Reliance Power और Reliance Infra में भयंकर बिकवाली, Buy, Sell या Hold क्या करें निवेशक
निवेशकों के लिएस्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली है. इन कंपनियों के शेयरों में पिछले एक हफ्ते में 20 फीसदी तक की गिरावट आई है. इस कंडीशन में निवेशक काफी परेशान हैं. अब निवेशक खरीदें, बेचें या होल्ड करें?

Reliance Power and Reliance Infra Share Price: अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस ग्रुप की दो बड़ी कंपनियों के शेयर इन दिनों भारी दबाव में हैं. ये दो कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर हैं. पिछले एक हफ्ते में दोनों कंपनियों के शेयरों में 20 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है. वजह है 17,000 करोड़ रुपये के कथित लोन फ्रॉड की जांच, जिसमें इन कंपनियों का नाम सामने आया है. इस कंडीशन में निवेशक काफी परेशान हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा कि इन शेयरों में क्या करें?
शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला
बुधवार को रिलायंस इन्फ्रा के शेयर 4 फीसदी से ज्यादा गिरकर 267 रुपये के निचले स्तर पर आ गए. हालांकि दिन के सेकेंड हाफ में थोड़ी रिकवरी आई. पिछले एक हफ्ते में इसमें 17 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.

वहीं रिलायंस पावर में 5 फीसदी की गिरावट आई और इसका भाव 44 रुपये तक पहुंच गया. बीते एक हफ्ते में इसमें 20 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है.

क्या करें निवेशक?
टारगेट प्राइस क्या हो सकता है?
- मनी9लाइव से बात करते हुए मेहता इक्विटीज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत तापसे ने अपना व्यू दिया है.
- रिलायंस पावर (RPower) पर तापसे का कहना है कि अगर केस गंभीर रूप से आगे बढ़ा तो शेयर 34-38 रुपये तक गिर सकता है. लेकिन अगर बाजार मानता है कि ये मामला ज्यादा नहीं बढ़ेगा, तो शेयर 58-60 रुपये तक जा सकता है.
- वहीं, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (RInfra) की भी यहां स्थिति लगभग वैसी ही है. गिरावट की स्थिति में शेयर 210-230 रुपये तक आ सकता है और अगर हालात सुधरे तो 350 रुपये तक जाने की संभावना है.
ED की कार्रवाई तेज
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी से पूछताछ की. 6 अगस्त को ED, अंबानी के पूर्व करीबी सहयोगी अमिताभ झुनझुनवाला से पूछताछ करने वाली है.
17,000 करोड़ रुपये के लोन पर सवाल
करीब 20 निजी और सरकारी बैंकों ने समय-समय पर रिलायंस ग्रुप की तीन कंपनियों को लोन दिया था.
- रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) – 5,901 करोड़ रुपये बकाया
- रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (RCFL) – 8,226 करोड़ रुपये बकाया
- रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) – 4,105 करोड़ रुपये बकाया
ये लोन अब नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) में बदल चुके हैं, जिससे बैंकों पर भी बड़ा असर पड़ा है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
Latest Stories

इन 5 स्मॉल कैप कंपनियों पर नहीं कोई कर्ज, 96 फीसदी तक ऑपरेटिंग मार्जिन; बना रही हैं खूब मुनाफा, रखें नजर

Closing Bell: लगातार दूसरे दिन बाजार में गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान में बंद; PSU बैंक चमके

NDLS vs CDSL में अब मचेगी असली होड़, जानें डिविडेंड देने में कौन है बादशाह, आप भी रखें स्टॉक पर नजर
