Sugar Stocks Struggle: एथेनॉल ब्लेंडिंग से शुगर सेक्टर पर संकट क्यों गहराया?

Sugar Stocks: एथेनॉल ब्लेंडिंग से शुगर सेक्टर पर संकट क्यों गहराया? शुगर सेक्टर में लंबे समय से एथेनॉल ब्लेंडिंग को गेमचेंजर माना जाता रहा है. साल 2003 में सरकार ने एथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम शुरू किया था, जिससे शुगर कंपनियों को नया रेवेन्यू स्ट्रीम मिला. खासकर 2018 के बाद इस सेक्टर में 40 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश आया और उम्मीदें भी बड़ी हो गईं. लेकिन पिछले कुछ सालों में हालात बदलने लगे हैं. गन्ने से बने एथेनॉल का योगदान ब्लेंडिंग में लगातार घट रहा है, जिसकी वजह से कंपनियों को कैश फ्लो की समस्या झेलनी पड़ रही है. इसका सीधा असर बैंकों और किसानों की पेमेंट्स पर भी पड़ रहा है. निवेशकों को उम्मीद थी कि एथेनॉल नीति से शुगर कंपनियों को लगातार फायदा मिलेगा, लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि यह वरदान साबित हुआ या अभिशाप. यही वजह है कि शुगर स्टॉक्स बीते समय से मार्केट में अंडरपरफॉर्म कर रहे हैं और निवेशकों की कमाई नहीं हो रही है. इस पूरे संकट को विस्तार से समझने के लिए देखिए EYE Opener का लेटेस्ट एपिसोड.