79000 करोड़ की मंजूरी के बाद रॉकेट बने डिफेंस स्टॉक्स, पारस डिफेंस से लेकर कोचीन शिपयार्ड तक में तेजी

Defense Stocks Today: डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) द्वारा आर्म्ड फोर्सेज के लिए 79,000 करोड़ रुपये के कैपिटल अधिग्रहण प्रस्तावों को मंजूरी दिए जाने के बाद, शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डिफेंस शेयरों में तेजी देखने को मिली.

डिफेंस के शेयरों में जोरदार तेजी. Image Credit: Getty image

Defense Stocks Today: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) द्वारा आर्म्ड फोर्सेज के लिए 79,000 करोड़ रुपये के कैपिटल अधिग्रहण प्रस्तावों को मंजूरी दिए जाने के बाद, शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डिफेंस शेयरों में तेजी देखने को मिली. भारत डायनेमिक्स, बीईएमएल, कोचीन शिपयार्ड और पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज के शेयरों में 2 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई, जिससे निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स में 1 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई.

गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स, यूनिमेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और डेटा पैटर्न्स (इंडिया) में 1-2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई.

सुबह 10:15 बजे तेजी के साथ कारोबार करने वाले शेयर

शेयरउछाल (%)
भारत डायनेमिक्स2.36
बीईएमएल1.26
कोचीन शिपयार्ड2.64
पारस डिफेंस1.54
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स1.44
यूनिमेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग1.02
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स0.81
डेटा पैटर्न्स0.61

क्यों आई शेयरों में तेजी?

यह रैली सरकार द्वारा कई प्रमुख खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दिए जाने के बाद हुई, जिनमें नाग मिसाइल सिस्टम (ट्रैक्ड) एमके-II (NAMIS), ग्राउंड-बेस्ड मोबाइल ईएलआईएनटी सिस्टम (GBMES) और भारतीय सेना के लिए मैटेरियल हैंडलिंग क्रेन से लैस हाई मोबिलिटी व्हीकल्स (HMV) शामिल हैं. मंत्रालय ने कहा कि ये सभी मिसाइल सिस्टम्स और रक्षा वाहन भारतीय सेना की क्षमताओं को मजबूत करेंगे.

डिफेंस शेयरों को होगा फायदा

वित्त वर्ष 2026 में अब तक, रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने कैपिटल खरीद की अलग-अलग खरीद के तहत लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों को AoN प्रदान किया है, जो वित्त वर्ष 2025 में स्वीकृत 2.2 लाख रुपये करोड़ से अधिक है. घरेलू खरीद का कुल हिस्सा वित्त वर्ष 2019 के 54% से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में 92% हो गया है.

रिपोर्ट के अनुसार, पीटीसी इंडस्ट्रीज, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारत डायनेमिक्स और अन्य रक्षा कंपनियों जैसे भारतीय डिफेंस मैन्युफैक्चरर के लिए एक जबरदस्त अवसर प्रदान करता है

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भारत का डिफेंस बजट

वित्त वर्ष 25-26 के लिए भारत का रक्षा बजट 6.8 लाख करोड़ रुपये (केंद्रीय बजट का 14 फीसदी) है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 फीसदीअधिक है, जिसमें 1.8 लाख करोड़ रुपये कैपिटल अधिग्रहणों के लिए निर्धारित हैं. एंटिक के उद्योग जगत के साथ बातचीत से पता चलता है कि फाइनेंस नए अधिग्रहणों में बाधा नहीं बनेगा और कैपिटल एक्सपेंडिचर में डबल डिजिट की वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है..

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