वित्‍त मंत्री ने बताया क्‍यों टूट रहा है बाजार, निवेशकों के लिए जानना है जरूरी

वित्त मंत्री निर्मला सीतारणम का कहना है कि भारतीय शेयर बाजार दुनियाभर के बाजारों की तुलना में आज भी बेहतर स्थिति में है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में भारतीय बाजार में आई गिरावट का असल कारण क्या है?

मुंबई मे एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Image Credit: PTI02_17_2025_000217B (1)

Share Marker Correction को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि इससे निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की तरफ से भारतीय शेयर बाजार में की गई बिकवाली से उभरी चिंताओं को दूर करते हुए वित्त मंत्री ने सीतारमण ने सोमवार को कहा कि यह असल में भारतीय बाजार के ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद हुई मुनाफावसूली है.

वित्त मंत्री सीतारमण ने सोमवार को मुंबई में थीं. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकारों से बातचीत में सीतारमण ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ऐसी अर्थव्यवस्था है, जहां निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल रहा है, इसकी वजह से ही यहां ऊपरी लेवल से मुनाफावसूली हो रही है. वित्त मंत्री ने कहा, “FII तब भी बाहर निकलते हैं, जब वे मुनाफा कमा रहे होते हैं. आज भारतीय बाजार, भारतीय अर्थव्यवस्था में ऐसा माहौल है, जिसमें निवेश से अच्छा रिटर्न मिल रहा है और मुनाफावसूली भी हो रही है.”

FII ने की 1.56 लाख करोड़ की बिकवाली

पिछले वर्ष सितंबर में भारतीय बाजार अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया. इसके बाद टॉप लेवल से भारी बिकवाली शुरू हुई, जिसके चलते बेंचमार्क सेंसेक्स फिलहाल अपने ऑल टाइम हाई 85,978.25 अंक से 9,981.39 अंक नीचे 75,996.86 अंक पर है. बाजार के सितंबर में बाजार के शीर्ष पर पहुंचने के बाद से FII भारतीय बाजार से 1.56 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेच चुके हैं. इसमें से करीब 1 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली 2025 में हुई है, जिसके चलते बाजार में बड़ी गिरावट आई है.

FII कहीं और नहीं जा रहे लौटकर आएंगे

FII के रुख को लेकर वित्त सचिव तुहिन कांता पांडे ने कहा कि एफआईआई भारतीय बाजार से निकलकर किसी दूसरे बाजार में नहीं जा रहे हैं, जैसे के पहले कयास लगाए जा रहे थे कि FII भारत से पैसा निकालकर चीन और दूसरे एशियाई देशों में पैसा लगा रहे हैं. पांडे ने कहा कि असल में FII फिलहाल, वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए अपना पैसा वापस अपने देश लेकर जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी संकेत दिया कि ये बदलाव अस्थायी हो सकते हैं. इसके साथ ही कहा कि भारतीय बाजार ऐसे उतार-चढ़ाव को झेलने में सक्षम है.

टैरिफ पर क्या बोलीं सीतारमण

टैरिफ पर अमेरिका के रुख को लेकर पूछे गए सवाल पर सीतारमण ने कहा कि भारत निवेशकों के लिए अधिक अनुकूल बनने की दिशा में काम कर रहा है. सीमा शुल्क में सुधारों पर हाल ही में बजट घोषणाओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने स्थानीय उद्योग और नौकरियों की रक्षा के लिए पिछले दो वर्षों में शुल्कों के मोर्चे पर कई उपाय किए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा या एंटी डंपिंग शुल्कों की भी समय-समय पर समीक्षा की जाती है.