Suzlon Energy Q1: प्रॉफिट में 7 फीसदी का उछाल, रेवेन्यू भी बढ़ा, क्या शेयर फिर भरेगा उड़ान?
Suzlon Energy ने Q1 FY26 में 324 करोड़ का मुनाफा रिपोर्ट किया है. सालाना आधार पर प्रॉफिट में 7% की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा कंपनी के पास मजबूत ऑर्डर बुक है, जिसके तहत 5.7 GW की परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं. इसके अलावा रिपोर्ट की गई तिमाही में 444 MW की रिकॉर्ड डिलीवरी हुई.
Suzlon Energy Q1 Result: देश की सबसे बड़ी विंड एनर्जी कंपनी Suzlon Energy ने Q1 FY26 में अपने कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 7.3% की ग्रोथ रिपोर्ट की है. इस दौरान कंपनी का मुनाफा 324.32 करोड़ रुपये रहा. जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 302.29 करोड़ रुपये रहा था.
आय घटी, ऑर्डर बढ़े
कंपनी की कुल आय Q1 FY26 में 3,165.19 करोड़ रही, जो एक साल पहले 2,044.35 करोड़ थी. हालांकि, तिमाही आधार पर देखें, तो यह आय Q4 FY25 में 3,825.19 करोड़ रुपये रही थी. Suzlon ने अपने स्टेटमेंट में बताया है Q1 के दौरान कंपनी को उसे 1 GW के नए ऑर्डर मिले हैं, जिससे उसकी कुल ऑर्डर बुक बढ़कर 5.7 GW हो गई. पिछले 10 लगातार क्वार्टर से कंपनी की ऑर्डर बुक में वृद्धि हो रही है.
रिकॉर्ड डिलीवरी
Suzlon ने इस तिमाही में रिकॉर्ड 444 MW डिलीवरी की है, जो अब तक की सबसे ज्यादा है. इसके अलावा कंपनी ने 599 करोड़ रुपये का EBITDA रिपोर्ट किया है. पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 370 करोड़ रिपोर्ट किया गया था.
प्रबंधन ने क्या कहा?
Suzlon Group के वाइस चेयरमैन गिरीश तांती ने नतीजों को लेकर कहा, “C&I और PSU ग्राहकों से बढ़ती मांग और रिपीट ऑर्डर का मजबूत बेस Suzlon की टेक्नोलॉजी लीडरशिप और एक्जीक्यूशन क्षमता में विश्वास को दर्शाता है.” वहीं, ग्रुप CFO हिमांशु मोदी ने बताया कि पिछली तिमाही में ₹630 करोड़ के Deferred Tax Assets को मान्यता दी गई थी, जो अब अनवाइंड हो रही है, जिससे Q1 में 134 करोड़ रुपये का Deferred Tax Charge आया. उन्होंने बताया कि इसका कोई कैश इंपैक्ट नहीं है.
प्रबंधन में बदलाव और AGM
कंपनी के बोर्ड ने विनोद आर तांती को चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर तथा गिरीश आर तांती को एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में अगले पांच साल यानी 7 अक्टूबर, 2025 से 6 अक्टूबर, 2030 के लिए पुनर्नियुक्त करने को मंजूरी दी है. इस फैसले को अंतिम मंजूरी कंपनी की 30वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान 25 सितंबर, 2025 को दी जाएगी. इसके साथ ही साथ ही, CFO हिमांशु मोदी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वे 31 अगस्त, 2025 को कंपनी के CFO और दूसरे Key Managerial Personnel के पदों से अलग हो जाएंगे.
कैसा परफॉर्म कर रहा शेयर?
Suzlon Energy का शेयर 12 अगस्त, 2025 को 0.16 फीसदी गिरावट के साथ 63.21 रुपये पर बंद हुआ. पिछले कुछ महीनों में यह शेयर 60 रुपये के आसपास एक मजबूत सपोर्ट बना चुका है, हालांकि हाल में इसमें हल्की गिरावट हुई है. निवेशकों के लिए यह स्तर एक अहम प्वाइंट है, क्योंकि यहां से ऊपर जाने पर रुझान फिर से तेजी की ओर हो सकता है.
मीट्रिक | विवरण |
---|---|
CMP | 63.2 |
52 वीक हाई/लो | ₹86.04 / ₹46.15 |
P/E | ~41–42 (इंडस्ट्री P/E: ~57) |
6 महीने में रिटर्न | 20% |
कंपनी का मौजूदा P/E 41–42 के बीच है, जो इंडस्ट्री एवरेज 57 से कम है. इसका मतलब यह है कि Suzlon का वैल्यूएशन फिलहाल सेक्टर के औसत से सस्ता है. हालांकि, P/E अनुपात को अकेले देखकर निवेश निर्णय लेना सही नहीं होगा. इसके साथ कंपनी की ग्रोथ रेट, मार्जिन और ऑर्डर बुक जैसी फैक्टर्स का भी विश्लेषण जरूरी है.
क्या है ब्रोकरेज की राय?
अलग-अलग ब्रोकरेज हाउस ने Suzlon Energy के लिए 12 महीने का टारगेट 72 से 82 के बीच रखा है. UBS ने 78, Axis Securities ने 72, JM Financial ने 81 और Motilal Oswal ने 82 रुपये का टारगेट दिया है. मौजूदा स्तर से यह अनुमानित रिटर्न लगभग 21–30% तक का संकेत देता है. लेकिन, लक्ष्य कीमत हासिल करने के लिए कंपनी को अपने ऑर्डर बुक, डिलीवरी और प्रॉफिट मार्जिन में निरंतर सुधार बनाए रखना होगा.
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