अब स्टॉक बेचने पर महज देना होगा 3.5 रुपये का टैरिफ, CSDL ने किया ये बड़ा बदलाव, 1 अक्टूबर से होगा लागू
सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CSDL) ने एक नए यूनिफॉर्म टैरिफ का ऐलान किया है. इसके तहत अब प्रति डेबिट लेनदेन पहले से कम लगेगा. पहले स्टॉक बेचने 3.75 रुपये से 5.5 रुपये प्रति लेन-देन चुकाना होता था, जो अब महज 3.5 रुपये होगा.

शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए अच्छी खबर है, दरअसल अब आपको स्टॉक बेचने पर महज 3.5 रुपये का टैरिफ चुकाना होगा, जाे पहले 3.75 रुपये से 5.5 रुपये प्रति लेन-देन था. मगर निवेशकों को राहत देते हुए सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CSDL) ने एक नए यूनिफॉर्म टैरिफ का ऐलान किया है. इसके तहत अब प्रति डेबिट लेनदेन पहले से कम लगेगा. यह नई व्यवस्था 1 अक्टूबर से लागू होगी.
नए टैरिफ व्यवस्था में पहले की तरह कुछ छूट लागू रहेंगी. इसमें महिला डीमैट अकाउंट होल्डर्स (सोलो या फर्स्ट होल्डर्स के रूप में) की ओर से डेबिट लेनदेन पर उन्हें 0.25 रुपये की छूट और म्यूचुअल फंड, बॉन्ड इंटरनेशनल सिक्योरिटीज आइडेंटिफिकेशन में लेनदेन उन्हें 0.25 रुपये की छूट मिलेगी. CDSL ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि बताया कि यह घोषणा SEBI के ‘ट्रू टू लेबल’ सर्कुलर के अनुरूप है. नई व्यवस्था को लागू करने का मकसद निवेशकों के लिए लेनदेन की लागत को कम करना है.
CDSL की क्या है भूमिका?
CDSL भारतीय इक्विटी बाजार में डिपॉजिटरी सर्विसेज मुहैया करवाता है. यह इलेक्ट्रॉनिक फॉरमेट में सिक्योरिटिज को रखने और ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. इसके जरिए शेयर, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड जैसी सिक्योरिटीज को रखा जा सकता है और इनमें ट्रेड किया जा सकता है. CDSL एशिया की एकमात्र लिस्टेड डिपॉजिटरी सर्विस है, जिसका मार्केट कैप लगभग 31,300 करोड़ रुपये है. CDSL की ओर से लेनदेन पर शुल्क वसूला जाता है, जो डीमैट अकाउंट से शेयर बेचे जाने पर लिया जाता है.
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