Cochin Shipyard: 7 दिन में 33 फीसदी उछला भाव, फिर भी ब्रोकरेज ने दी चेतावनी; 33-60 फीसदी तक टूटेंगे शेयर!
सरकारी डिफेंस कंपनी कोचीन शिपयार्ड के शेयरों में हाल की जबरदस्त तेजी के बावजूद, ब्रोकरेज फर्म कोटक और ट्रेंडलाइन ने इसके स्टॉक पर भारी गिरावट की आशंका जताई है. कोटक ने जहां स्टॉक में 60 फीसदी तक गिरावट की चेतावनी दी है, वहीं ट्रेंडलाइन ने भी अपना टारगेट प्राइस को घटा दिया है. जानें क्या है नया टारगेट प्राइस.
Brokerage Firm on Cochin Shipyard: सरकारी डिफेंस कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (Cochin Shipyard Ltd.) के शेयरों में बीते कुछ कारोबारी सत्रों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. कंपनी के शेयर लगातार 6 ट्रेडिंग सेशन में 35 फीसदी तक चढ़ गए, लेकिन अब ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज और ट्रेंडलाइन दोनों ने इसके शेयरों पर चेतावनी भरी राय दी है. दोनों ही ब्रोकरेज फर्म ने कोचीन शिपयार्ड को लेकर नया टारगेट दिया है जो मौजूदा भाव से काफी कम है.
क्या कहा है ब्रोकरेज फर्मों ने?
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपनी रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा है कि मौजूदा तेजी के बावजूद स्टॉक में लगभग 60 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है. कोटक ने अपने टारगेट प्राइस को 830 रुपये से बढ़ाकर 850 रुपये कर दिया है. हालांकि फर्म की ओर से बढ़ाया गया टारगेट प्राइस मौजूदा भाव जो कि 1,950 रुपये है, से काफी नीचे है. वहीं दूसरी ओर ट्रेंडलाइन ने भी अपने हालिया रिपोर्ट में कंपनी की मार्जिन और प्रोजेक्ट डिलीवरी को लेकर चिंता जताई है. ट्रेंडलाइन ने अपने टारगेट प्राइस को तकरीबन 33 फीसदी तक कम कर दिया है.
नए रिपोर्ट के मुताबिक, कोचीन शिपयार्ड के शेयर गिरकर 1,345 रुपये पर कारोबार कर सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ डिफेंस और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स की डिलीवरी समय पर नहीं हो पाई है, जिससे कमाई पर असर पड़ा है. इसके अलावा इनपुट लागत जैसे स्टील और दूसरे कच्चे माल की कीमत बढ़ने से प्रोडक्शन कॉस्ट भी बढ़ा है जिससे प्रॉफिट पर दबाव पड़ा है.
रिपोर्ट की मुख्य बातें क्या हैं?
- INS विक्रांत और विक्रमादित्य के रिपेयर ऑर्डर ने कंपनी के प्रदर्शन को मजबूती दी है, लेकिन ये “वन-टाइम” कॉन्ट्रैक्ट हैं. भविष्य में नए नौसेना ऑर्डर की कमी चिंता का विषय है.
- भारतीय नौसेना ने अब 3 एयरक्राफ्ट कैरियर एक साथ ऑपरेट करने की योजना को टाल दिया है. नौसेना के इस कदम से कोचीन शिपयार्ड के डिफेंस ऑर्डर में आने वाले समय में और गिरावट देखी जा सकती है.
- कंपनी को पिछले दो साल में कोई बड़ा डिफेंस प्रोजेक्ट नहीं मिला और जो ऑर्डर आए हैं, वे छोटे कमर्शियल शिप्स और रिपेयर वर्क तक सीमित हैं.
- कोटक ने कंपनी के FY26 और FY27 के अनुमानित मुनाफे को 3 फीसदी और 6 फीसदी तक घटाया है. ब्रोकरेज फर्म का ये अनुमान दर्शाता है कि ब्रोकरेज को लंबी अवधि की ग्रोथ को लेकर संदेह काफी ज्यादा है.
शेयर में तेजी का क्या कारण था?
ब्रोकरेज फर्म ने अपने टारगेट प्राइस को घटा दिया है. लेकिन मौजूदा समय में कंपनी के शेयर में काफी उछाल दिख रही है. इसके पीछे की कुछ प्रमुख वजहें हैं-
- INS विक्रांत और विक्रमादित्य के मरम्मत प्रोजेक्ट्स
- कोरियन कंपनियों, Maersk या Drydocks World के साथ संभावित साझेदारी की उम्मीद
- डिफेंस सेक्टर में “मेक इन इंडिया” के चलते बाजार की उम्मीदें
क्या है शेयर का हाल?
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिवस यानी शुक्रवार, 16 मई को कंपनी के शेयर हरे रंग में कारोबार करते हुए बंद हुए. कंपनी के शेयर 2,035.60 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुए. कोचीन शिपयार्ड ने पिछले 1 महीने में अपने निवेशकों को 41.19 फीसदी का रिटर्न दिया है. यानी इस दौरान निवेशकों को प्रति शेयर 597.20 रुपये का मुनाफा हुआ. वहीं पिछले 1 साल में कंपनी ने 50.84 फीसदी का पॉजिटिव रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप 53,536 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है.
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