्क पर होने वाली दुर्घटनाओं और टक्कर की घटनाओं को रोकना है. ऑर्डर के अनुसार, BHEL को लोकोमोटिव यानी ट्रेनों के इंजनों में ऑन-बोर्ड कवच सिस्टम लगाना होगा.

फोटो क्रेडिट- @NSE

इसके अलावा रेलवे ट्रैक पर कई जगहों- जैसे कि स्टेशन, लेवल क्रॉसिंग (LC), इंटरमीडिएट ब्लॉक (IB) और ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल (ABS) लोकेशन पर ट्रैकसाइड कवच सिस्टम भी इंस्टॉल करना होगा. इसके साथ ही BHEL को डिजाइन, डेवलपमेंट, सप्लाई, इंस्टॉलेशन, ट्रायल और कमीशनिंग जैसे सभी काम भी करने होंगे.

क्या है शेयरों का हाल?

शुक्रवार, 12 सितंबर को कंपनी के शेयर 0.09 फीसदी की गिरावट के साथ 228.70 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. पिछले 1 सप्ताह में कंपनी के शेयरों का भाव 8.28 फीसदी तक चढ़ा है. हालांकि, सालभर के दौरान इसमें 12.02 फीसदी की गिरावट आई है. वहीं, 5 साल के दौरान इसमें 526 फीसदी की तेजी दिखी है. कंपनी का मार्केट कैप 79,704 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.

क्या है कवच की खासियत?

कवच सिस्टम की खासियत यह है कि अगर कोई ट्रेन ड्राइवर गलती से रेड सिग्नल पार कर लेता है तो यह सिस्टम तुरंत ट्रेन को रोक देता है. यह दो ट्रेनों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखने में भी मदद करता है, जिससे टक्कर की संभावना खत्म हो जाती है. इस तकनीक से भविष्य में रेलवे हादसे काफी हद तक कम हो जाएंगे और यात्रियों की सुरक्षा का स्तर बढ़ जाएगा. इस प्रोजेक्ट में इस्तेमाल होने वाला कवच इक्विपमेंट BHEL अपने बेंगलुरु प्लांट में बनाएगा. कंपनी को इस पूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 18 महीने का समय दिया गया है. इसका मतलब है कि अगले डेढ़ साल में दक्षिण पश्चिम रेलवे के कई हिस्सों में कवच सिस्टम लगाने का काम पूरा हो जाएगा.

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