Pi Coin को किसकी लगी नजर, तीन दिन में 3.7 बिलियन डॉलर मार्केट कैप हुआ साफ; आखिर क्या है कारण?

Pi Network Coin की कीमत में हाल ही में आई 45 फीसदी की गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है. Consensus 2025 इवेंट में हुई बड़ी घोषणाओं के चलते 13 मई को यह कॉइन 1.57 डॉलर तक चढ़ा था, लेकिन तीन दिनों में ही इसकी कीमत गिरकर 0.69 डॉलर पर आ गई है. इसी के साथ मार्केट कैप भी घट गया है.

पाई कॉइन का भाव गिरा Image Credit: @Money9live

Pi Coin Price Fall: क्रिप्टो करेंसी मार्केट में हाल ही में चर्चा का विषय बना Pi Network Coin (Pi) अब गिरावट की चपेट में है. कॉइन का भाव पिछले कुछ दिनों में काफी नीचे गिर चुका है. जहां 8 से 13 मई के बीच यह कॉइन तेजी से चढ़ा था अब इसकी कीमत में जोरदार गिरावट दर्ज की गई है. Pi Coin की कीमत कुछ दिन पहले 1.57 डॉलर के हाई लेवल पर पहुंची थी लेकिन अब यह घटकर 0.6984 डॉलर रह गई है. इसका मार्केट कैप भी 13 मई को 8.8 बिलियन डॉलर से गिरकर 16 मई तक 5.1 बिलियन डॉलर पर आ गया है. यानी सिर्फ तीन दिनों में 3.7 बिलियन डॉलर की कमी आई है.

तेजी की वजह और गिरावट का कारण?

Pi Coin में तेजी की वजह Consensus 2025 इवेंट में दो बड़ी घोषणाएं थीं. पहली, Pi का सेंट्रल नोड बंद करना और दूसरी, 100 मिलियन डॉलर का Pi Network Ventures फंड लॉन्च करना है. इन घोषणाओं ने निवेशकों में उत्साह पैदा किया और कीमत तेजी से बढ़ी लेकिन यह तेजी कुछ ही दिनों में खत्म हो गई. Binance की रिपोर्ट की मानें तो Pi अब 20, 50, 100 और 200 दिन की EMA से नीचे ट्रेड कर रहा है. ये सभी स्तर अब रेजिस्टेंस जोन बन गए हैं (0.79 डॉलर से 0.85 डॉलर).

  • MACD इंडिकेटर बेयरिश सिग्नल दिखा रहा है.
  • RSI 42 पर है, जो कमजोर खरीदारी का सिग्नल देता है.
  • OBV (On Balance Volume) में 12 फीसदी की गिरावट आई है जिससे पता चलता है कि अब खरीदार निवेश से पीछे हट रहे हैं.

सपोर्ट लेवल और जोखिम

Pi अब दो अहम सपोर्ट लेवल के पास ट्रेड कर रहा है-

  • पहला सपोर्ट लेवल: 0.68 डॉलर
  • दूसरा अहम लेवल: 0.59 डॉलर. अगर कीमत 0.59 डॉलर से नीचे जाती है तो यह और गिरकर 0.45 डॉलर तक पहुंच सकती है.

वॉलेट होल्डिंग्स में बड़ा बदलाव

Pi Coin के वॉलेट डाटा के मुताबिक, 6 मई को टॉप 100 वॉलेट्स के पास 98.76 फीसदी हिस्सेदारी थी, जो 16 मई तक घटकर 5 फीसदी से भी कम रह गई. 13 मई को टॉप 10 वॉलेट्स के पास सिर्फ 1.31 फीसदी और टॉप 50 के पास 2.7 फीसदी हिस्सेदारी थी. विशेषज्ञ मानते हैं कि यह इंटीरियर री-शफल है न कि रिटेल निवेशकों को असल में कॉइन मिलना.

डिस्क्लेमर- मनी9लाइव केवल क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी जानकारी दे रहा है. हम इसकी खरीदारी या ट्रेडिंग को लेकर किसी तरह का सलाह नहीं दे रहे हैं. अपनी समझ और जानकारों के आधार पर ही फैसला लें.