रामदेव अग्रवाल के पसंदीदा ऑटो स्टॉक्स, कौन-से Mutual Funds लगा रहे सबसे बड़ा दांव? यहां देखे पूरी लिस्ट और ट्रेंड

रामदेव अग्रवाल के मुताबिक भारत में लोगों की क्षमता बढ़ रही है और अब देश बाइक से कार की ओर तेजी से शिफ्ट हो रहा है. इनकम बढ़ना, GST में राहत, ग्रामीण मांग में सुधार और आसान फाइनेंसिंग ये सारे कारण मिलकर ऑटो सेक्टर को मजबूत बना रहे हैं.

रामदेव अग्रवाल के पसंदीदा ऑटो स्टॉक्स Image Credit: Money 9 Live

Raamdeo Agrawal’s 4 auto picks: भारत का ऑटो सेक्टर तेजी पकड़ रहा है. दिग्गज निवेशक रामदेव अग्रवाल ने अपने पसंदीदा चार ऑटो स्टॉक बता दिए हैं. इसमे मारुति सुजुकी, आयशर मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) शामिल है. सवाल यह है कि किन म्यूचुअल फंड्स ने इन कंपनियों पर सबसे बड़ा दांव लगाया है?

30 नवंबर 2025 तक के पोर्टफोलियो डेटा के आधार पर आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है. रामदेव अग्रवाल का कहना है कि भारत अब साइकिल से मोटरसाइकिल और अब मोटरसाइकिल से कार की ओर बढ़ रहा है. इनकम में बढ़ोतरी, GST में राहत, ग्रामीण मांग में सुधार और आसान फाइनेंसिंग जैसी वजहों से ऑटो सेक्टर मजबूत दिख रहा है.

ऑटो सेक्टर पर क्यों बुलिश हैं रामदेव अग्रवाल?

रामदेव अग्रवाल के मुताबिक भारत में लोगों की क्षमता बढ़ रही है और अब देश बाइक से कार की ओर तेजी से शिफ्ट हो रहा है. इनकम बढ़ना, GST में राहत, ग्रामीण मांग में सुधार और आसान फाइनेंसिंग ये सारे कारण मिलकर ऑटो सेक्टर को मजबूत बना रहे हैं. इसी भरोसे के दम पर अग्रवाल ने 4 कंपनियों के नाम बताए है. ये कुछ इस प्रकार है:

मारुति सुजुकी में सबसे ज्यादा दांव किसका?

आयशर मोटर्स में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी

हीरो मोटोकॉर्प के बड़े निवेशक

महिंद्रा & महिंद्रा में किसका सबसे ज्यादा भरोसा?

डेटा में कुछ साफ ट्रेंड दिखाई देते हैं. पहला, कोटक मल्टीकैप दो अलग-अलग स्टॉक्स मारुति और हीरो में टॉप एक्सपोजर रखता है, यानी ऑटो सेक्टर पर इसका भरोसा ज्यादा है. दूसरा, फोकस्ड फंड्स का दबदबा दिखा, क्योंकि ये फंड केवल 30 तक स्टॉक चुनते हैं, इसलिए जहां विश्वास होता है, वहां बड़ी हिस्सेदारी बनती है. तीसरा, कई ELSS फंड भी लिस्ट में हैं, क्योंकि तीन साल लॉक-इन के कारण वे लंबी अवधि का दृष्टिकोण अपनाते हैं.

निवेशकों के लिए क्या?

निवेशकों के लिए मुख्य सीख यह है कि सिर्फ स्टॉक के नाम जानना काफी नहीं है. स्टॉक चुनना जोखिम भरा और समय लेने वाला काम है. अगर ऑटो सेक्टर कमजोर पड़ा तो एक या दो स्टॉक में भारी नुकसान हो सकता है. इसलिए बेहतर है कि निवेशक फ्लेक्सी-कैप या मल्टी-कैप फंड का diversified तरीका अपनाएं. इससे जोखिम कम होता है और ऑटो सेक्टर की ग्रोथ में हिस्सा भी मिलता है.

डेटा सोर्स: Value Research

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.

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