तेजी से कर्ज घटा रहीं Nestle, BEL सहित ये 5 बड़ी कंपनियां, दो-तिहाई उधारी कम; रिटर्न देने में भी आगे
बाजार में उन लार्ज-कैप कंपनियों पर खास नजर रहती है, जो लगातार अपना कर्ज कम कर वित्तीय स्थिति मजबूत कर रही हैं. हाल की तिमाहियों में नेस्ले इंडिया, कमिंस इंडिया, DLF, टोरेंट फार्मा और BEL ने अपने डेट लेवल में बड़ी कमी की है, जिससे निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है. जानें विस्तार में सभी के बारे में.
Large Cap Companies Debt Free: बाजार में जब कोई बड़ी कंपनी अपने कर्ज को लगातार कम करती है, तो यह उसके वित्तीय रूप से मजबूत होने का संकेत माना जाता है. कर्ज घटने से कंपनियों का ब्याज खर्च कम होता है, कैश फ्लो बेहतर होता है और विकास से जुड़े नए प्रोजेक्ट्स पर पैसा खर्च करने के लिए ज्यादा जगह मिलती है. यही वजह है कि निवेशक उन लार्ज-कैप कंपनियों पर खास ध्यान देते हैं, जो उधारी कम करते हुए अपनी बैलेंस शीट को हल्का और स्थिर बना रही हों. हाल की तिमाहियों में नेस्ले इंडिया, कमिंस इंडिया, DLF, टोरेंट फार्मा और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL) जैसी दिग्गज कंपनियों ने अपने कर्ज में दमदार कमी लाकर बाजार में पॉजिटिव सिग्नल भेजे हैं.
Nestle India Ltd
नेस्ले इंडिया ने हाल के महीनों में अपनी देनदारियों को तेजी से कम किया है. मैगी, किटकैट और नेस्कैफे जैसी फेमस प्रोडक्ट्स वाली यह कंपनी देश के कंज्यूमर मार्केट में मजबूत ब्रांड पहचान रखती है. कंपनी का कर्ज Q4FY25 में जहां 1,167 करोड़ रुपये था, वहीं Q2FY26 आते-आते यह घटकर 477 करोड़ रुपये रह गया. कंपनी का Debt-to-Equity Ratio भी केवल 0.10 है, जो इसे एक स्थिर और मजबूत वित्तीय स्थिति वाली कंपनी के रूप में दर्शाता है. मजबूत कैश फ्लो और लगातार अच्छा प्रदर्शन इसके कर्ज घटाने में अहम रहा.
शेयर का प्रदर्शन
कंपनी के शेयर शुक्रवार, 14 नवंबर को 0.28 फीसदी की गिरावट के साथ 1,272.60 रुपये पर बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप 2,44,771 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. कंपनी के शेयरों ने पिछले 1 साल में 16.09 फीसदी का रिटर्न दिया है. 52वीक हाई- 1,311.60 रुपये और 52वीक लो 1,055 रुपये.
Cummins India Ltd
कमिंस इंडिया भी उन लार्ज-कैप कंपनियों में शामिल है, जिनका कर्ज शुरुआती तौर पर ही बहुत कम था. डीजल इंजन और पावर सॉल्यूशंस बनाने वाली यह कंपनी लगभग “कर्ज-मुक्त” स्थिति में काम कर रही है. Q4FY25 में मात्र 30 करोड़ रुपये का कर्ज था, जो Q2FY26 में घटकर 24 करोड़ रुपये रह गया. कंपनी का Debt-to-Equity Ratio शून्य है, जिससे यह साफ होता है कि कमिंस इंडिया अपने ऑपरेशन्स को बिना कर्ज पर निर्भर हुए संचालित कर रही है. यह स्थिरता निवेशकों के लिए बेहद अच्छी मानी जाती है.
शेयर का प्रदर्शन
कंपनी के शेयर 1.90 फीसदी की गिरावट के साथ 4,283.20 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. स्टॉक ने एक साल में 29.79 फीसदी का रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप 1,18,740 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. कंपनी का 52 वीक हाई 4,363.30 रुपये और लो 4,263 रुपये है.
DLF
रियल एस्टेट सेक्टर की दिग्गज कंपनी DLF ने भी कर्ज कम करने में प्रगति की है. बड़े प्रोजेक्ट्स और विशाल इन्वेंट्री के बावजूद DLF ने अपने कर्ज को Q4FY25 के 4,103 करोड़ रुपये से घटाकर Q2FY26 में 1,777 करोड़ रुपये पर ला दिया. इतनी बड़ी कटौती यह दर्शाती है कि कंपनी अपने कैश मैनेजमेंट और प्रोजेक्ट डिलीवरी में लगातार सुधार कर रही है. उसका Debt-to-Equity Ratio भी 0.04 तक आ गया है, जो रियल एस्टेट उद्योग के संदर्भ में एक मजबूत संकेत माना जाता है.
शेयर का प्रदर्शन
कंपनी के शेयर शुक्रवार, 14 नवबंर को 0.01 फीसदी की बढ़त के साथ 764.85 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुए. सालभर में स्टॉक ने 1.94 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया है. कंपनी का मार्केट कैप 1,89,497 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. स्टॉक का 52वीक हाई 896.60 रुपये और लो 601.20 रुपये है.
Torrent Pharmaceuticals Ltd
टोरेंट फार्मा ने भी अपने कर्ज को घटाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं. Q4FY25 में कंपनी के ऊपर कुल 3,202 करोड़ रुपये का कर्ज था, जो Q2FY26 में कम होकर 2,822 करोड़ रुपये रह गया. कंपनी का Debt-to-Equity Ratio 0.33 है, जो उसकी सक्षमता और स्थिर ऑपरेशन को दर्शाता है. दवाओं के कई महत्वपूर्ण सेगमेंट में इसकी मौजूदगी और लगातार मजबूत होती बिक्री ने कंपनी को कर्ज नीचे लाने में मदद की है.
शेयर का प्रदर्शन
शुक्रवार, 14 नवंबर को कंपनी का स्टॉक 0.15 फीसदी की तेजी के साथ 3,831.80 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप 1,29,947 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. पिछले 1 साल में स्टॉक 23.48 फीसदी का रिटर्न दे चुका है. स्टॉक का 52वीक हाई स्तर 3,882.20 रुपये और लो 2,886.45 रुपये है.
BEL
सरकारी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL) भी कम कर्ज वाली कंपनियों में गिनी जाती है. रक्षा और एयरोस्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने वाली यह Navratna कंपनी सालों से बेहद कम उधारी के साथ काम कर रही है. Q4FY25 में उसका कर्ज 61 करोड़ रुपये था, जो Q2FY26 में थोड़ा कम होकर 59 करोड़ रुपये रह गया. BEL का Debt-to-Equity Ratio भी शून्य है, जो इसे सरकार समर्थित, भरोसेमंद और दीर्घकालिक निवेश के लिए एक सुरक्षित विकल्प बनाता है.
शेयर का प्रदर्शन
शुक्रवार को स्टॉक 1.68 फीसदी की तेजी के साथ 426.85 रुपये पर कारोबार करते हुए बंद हुआ. स्टॉक का 52 वीक हाई स्तर 436 रुपये और लो 240.25 रुपये है. कंपनी का मार्केट कैप 3,12,091 करोड़ रुपये दर्ज किया गया. स्टॉक ने 1 साल में 50.83 फीसदी का रिटर्न दिया है.
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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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