ट्रंप की चीन को टैरिफ धमकी के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट, S&P 1.5% टूटा, इन बाजारों पर भी दिखा असर
अमेरिकी शेयर बाजार में शुक्रवार को भारी बिकवाली देखने को मिली. राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा चीन पर और अधिक टैरिफ लगाने की धमकी के बाद बाजार में हड़कंप मच गया. इस कदम ने दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव को और बढ़ा दिया है, जिसके कारण प्रमुख सूचकांक 1 फीसदी से 2.2 फीसदी तक गिर गए. वैश्विक बाजार भी इसकी चपेट में आए.

US Share market: शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर बड़े पैमाने पर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी, जिसके बाद बाजार में हड़कंप मच गया. यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ने का संकेत देता है.राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर कहा कि वे चीन के आयात पर टैरिफ बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं. यह बयान तब आया जब चीन ने अपने रेयर अर्थ के निर्यात पर पाबंदी लगाई. ये खनिज इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर जेट इंजन तक के निर्माण में महत्वपूर्ण हैं. ट्रंप ने यह भी कहा कि अब वे दक्षिण कोरिया की अपनी आगामी यात्रा में चीन के नेता शी जिनपिंग से मिलने का कोई कारण नहीं देखते.
शेयर बाजार पर असर
इस खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में तेज गिरावट दर्ज की गई. S&P 500 इंडेक्स में 1.5 फीसदी की कमी आई, जो 1 अगस्त के बाद की सबसे बड़ी गिरावट थी. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 456 अंक यानी 1 फीसदी नीचे बंद हुआ. नैस्डैक कंपोजिट में भी 2.2 फीसदी की गिरावट देखी गई. एसएंडपी 500 में शामिल चार में से तीन कंपनियों के शेयरों में कमी आई.
लेवी स्ट्रॉस को बड़ा नुकसान
लेवी स्ट्रॉस (Levi Strauss) कंपनी के शेयरों में 12.3 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई. हालांकि कंपनी ने तिमाही मुनाफे में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन पूरे साल के लिए उसका मुनाफा अनुमान बाजार की उम्मीदों के दायरे में ही रहा. इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में 42 फीसदी बढ़ोतरी हो चुकी थी, जिसके बाद यह गिरावट निवेशकों के लिए झटका था.
तेल की कीमतों में कमी
तेल बाजार में भी हलचल देखी गई. इजरायल और हमास के बीच गाजा में युद्धविराम लागू होने की खबर से तेल की कीमतों में कमी आई. अमेरिकी क्रूड ऑयल की कीमत 3.6 फीसदी गिरकर 59.27 डॉलर प्रति बैरल हो गई. अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड भी 3.3 फीसदी गिरकर 63.08 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. युद्धविराम से मध्य पूर्व में तेल आपूर्ति की चिंताएं कम हुईं.
वैश्विक बाजारों पर भी असर
अमेरिका के साथ-साथ यूरोप और एशिया के शेयर बाजारों में भी गिरावट देखी गई. हांगकांग का Hang Seng इंडेक्स 1.7 फीसदी और जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 1 फीसदी नीचे बंद हुआ. हालांकि, दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 1.7 फीसदी उछला, क्योंकि वहां छुट्टी के बाद ट्रेडिंग फिर से शुरू हुई थी. बॉन्ड बाजार में 10 साल के ट्रेजरी बांड की यील्ड 4.14 फीसदी से घटकर 4.06 फीसदी पर आ गई. बाजार विश्लेषकों का कहना है कि शेयरों की कीमतें कॉर्पोरेट मुनाफे की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ी हैं, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी कंपनियों में.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
Latest Stories

इस साइबर सिक्योरिटी स्टॉक ने 1:1 बोनस का किया ऐलान, Vijay Kedia भी है निवेशक; Apple, Microsoft, Google है क्लाइंट

विदेश में मिला ₹576 करोड़ का रेलवे प्रोजेक्ट, ₹3500 करोड़ पहुंचा ऑर्डर बुक, मजबूत है फंडामेंटल; फोकस में रखें ये इंफ्रा स्टॉक

Dolly Khanna ने बढ़ाई इन 2 स्टॉक्स में हिस्सेदारी, जानें क्यों खरीद रही हैं ये शेयर, FII भी कर रहे निवेश
