न सुर्खियों में, न चर्चा में… फिर भी मजबूत! SBI से सस्ता Bank of India क्यों खींच रहा है स्मार्ट निवेशकों का ध्यान
मुंबई स्थित यह बैंक बिना शोर-शराबे के अपने लोन, मुनाफे और एसेट क्वालिटी में सुधार कर रहा है. खास बात यह है कि यह बैंक अपने बुक वैल्यू से भी नीचे ट्रेड कर रहा है, जबकि इसका बड़ा rival State Bank of India कहीं ज्यादा महंगा है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या साल 2026 के लिए Bank of India एक मजबूत वैल्यू बेट बन सकता है?
Bank of India: जब भी सरकारी बैंकों की बात होती है, तो निवेशकों के दिमाग में सबसे पहला नाम SBI का आता है. लेकिन साल 2025 के अंत में शेयर बाजार में एक ऐसा PSU बैंक धीरे-धीरे सुर्खियों में आ रहा है, जो न तो ज्यादा चर्चा में रहता है और न ही मीडिया की हेडलाइन बनता है. फिर भी इसके आंकड़े मजबूत हैं और वैल्यूएशन बेहद सस्ता. हम बात कर रहे हैं Bank of India की.
मुंबई स्थित यह बैंक बिना शोर-शराबे के अपने लोन, मुनाफे और एसेट क्वालिटी में सुधार कर रहा है. खास बात यह है कि यह बैंक अपने बुक वैल्यू से भी नीचे ट्रेड कर रहा है, जबकि इसका बड़ा rival State Bank of India कहीं ज्यादा महंगा है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या साल 2026 के लिए Bank of India एक मजबूत वैल्यू बेट बन सकता है? आइए विस्तार से समझते हैं.
शेयर की स्थिति और वैल्यूएशन
शुक्रवार की सुबह Bank of India का शेयर करीब ₹139 पर ट्रेड कर रहा था, जो इसके 52-हफ्ते के हाई ₹151 से ज्यादा दूर नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि बैंक का प्राइस-टू-बुक वैल्यू सिर्फ 0.8 गुना है. यानी अगर बैंक की बुक वैल्यू ₹100 है, तो निवेशक इसे ₹80 में खरीद रहे हैं. वहीं, SBI करीब 1.7 गुना बुक वैल्यू पर ट्रेड करता है. साफ है कि Bank of India वैल्यू के मामले में कहीं ज्यादा सस्ता है.
सबसे सस्ते पब्लिक सेक्टर बैंकों का Valuations (P/BV के आधार पर)
| नाम | मार्केट कैपिटलाइजेशन (करोड़ रुपये) | बुक वैल्यू के लिए कीमत (x) |
| Bank of India | 63,623 | 0.76 |
| Central Bank | 33,373 | 0.87 |
| Union Bank (I) | 114,733 | 0.91 |
| Bank of Baroda | 148,780 | 0.95 |
| Punjab Natl.Bank | 138,318 | 0.98 |
| UCO Bank | 35,926 | 1.10 |
| Canara Bank | 136,060 | 1.18 |
| Indian Bank | 104,955 | 1.36 |
| Bank of Maha | 43,842 | 1.40 |
| Pun. & Sind Bank | 18,995 | 1.42 |
| SBI | 892,047 | 1.57 |
| I O B | 65,338 | 1.88 |
Q2FY26 की रिपोर्ट कार्ड
सितंबर 2025 तिमाही में Bank of India का प्रदर्शन बेहतर रहा. बैंक के कुल लोन (एडवांसेज) 15.8% बढ़कर ₹6.95 लाख करोड़ हो गए. यह बढ़त रिटेल और SME लोन से आई. प्रोविजन (भविष्य के नुकसान के लिए रखा पैसा) में करीब 57% की गिरावट आई, जिससे बैंक का मुनाफा बढ़ने में मदद मिली.
NIM और ब्याज दरों का असर
इस तिमाही में बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 2.4% रहा, जो पिछले साल से थोड़ा कम है. दरअसल RBI ने 2025 में कई बार रेपो रेट घटाया. लोन की ब्याज दरें जल्दी घटती हैं, लेकिन जमा (FD) की दरें देर से घटती हैं. इससे थोड़े समय के लिए NIM पर दबाव आता है. यही असर पूरे बैंकिंग सेक्टर में दिख रहा है.
एसेट क्वालिटी
Bank of India की नेट NPA सिर्फ 0.65% रही, जो पिछले साल 0.94% थी. तुलना करें तो SBI की नेट NPA 0.42% है. यानी Bank of India भी अब खराब कर्ज के मोर्चे पर काफी मजबूत हो चुका है. कम प्रोविजन की वजह से बैंक का नेट प्रॉफिट 7.6% बढ़कर ₹2,555 करोड़ हो गया. Return on Assets (ROA) करीब 0.9% रहा. तुलना के लिए, HDFC Bank का ROA ज्यादा है, लेकिन उसकी वैल्यूएशन भी काफी महंगी है.
2026 के लिए निवेशकों की नजर क्यों?
बाजार में PSU बैंकों के संभावित मर्जर की चर्चा फिर तेज है. ऐसे में Bank of India जैसे मिड-साइज PSU बैंक पर निवेशकों की नजर टिक रही है. आज Bank of India P/E 6.4 गुना पर ट्रेड कर रहा है, जबकि इसका 10 साल का औसत इससे कहीं ऊपर रहा है. कम वैल्यूएशन, सुधरती एसेट क्वालिटी और मजबूत लोन ग्रोथ, ये तीनों चीजें इसे 2026 के लिए एक मजबूत वॉचलिस्ट स्टॉक बनाती हैं.
डेटा सोर्स: FE, Trade Brains
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