Urban Company के शेयर में बिकवाली जारी, 52 वीक हाई से 27% टूटा; 3% गिरावट के साथ ऑल टाइम लो पर पहुंचा स्टॉक
Urban Company के शेयरों में दमदार लिस्टिंग के बाद जोरदार गिरावट देखी जा रही है. स्टॉक अपने 52 वीक हाई से 27 फीसदी टूटा और ऑल टाइम लो पर पहुंच गया है. हालांकि, यह अभी भी अपने इश्यू प्राइस से ऊपर ही बना हुआ है. सितंबर में 57 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुए इस शेयर ने IPO से 1900 करोड़ रुपये जुटाए थे.
Urban Company share: हाल ही में लिस्ट हुई Urban Company के शेयरों में जोरदार बिकवाली जारी है. शुक्रवार को कारोबार के दूसरे दिन भी शेयरों में 3.16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 147.11 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया. दिन के कारोबार में इसका शेयर 52 वीक लो बनाते हुए 145.17 रुपये तक गिरा था. शेयर अपने 52 वीक हाई (201.18 रुपये) से करीब 27 फीसदी टूट चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म्स Morgan Stanley और Goldman Sachs ने कंपनी के प्रीमियम वैल्यूएशन को लेकर चिंता जताई है, जिसके बाद निवेशकों का मनोबल कमजोर हुआ है.
क्या है ब्रोकरेज की राय
दोनों प्रमुख ब्रोकरेज फर्म्स ने कंपनी की लॉन्ग टर्म विकास संभावनाओं को सकारात्मक बताया है, लेकिन उनका मानना है कि ये सभी अच्छी खबरें पहले से ही शेयर की कीमत में शामिल हैं. Morgan Stanley ने शेयर पर ‘Underweight’ की रेटिंग देते हुए टारगेट प्राइस मात्र 117 रुपये रखा है, जो मौजूदा कीमत से 20.47 फीसदी कम है.
Goldman Sachs ने ‘Neutral’ रेटिंग के साथ टारगेट प्राइस 140 रुपये निर्धारित किया है, जो वर्तमान स्तर से कुछ फीसदी कम है. इसका सीधा अर्थ है कि विश्लेषकों के अनुसार, शेयर में अभी और गिरावट की संभावना बनी हुई है.
दमदार हुई थी लिस्टिंग
Urban Company के शेयरों ने सितंबर में हुई अपनी लिस्टिंग के बाद शानदार शुरुआत की थी. कंपनी का शेयर 103 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 162.3 रुपये पर लिस्ट हुआ था, यानी 57 फीसदी की बढ़त के साथ. इसके बाद शेयर ने और तेजी दिखाई और लगातार बढ़त के साथ 201.18 रुपये के स्तर तक पहुंच गया. लेकिन हाल के दिनों में हुई बिकवाली ने शेयर को उसकी ऊंचाई से करीब 27 फीसदी नीचे ला दिया है. हालांकि, यह अभी भी अपने इश्यू प्राइस से ऊपर ही बना हुआ है.
कंपनी ने IPO से जुटाए थे 1900 करोड़ रुपये
Urban Company ने अपनी नई इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए IPO में कुल 1900 करोड़ रुपये जुटाए थे. 10 से 12 सितंबर के बीच चली सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया में IPO को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था और यह 109 गुना सब्सक्राइब हुआ था. कंपनी ने बताया था कि वह IPO से मिले फंड का इस्तेमाल नई टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑफिस के लिए लीज पेमेंट, मार्केटिंग और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी.
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