5 साल में 2500% रिटर्न, 1 लाख करोड़ से बड़ा मार्केट, कर्ज से भी टेंशन फ्री ये 5 कंपनियां, सिंगापुर सरकार का भी है निवेश
शेयर बाजार में निवेश से पहले कंपनियों की मजबूती जानना जरूरी है. खासकर यह देखना कि उनके ऊपर कर्ज कितना है. भारत की कुछ बड़ी कंपनियां ऐसी हैं, जो 1 लाख करोड़ से ज्यादा मार्केट कैप के बावजूद कर्ज के मामले में लगभग टेंशन फ्री हैं.

Debt free companies India: शेयर बाजार में निवेशक अक्सर किसी कंपनी की ग्रोथ, प्रॉफिट और डिविडेंड जैसी चीजों पर ध्यान देते हैं. लेकिन एक और अहम पहलू है कंपनी का कर्ज. कर्ज ज्यादा होने पर कंपनी पर ब्याज का बोझ बढ़ जाता है और मुनाफे पर असर पड़ सकता है. लेकिन भारत की कुछ बड़ी कंपनियां ऐसी हैं जिन पर या तो बिल्कुल भी कर्ज नहीं है या फिर नाममात्र का कर्ज है.
खास बात ये है कि इनकी मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर है. इनमें से एक कंपनी में तो सिंगापुर सरकार ने भी निवेश कर रखा है, जो इसे और मजबूत बनाता है.
Bharat Electronics Ltd (BEL)
1954 में स्थापित भारत इलेक्ट्रॉनिक्स डिफेंस सेक्टर की अहम कंपनी है. यह रडार, मिसाइल सिस्टम, ड्रोन डिफेंस और एडवांस सर्विलांस टेक्नोलॉजी जैसे उपकरण बनाती है. कंपनी पर कुल कर्ज केवल 63 करोड़ रुपये है, जो इतने बड़े ऑपरेशन वाली कंपनी के लिए बेहद मामूली है.
BEL लगातार नए रक्षा और सिविल सेगमेंट में विस्तार कर रही है, जिससे निवेशकों के लिए इसके लंबे समय का भविष्य मजबूत दिखता है. बीते पांच साल में निवेशकों को कंपनी के शेयरों से 1032 फीसदी रिटर्न हासिल हुआ है.

Life Insurance Corporation of India (LIC)
LIC भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है, जिसका बाजार में 66 फीसदी से ज्यादा का हिस्सा है. LIC दुनिया की चौथी सबसे बड़ी बीमा कंपनी मानी जाती है. इसकी खासियत है कि इतनी बड़ी कंपनी पर कुल कर्ज सिर्फ 1.5 करोड़ रुपये है, जो इसके मेगा बैलेंस शीट के मुकाबले नगण्य है.
45 फीसदी से ज्यादा का ROE और 53 फीसदी का ROCE कंपनी की मजबूती को और साफ करता है. 2022 में लिस्ट हुई इस कंपनी ने निवेशकों को अबतक करीब 34 फीसदी मुनाफा दे दिया है.

SBI Life Insurance
SBI लाइफ इंश्योरेंस की शुरुआत SBI और BNP Paribas के ज्वाइंट वेंचर से हुई थी. यह कंपनी बचत, पेंशन, टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ जैसी 30 से ज्यादा योजनाएं पेश करती है. खास बात यह है कि इस पर बिल्कुल भी कर्ज नहीं है. इतना ही नहीं, सिंगापुर सरकार की इसमें 3.35% हिस्सेदारी है, जो इसे ग्लोबल स्तर पर भी भरोसेमंद बनाती है. बीते पांच साल में कंपनी के शेयरों ने निवेशकों को 114 फीसदी का मुनाफा दिया है.

Mazagon Dock Shipbuilders Limited
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, जिसे भारत की सबसे पुरानी और अहम शिपयार्ड कंपनी मानी जाती है. कंपनी ने अब तक 800 से ज्यादा जहाज और सबमरीन बनाए हैं. इसकी क्षमता एक साथ 10 युद्धपोत और 11 सबमरीन बनाने की है. इस पर कुल कर्ज केवल 21 करोड़ रुपये है. सरकार के डिफेंस प्रोजेक्ट्स से जुड़े होने के कारण कंपनी को लगातार नए ऑर्डर मिलते रहते हैं. कंपनी ने बीते पांच साल में 2500 फीसदी का रिटर्न दिया है.

Cummins India
कमिंस इंडिया, अमेरिका की Cummins Inc. का हिस्सा है. कंपनी डीजल और वैकल्पिक ईंधन से चलने वाले इंजन और जेनरेटर बनाती है. भारत, नेपाल और भूटान में इसके 2 लाख से ज्यादा ग्राहक हैं. इस पर कुल कर्ज सिर्फ 30 करोड़ रुपये है.
36 फीसदी से ज्यादा ROCE और 28 फीसदी ROE दिखाता है कि कंपनी मजबूत तरीके से कैश जनरेट कर रही है. बीते पांच साल में कंपनी के शेयरों ने निवेशकों को 768.7 फीसदी का रिटर्न दिया है.

कंपनियों के फाइनेंशियल पर एक नजर
इन पांचों कंपनियों का एक ही बड़ा कॉमन फैक्टर है, ये कर्ज के मामले में पूरी तरह टेंशन फ्री हैं. बाजार में इनके शेयर निवेशकों को भरोसा देते हैं क्योंकि कर्ज कम होने से इन पर ब्याज का बोझ लगभग नहीं है. दूसरी ओर, इनके मजबूत बिजनेस मॉडल और सरकारी या वैश्विक समर्थन इन्हें और सुरक्षित विकल्प बनाते हैं.
कंपनी | मार्केट कैप (₹ करोड़) | करंट प्राइस (₹) | हाई/लो (₹) | P/E | बुक वैल्यू (₹) | डिविडेंड यील्ड (%) | ROCE (%) | ROE (%) | फेस वैल्यू (₹) | कुल कर्ज (₹ अरब) |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स | 2,81,499 | 385 | 436 / 240 | 51.2 | 27.3 | 0.62 | 38.9 | 29.2 | 1 | 0.63 |
LIC | 5,54,765 | 877 | 1,049 / 715 | 11.4 | 201 | 1.37 | 53.1 | 45.7 | 10 | 0.015 |
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस | 1,81,383 | 1,809 | 1,930 / 1,373 | 72.9 | 178 | 0.15 | 16.9 | 15.1 | 10 | 0 |
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स | 1,12,721 | 2,794 | 3,778 / 1,918 | 52.0 | 197 | 0.62 | 43.2 | 34.0 | 5 | 0.21 |
कमिंस इंडिया | 1,12,065 | 4,042 | 4,095 / 2,580 | 52.6 | 273 | 1.27 | 36.3 | 28.2 | 2 | 0.30 |
डिस्क्लेमर: मनी9लाइव किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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