भारत के इन 5 सबसे महंगे स्टॉक्स की क्या है सच्चाई, 1 लाख से ऊपर है कीमत; रॉकेट की रफ्तार से बढ़ता है भाव
भारतीय शेयर बाजार में कुछ पैसे से लेकर लाखों रुपये के शेयर मिलते हैं. ऊंची कीमत वाले शेयर हमेशा महंगे नहीं होते, बल्कि निवेश के शानदार मौके दे सकते हैं. आइए, भारत के पांच सबसे महंगे शेयरों एमआरएफ, पेज इंडस्ट्रीज, हनीवेल, बॉश, और एबॉट इंडिया के बारे में विस्तार से जानते है.
1 Lakh Share Club: भारतीय शेयर बाजार रोचक होता जा रहा है. यहां आप पेनी स्टॉक से लेकर लाखों के शेयर तक में निवेश कर सकते है. लेकिन, क्या इतनी ऊंची कीमत का मतलब है कि ये शेयर महंगे हैं? ऐसा जरूरी नहीं! कई बार ये महंगे शेयर भी अच्छा निवेश का मौका दे सकते हैं. इस आर्टिकल में हम भारत के 5 सबसे महंगे शेयरों के बारे में जानेंगे और देखेंगे कि क्या ये अभी भी निवेश के लिए सस्ते हैं या नहीं.
एमआरएफ लिमिटेड (MRF)
MRF भारत की सबसे बड़ी टायर बनाने वाली कंपनी है, जिसका बाजार में 30% हिस्सा है. यह कार, ट्रक, ट्रैक्टर, टू-व्हीलर आदि के लिए टायर बनाती है. इसके अलावा,यह खेलकूद का सामान और पेंट भी बनाती है. MRF टायर की मरम्मत और सर्विस भी देती है. MRF का P/E रेशियो 33.8 है. यह इंडस्ट्री के औसत 33.4 के बराबर है. लेकिन इसका 10 साल का औसत P/E 24.1 है. यह इंडस्ट्री के 18.72 से ज्यादा है. PEG रेशियो 5.87 है. यह इंडस्ट्री के 1.33 से बहुत ज्यादा है. यानी, यह शेयर महंगा लगता है.
शेयर की कीमत | 1,49,190 रुपए (10 जुलाई 2025 तक) |
मार्केट कैप | 63,273 करोड़ रुपए |
P/E रेशियो | 33.8 (इंडस्ट्री का औसत: 33.4) |
10 साल का औसत P/E | 24.1 (इंडस्ट्री का औसत: 18.72) |
PEG रेशियो | 5.87 (इंडस्ट्री का औसत: 1.33) – शेयर महंगा है |
सेल्स (FY22 से FY25) | 19,317 करोड़ से 28,153 करोड़ रुपए (13% की सालाना बढ़ोतरी) |
प्रॉफिट (FY22 से FY25) | 669 करोड़ से 1,869 करोड़ रुपए (50% की सालाना बढ़ोतरी) |
रिटर्न ऑन कैपिटल (ROCE) | 6% (FY22) से बढ़कर 14% (FY25) |
पिछले एक साल में शेयर की कीमत 12.02 फीसदी बढ़ी और पिछले 30 दिनों में 6.90 फीसदी. यह शेयर महंगा है, लेकिन कंपनी की ग्रोथ इसे शानदार बनाती है.
पेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड (PAGEIND)
पेज इंडस्ट्रीज जोकी और स्पीडो जैसे ब्रांड्स की मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग करती है. इसके 3,986 डिस्ट्रीब्यूटर्स और 1,436 एक्सक्लूसिव स्टोर्स हैं. इसका P/E रेशियो 73.7 है. यह इंडस्ट्री के 32.9 से बहुत ज्यादा है. 10 साल का औसत P/E 74.04 है. यह इंडस्ट्री के 25.44 से तीन गुना है. PEG रेशियो 4.53 है.
शेयर की कीमत | 48,245 रुपए (10 जुलाई 2025 तक) |
मार्केट कैप | 53,739 करोड़ रुपए |
P/E रेशियो | 73.7 (इंडस्ट्री का औसत: 32.9) |
10 साल का औसत P/E | 74.04 (इंडस्ट्री का औसत: 25.44) |
PEG रेशियो | 4.53 (इंडस्ट्री का औसत: 1) – शेयर महंगा है |
सेल्स (FY22 से FY25) | 3,886 करोड़ से 4,935 करोड़ रुपए (8% की सालाना बढ़ोतरी) |
प्रॉफिट (FY22 से FY25) | 537 करोड़ से 729 करोड़ रुफए (11% की सालाना बढ़ोतरी) |
रिटर्न ऑन कैपिटल (ROCE) | 67% (FY22) से घटकर 59% (FY25) |
शेयर की कीमत में बढ़ोतरी | पिछले 1 साल में: 22.44% |
पिछले एक साल में शेयर 22.44 फीसदी बढ़ा और 30 दिनों में 3.23 फीसदी. यह शेयर महंगा है, लेकिन कंपनी का मजबूत ब्रांड इसे खास बनाता है.
