Closing Bell: सेंसेक्स-निफ्टी फ्लैट बंद, PSU बैंक के शेयर चमके; मेटल इंडेक्स में गिरावट

Closing Bell: मिक्स वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार सेंसेक्स और निफ्टी बुधवार 16 जुलाई को लगभग फ्लैट बंद हुए. सेंसेक्स में बढ़त में इंफोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एसबीआई और आईटीसी का योगदान सबसे अधिक रहा.

शेयर मार्केट. Image Credit: Tv9

Closing Bell: अमेरिकी महंगाई दर में वृद्धि के बाद एशियाई बाजारों में आई कमजोरी के चलते बुधवार 16 जुलाई को भारतीय शेयर बाजार ने सीमित दायरे में कारोबार किया. कॉरपोरेट आय और अमेरिकी व्यापार वार्ताओं पर प्रमुख अपडेट को लेकर निवेशक पहले से ही अलर्ट मोड में हैं. सेंसेक्स 63.57 अंक या 0.08 फीसदी बढ़कर 82,634.48 पर और निफ्टी 16.25 अंक या 0.06 फीसदी बढ़कर 25,212.05 पर बंद हुआ. लगभग 2234 शेयरों में तेजी, 1658 शेयरों में गिरावट और 150 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.

सेक्टोरल इंडेक्स

बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी मामूली बढ़त के साथ बंद हुए. बीएसई मिडकैप 0.10 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ, जो मोटे तौर पर बेंचमार्क इंडेक्स के अनुरूप ही रहा. हालांकि, बीएसई स्मॉलकैप 0.28 फीसदी की अच्छी बढ़त के साथ बंद हुआ.

सेक्टोरल इंडेक्स के मोर्चे पर मेटल इंडेक्स में 0.5 फीसदी की गिरावट आई. जबकि रियल्टी, ऑटो, एफएमसीजी, आईटी, पीएसयू बैंक और मीडिया इंडेक्स में 0.5-1.2 फीसदी की वृद्धि हुई.

टॉप गेनर्स और लूजर्स

निफ्टी पर महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो, एसबीआई, नेस्ले इंडिया और टेक महिंद्रा टॉप गेनर की लिस्ट में नजर आए. जबकि श्रीराम फाइनेंस, इटरनल, सन फार्मा, टाटा स्टील और टाटा मोटर्स नुकसान में रहे.

ट्रेड हाइलाइट्स

  • एचडीबी फाइनेंशियल के शेयर 4% गिरकर नए निचले स्तर पर, पहली तिमाही का मुनाफा सालाना आधार पर 2% घटकर 568 करोड़ रुपये रहा.
  • डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयरों में क्यू टेक इंडिया में 51% हिस्सेदारी खरीदने के सौदे से 4% की तेजी.
  • एचडीएफसी लाइफ के शेयरों में 2% की तेजी, पहली तिमाही का मुनाफा सालाना आधार पर 14% बढ़कर 546 करोड़ रुपये; नेट प्रीमियम आय में 16% की वृद्धि.
  • कर्नाटक सरकार द्वारा टिकट की कीमतें 200 रुपये तक सीमित करने के प्रस्ताव के बाद पीवीआर आईनॉक्स के शेयरों में 2% की गिरावट.

बीएसई-लिस्टेड फर्मों का कुल मार्केट कैप बुधवार को 461 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 460.3 लाख करोड़ रुपये था.

यह भी पढ़ें: 8585 करोड़ का कर्ज नहीं चुका पाई ये सरकारी कंपनी, 7 बैंकों ने दिया है लोन; बुरी तरह टूट गए शेयर