3,114 पर ट्रेड करता था ये स्टॉक, मात्र तीन साल में ही बुरी तरह गिरकर पहुंचा 104 रुपये; निवेशकों पर टूट पड़ा कहर

EKI Energy Services का स्टॉक, जिसने कभी निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया था, अब 96.66 फीसदी की गिरावट के साथ 3,114 से 104 रुपये पर आ गया है. जनवरी 2022 से गिरावट का दौर जारी है और निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. मार्केट कैप 286 करोड़ रुपये पर सिमट चुका है. कंपनी क्लाइमेट चेंज एडवाइजरी और कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग में काम करती है.

मल्टीबैगर स्टॉक क्रैश Image Credit: money9live.com

EKI Energy Services: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल हमेशा बना रहता है. कई बार निवेशकों को दमदार मुनाफा होता है, तो कई बार उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ता है. ऐसी ही एक कंपनी है, जिसका स्टॉक अप्रैल 2021 में 40.51 रुपये से बढ़कर जनवरी 2022 में 3,114 रुपये तक पहुंच गया था. अगर किसी निवेशक ने इस स्टॉक में 1 लाख रुपये लगाए होते, तो वह रकम सिर्फ 10 महीनों में 75,87,000 रुपये हो जाती.

हालांकि, जनवरी 2022 से इस स्टॉक में लगातार गिरावट जारी है और यह अपने ऑलटाइम हाई 3,114 रुपये से 96.66 फीसदी टूटकर 104 रुपये पर आ गया है. अगर किसी निवेशक ने इसके ऑलटाइम हाई पर 1 लाख रुपये लगाए होते, तो अब उसकी रकम घटकर सिर्फ 3,340 रुपये रह जाती.

286 करोड़ रुपये है मार्केट कैप

286 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ, EKI Energy Services का स्टॉक 104 रुपये पर कारोबार कर रहा है और पिछले 1 साल में इसमें 68.30 फीसदी की गिरावट आई है. भारी गिरावट के बावजूद, यह स्टॉक पिछले 5 सालों में 156 फीसदी का रिटर्न दे चुका है. 2008 में स्थापित और इंदौर स्थित EKI Energy Services Limited (जिसे EnKing International के नाम से भी जाना जाता है), एक भारतीय कंपनी है जो क्लाइमेट चेंज एडवाइजरी और कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग में एक्सपर्टीज रखती है.

EKI ऐसी परियोजनाएं संचालित करती है जो पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को कम करती हैं, जैसे पेड़ लगाना, नवीकरणीय ऊर्जा (सौर, पवन ऊर्जा) को बढ़ावा देना या ऊर्जा-संरक्षण से जुड़ी पहल करना. साथ ही, EKI कंपनियों और सरकारों को सलाह देती है कि वे अपने कार्बन फुटप्रिंट को कैसे कम कर सकते हैं.

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वित्तीय हालात

कंपनी के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में इसका रेवेन्यू 77.88 करोड़ रुपये से घटकर वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 17.58 करोड़ रुपये रह गया, जो 77.42 फीसदी की सालाना गिरावट है. तिमाही आधार पर भी रेवेन्यू 67.46 करोड़ रुपये से घटकर 73.94 फीसदी की गिरावट के साथ दर्ज किया गया. सालाना आधार पर नेट लॉस 29.11 करोड़ रुपये से घटकर 6.64 करोड़ रुपये रह गया.

हालांकि, तिमाही आधार पर कंपनी का 1.54 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट बदलकर 6.64 करोड़ रुपये का नेट लॉस हो गया. वर्तमान में, FII और DII के पास कंपनी में नाममात्र हिस्सेदारी है. हालांकि, मार्च 2023 की तिमाही में FII के पास कंपनी की 4.69 फीसदी और DII के पास 4.34 फीसदी हिस्सेदारी थी.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.