बिहार के नतीजे तय करेंगे इन 4 इंफ्रा कंपनियों की रफ्तार, ₹40000 करोड़ से ज्यादा का ऑर्डर बुक; शेयर पर रखें नजर
बिहार सरकार ने 3.17 लाख करोड़ रुपये का बजट जारी किया है जिसमें 15,586 करोड़ रुपये इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रामीण विकास के लिए रखे गए हैं. इससे राज्य में चल रहे 1.36 लाख करोड़ रुपये के 49 प्रोजेक्ट्स को गति मिलेगी. G R Infraprojects, PNC Infratech, L&T और NCC जैसी कंपनियों को सड़क, जल और एनर्जी सेक्टर में नए अवसर मिल सकते हैं.
Bihar Election: बिहार में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं. कल यानी 14 नवंबर को इसका रिजल्ट आएगा. चुनाव के बाद जारी हुए एग्जिट पोल में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनती हुई दिख रही है. इससे चुनाव के नतीजों से पहले ही इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर एक बार फिर चर्चा में आ गया है. राज्य में लगभग 1.36 लाख करोड़ रुपये के 49 बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं जिनमें सड़क, रेल, जल, एविएशन और शहरी विकास जैसे सेक्टर शामिल हैं. सरकार ने ग्रामीण आवास, सड़क और जल योजनाओं पर तेजी से काम शुरू किया है. अगर एनडीए सत्ता में वापस आती है तो केंद्र और राज्य के बीच बेहतर तालमेल से प्रोजेक्ट की मंजूरी और फंड रिलीज की गति और बढ़ सकती है. इसका सीधा फायदा निर्माण क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों को होगा जिनकी बिहार में मौजूदगी मजबूत है.
बजट 2025-26 से इंफ्रा सेक्टर को नया बूस्ट
बिहार सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 3.17 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड बजट पेश किया है. इसमें 15,586 करोड़ रुपये इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रामीण विकास के लिए रखे गए हैं. इसके अलावा 60,954 करोड़ रुपये एजुकेशन, 20,335 करोड़ रुपये स्वास्थ्य और 13,483 करोड़ रुपये एनर्जी सेक्टर के लिए अलॉट किए गए हैं.
G R Infraprojects
जी आर इंफ्राप्रोजेक्ट्स सड़क और हाईवे निर्माण में एक प्रमुख कंपनी है. इसका ऑर्डर बुक 21,000 करोड़ रुपये से अधिक का है. जुलाई 2025 में कंपनी ने बिहार के वाराणसी रांची कोलकाता हाईवे प्रोजेक्ट को 1,248 करोड़ रुपये की लागत से हासिल किया. यह कंपनी भारतमाला परियोजना के तहत और भी ऑर्डर मिलने की स्थिति में है. इसका शेयर गुरुवार को 1.02 फीसदी की गिरावट के साथ 1116 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. इसका मार्केट कैप 10,775 करोड़ रुपये है. इसका 52 हफ्ते का हाई 1682 रुपये और लो 901 रुपये का है.
PNC Infratech
पीएनसी इंफ्राटेक उत्तर और पूर्व भारत में सक्रिय कंपनी है. इसने पटना, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में कई प्रोजेक्ट पूरे किए हैं. कंपनी का ऑर्डर बुक 17,000 करोड़ रुपये से अधिक का है. बिहार में अगर चुनाव के बाद सड़क निर्माण को बढ़ावा मिलता है तो इस कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है. इसका शेयर गुरुवार को 0.83 फीसदी की गिरावट के साथ 279 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. इसका मार्केट कैप 7,156 करोड़ रुपये है. इसका 52 हफ्ते का हाई 357 रुपये और लो 236 रुपये है. इसने अपने निवेशकों को पिछले 5 साल में 74 फीसदी का रिटर्न दिया है.
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L&T
लार्सन एंड टुब्रो भारत की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है जो सड़क, मेट्रो, जल और पावर प्रोजेक्ट में काम करती है. हालांकि इसका बिहार पर सीधा निर्भरता कम है लेकिन देशभर में कैपिटल खर्च बढ़ने से इसे फायदा मिल रहा है. भारतमाला और गति शक्ति जैसी योजनाओं के तहत ऑर्डर बुक में वृद्धि की संभावना है. इसका शेयर 13 नवंबर को 0.40 फीसदी की गिरावट के साथ 3969 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. कंपनी का मार्केट कैप 5,45,996 करोड़ रुपये है. इसके शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 4063 रुपये और न्यूनतम स्तर 2965 रुपये रहा है. इसने अपने निवेशकों को पिछले 5 साल में 356 फीसदी का रिटर्न दिया है.
NCC
एनसीसी लिमिटेड को हाल ही में बिहार के जमुई जिले में बारनेर वाटर रिजर्व योजना के लिए 2,090 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला है. इससे कंपनी का वाटर मैनेजमेंट सेक्टर में पोर्टफोलियो मजबूत हुआ है. बिहार सरकार के बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च के चलते एनसीसी को आने वाले महीनों में और प्रोजेक्ट मिलने की उम्मीद है. इसका शेयर 13 नवंबर को सुबह 11 बजे 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 186 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे. कंपनी का मार्केट कैप 11,684 करोड़ रुपये है. इसके शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 327 रुपये और न्यूनतम स्तर 170 रुपये रहा है. इसने निवेशकों को पिछले 5 साल में 395 फीसदी का रिटर्न दिया है.