इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारत ने चीन को छोड़ा पीछे, मॉर्गन स्टेनली ने जारी की रिपोर्ट

इन्वेस्टेबल मार्केट इंडेक्स (आईएमआई) के अनुसार निवेश के मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है. आंकड़ों की बात करें तो 6 सितंबर तक एमएससीआई के इन्वेस्टेबल मार्केट इंडेक्स में भारत 22.27 फीसदी के साथ आगे निकल गया जबकि चीन में यह आंकड़ा 21.58 फीसदी पर ही रहा है.

मॉर्गन स्टेनली Image Credit: Mario Tama/Getty Images

भारत में बढ़ती निवेश पर अब अमेरिकी वित्तीय कंपनी एमएससीआई ने मुहर लगा दी है. मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल (एमएससीआई ) ने जारी अपने इमर्जिंग मार्केट के इन्वेस्टेबल मार्केट इंडेक्स (आईएमआई) में बताया कि निवेश के मामले में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया है. आंकड़ों की बात करें तो 6 सितंबर तक एमएससीआई के इन्वेस्टेबल मार्केट इंडेक्स में भारत 22.27 फीसदी के साथ आगे निकल गया जबकि चीन में यह आंकड़ा 21.58 फीसदी पर ही रहा है.

क्या कहा मॉर्गन स्टेनली ने?

स्टेनली के अनुसार भारत के निवेश में वृद्धि आई है. बता दें कि मॉर्गन स्टेनली, अमेरिका की बहुराष्ट्रीय निवेश बैंकिंग और वित्तीय फर्म है. यह फर्म हर साल नए इंडेक्स जारी करती है. यह इंडेक्स उभरते बाजारों में मौजूद कंपनियों के प्रदर्शन को मापता है. इसमें 24 देशों की 3,355 लार्ज, मीडियम और स्मॉल कैप वाली कंपनियां शामिल हैं. शामिल कंपनियों के आंकड़ों के आधार पर ही इंडेक्स को तैयार किया जाता है.

चीन में विपरीत आर्थिक परिस्थितियों के कारण वहां के बाजार संघर्ष कर रहे हैं जबकि भारत के बाजार को अनुकूल व्यापक आर्थिक स्थितियों से लाभ मिला है. वर्तमान में एमएससीआई ईएम, 520 मिलियन डॉलर की एसेट्स को मैनेज करता है वहीं एमएससीआई आईएमआई, तकरीबन 120 मिलियन डॉलर के एसेट का हिसाब रखता है.

बेहतर होता हुआ भारत का प्रदर्शन

लार्ज और मिड कैप कंपनियों पर केंद्रित, एमएससीआई के स्टैंडर्ड इंडेक्स में चीन 24 फीसदी के साथ शीर्ष पर बना हुआ था. वहीं भारत लगभग 20 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर है. बता दें कि भारत ने पिछले नवंबर में ही ताइवान को पीछे छोड़कर इंडेक्स में दूसरे स्थान को हासिल किया था.
पिछले कुछ महीनों में भारत की मजबूत प्रदर्शन ने एमएससीआई सूचकांकों में अपने प्रतिनिधित्व को काफी हद तक बढ़ाया है. एमएससीआई इंडिया ने इस साल 21 फीसदी की बढ़त हासिल की है वहीं एमएससीआई चीन इंडेक्स में 0.5 फीसदी की गिरावट देखी गई है. भारत के बेहतर हो रहे प्रदर्शन के कारण एमएससीआई ईम और एमएससीआई आईएमआई, दोनों इंडेक्स में कई भारतीय कंपनियों को जोड़ा गया है.