हनीवेल ऑटोमेशन इंडिया लिमिटेड (HONAUT)
हनीवेल ऑटोमेशन इंडस्ट्री के लिए ऑटोमेशन सॉल्यूशंस देती है, इसमें तेल, गैस, पेपर, और स्वास्थ्य क्षेत्र शामिल है. P/E रेशियो 68.6 है. यह इंडस्ट्री के 37.7 से दोगुना है. 10 साल का P/E 66.4 है, जो इंडस्ट्री के 26.9 से ज्यादा है. PEG रेशियो 53.5 है, जो इंडस्ट्री के 1.2 से बहुत ज्यादा है.
शेयर की कीमत | 40,635 रुपए (10 जुलाई 2025 तक) |
मार्केट कैप | 35,929 करोड़ रुपए |
पी/ई रेशियो | 68.6 (इंडस्ट्री का औसत: 37.7) |
10 साल का औसत पी/ई | 66.4 (इंडस्ट्री का औसत: 26.9) |
पीईजी रेशियो | 53.5 (इंडस्ट्री का औसत: 1.2) – शेयर बहुत महंगा है |
बिक्री (FY22 से FY25) | 2,948 करोड़ से 4,190 करोड़ (12% की सालाना बढ़ोतरी) |
मुनाफा (FY22 से FY25) | 339 करोड़ से 524 करोड़ (16% की सालाना बढ़ोतरी) |
रिटर्न ऑन कैपिटल (ROCE) | 17% (FY22) से बढ़कर 18% (FY25) |
शेयर की कीमत में बदलाव | पिछले 1 साल में: 30% की गिरावट पिछले 30 दिनों में: 3.81% की बढ़ोतरी |
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बॉश लिमिटेड (BOSCHLTD)
यह कंपनी ऑटोमोटिव सॉल्यूशंस, इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, बिल्डिंग टेक्नोलॉजी और कंज्यूमर गुड्स में काम करती है. यह गैसोलीन और डीजल इंजेक्शन सिस्टम, इंडस्ट्रियल उपकरण, सुरक्षा सिस्टम, इलेक्ट्रिक पावर टूल्स और ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट प्रोडक्ट्स बनाती और बेचती है. पी/ई रेशियो 53 है, जो इंडस्ट्री के 28.7 से ज्यादा है. पीईजी रेशियो 4.2 है, जो इंडस्ट्री के 0.96 से ज्यादा है. यह शेयर थोड़ा महंगा साबित हो सकता है.
शेयर की कीमत | 36,195 रुपए (10 जुलाई 2025 तक) |
मार्केट कैप | 1,06,721 करोड़ रुपए |
P/E रेशियो | 53 (इंडस्ट्री का औसत: 28.7) |
10 साल का औसत P/E | 40.1 (इंडस्ट्री का औसत: 23.93) |
PEG रेशियो | 4.2 (इंडस्ट्री का औसत: 0.96) – शेयर महंगा है |
बिक्री (FY22 से FY25) | 11,782 करोड़ रुपए से 18,087 करोड़ रुपए (15% की सालाना बढ़ोतरी) |
मुनाफा (FY22 से FY25) | 1,217 करोड़ रुपए से 2,013 करोड़ रुपए (18% की सालाना बढ़ोतरी) |
रिटर्न ऑन कैपिटल (ROCE) | 15% (FY22) से बढ़कर 21% (FY25) |
शेयर की कीमत में बदलाव | पिछले 1 साल में: 4.28% की बढ़ोतरी पिछले 30 दिनों में: 16.63% की बढ़ोतरी |
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एबॉट इंडिया लिमिटेड (ABBOT INDIA)
एबॉट इंडिया दवाइयां बनाती है और 125 से ज्यादा प्रोडक्ट्स बेचती है. पी/ई रेशियो 51.63 है, जो इंडस्ट्री के 33.5 से ज्यादा है. पीईजी रेशियो 2.72 है, जो इंडस्ट्री के 1.02 से ज्यादा है.
नेटवर्क | भारत में डिस्ट्रीब्यूटर्स और स्टॉकिस्ट्स, निर्यात: श्रीलंका, नेपाल, भूटान, मालदीव |
मैन्युफैक्चरिंग | गोवा में |
शेयर की कीमत | 34,420 रुपए (10 जुलाई 2025 तक) |
मार्केट कैप | 73,024 करोड़ रुपए |
P/E रेशियो | 51.63 (इंडस्ट्री का औसत: 33.5) |
10 साल का औसत P/E | 47.34 (इंडस्ट्री का औसत: 27.42) |
PEG रेशियो | 2.72 (इंडस्ट्री का औसत: 1.02) – शेयर महंगा है |
बिक्री (FY22 से FY25) | 4,913 करोड़ रुपए से 6,409 करोड़ रुपए (9% की सालाना बढ़ोतरी) |
मुनाफा (FY22 से FY25) | 799 करोड़ रुपए से 1,414 करोड़ रुपए (21% की सालाना बढ़ोतरी) |
रिटर्न ऑन कैपिटल (ROCE) | 38% (FY22) से बढ़कर 46% (FY25) |
शेयर की कीमत में बदलाव | पिछले 1 साल में: 23.60% की बढ़ोतरी पिछले 30 दिनों में: 8.74% की बढ़ोतरी |
ये पांचों शेयर भारत के सबसे महंगे शेयर हैं, लेकिन ये सस्ते नहीं हैं. फिर भी, इनकी बिक्री और मुनाफा बढ़ रहा है. ये शेयर भविष्य में सस्ते हो सकते हैं या और महंगे होकर नई ऊंचाइयां छू सकते हैं.
डेटा सोर्स: Screener, Trendlyne
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.
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