Auto Parts Boom: 2030 तक 18 लाख करोड़ का होगा ऑटो कंपोनेंट मार्केट, इन 5 स्टॉक्स पर बनाए रखें नजर
भारत का ऑटो कंपोनेंट मार्केट 2030 तक 18 लाख करोड़ तक पहुंचने को तैयार है. घरेलू डिमांड, एक्सपोर्ट और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की तेजी से कंपनियों के मुनाफे में बड़ा उछाल आने की संभावना है. जानिए उन टॉप 5 स्टॉक्स के बारे में जो इस ग्रोथ ट्रेंड का फायदा उठा सकते हैं.
ऑटो कंपोनेंट्स में आने वाली इस ग्रोथ का फायदा उठाने के लिए कुछ कंपनियां खासतौर पर तैयार नजर आती हैं. इसके अलावा इन कंपनियों की मजबूत बैलेंस शीट, टेक्नोलॉजी अपग्रेड और व्यापक OEM इंटीग्रेशन इन्हें फ्यूचर ग्रोथ के लिए रेडी बनाता है. ग्रोथ विजिबिलिटी के आधार पर यहां चुनिंदा 5 ऐसे स्टॉक्स के बारे में बताया गया है, जिनपर नजर रखी जा सकती है.
सुंदरम फास्टनर
TVS Group की यह कंपनी मेक इन इंडिया अभियान के तहत भारत के एक ऑटो मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की स्टोरी में अहम किरदार रखती है. कंपनी इंजन कंपोनेंट्स, फास्टनर, पावरट्रेन और EV पार्ट्स तक का पोर्टफोलियो रखती है. कंपनी की एक्सपोर्ट बुक भी मजबूत है.
इसके अलावा सरकार की प्रॉडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम्स और ग्लोबल सप्लाई शिफ्ट की वजह से कंपनी को बड़ा ऑर्डर फ्लो मिलने की संभावना है. इसके अलावा कंपनी के मार्जिन स्टेबल, कैश फ्लो मजबूत और कैपेस रिटर्न हाई है. ऐसे में ऑटो पार्ट्स में यह लॉन्ग टर्म कंपाउंडर बन सकती है.
बेलराइज इंडस्ट्रीज
EV Adoption के साथ OEMs तेजी से लाइटवेट, स्मार्ट इंटीरियर और प्लास्टिक्स मॉड्यूल की ओर शिफ्ट हो रहे हैं. बेलराइज इसी ट्रेंड की सबसे बड़ी बेनिफिशियरी है. EV पार्टनरशिप्स और नए प्लेटफॉर्म ऑर्डर्स इसके लिए बड़ा अर्निंग बूस्टर हैं. कंपनी का प्रोडक्ट मिक्स मार्जिन-फ्रेंडली है और आने वाले 3–5 साल में रेवन्यू ग्रोथ सेक्टर औसत से कई गुना तेज रहने की संभावना है. हाई ग्रोथ और EV ऑपर्च्युनिटी के कारण इसमें 25% तक रिटर्न पोटेंशियल बन रहा है.
CIE ऑटोमोटिव इंडिया
फोर्जिंग और मशिनिंग में मजबूत प्ले CIE इंडिया को यूरोप और US जैसे बड़े मार्केट का सीधा एक्सपोजर देता है. एक्सपोर्ट पिकअप, कॉस्ट एफिशिएंसी और ऑपरेटिंग लेवरेज से आने वाले क्वार्टर्स में मार्जिन एक्सपेंशन की गुंजाइश है. ग्लोबल OEM नेटवर्क का फायदा इसे घरेलू सप्लायर्स पर बढ़त देता है. इसी वजह से अर्निंग्स विजिबिलिटी मजबूत दिखती है.
ट्यूब इन्वेस्टमेंट ऑफ इंडिया
Murugappa Group की यह कंपनी ऑटो ट्यूब से आगे बढ़कर प्रेसिजन इंजीनियरिंग, EV प्लेटफॉर्म्स, स्पेशियलिटी प्रोडक्ट तक विस्तार कर चुकी है. कैपेक्स सायकल और टेक बेस्ड डायवर्सिफिकेशन इसके लिए मल्टी ईयर एक्सपेंशन थीम तैयार कर रहे हैं. यह उन चुनिंदा ऑटो-एंसिलरी प्ले में है, जो स्टेडी कंपाउंडिंग और सेक्टर टेलविंड्स दोनों देता है.
अमरा राजा एनर्जी
EV ट्रांजिशिन की रीढ़ बैटरी है. अमरा राजा लीथियम-आयन, एनर्जी स्टोरेज सिस्टम और मोबिलिटी सॉल्यूशन पर बड़ा दांव लगा चुकी है. लेड-एसिड में पहले से मजबूत प्ले होने के बाद, अब यह EV ग्रोथ कर्व की सबसेडायरेक्ट बेनिफिशियरी है. आने वाले 10 साल के लिए कंपनी स्ट्रक्चरल ग्रोथ के रास्ते पर दिखाई देती है.
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