IPL में करते हैं सट्टेबाजी तो हो जाएं सावधान, ओडिशा के शख्स को लगा 1 करोड़ का चूना, इन तरीकों से करें बचाव
ओडिशा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक व्यक्ति से 1.08 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह धोखाधड़ी एक फर्जी ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी वेबसाइट के जरिए की गई थी, जिसमें पीड़ित ने 2.5 साल में धीरे-धीरे बड़ी रकम ट्रांसफर की.
Online Betting cyber Fraud: इस समय देश में आईपीएल चल रहा है और बहुत से लोग इस अवसर पर शॉर्टकट में पैसा कमाने के चक्कर में सट्टेबाजी करते हैं. कई ऑनलाइन ऐप्स हैं जो अपने प्लेटफॉर्म पर लीगल रूप से पैसा लगाने का मौका देते हैं, लेकिन कुछ फर्जी ऐप ऐसे भी हैं जो ज्यादा मुनाफे का लालच देकर लोगों के साथ ठगी करते हैं. ऐसे में अगर आप भी सट्टेबाजी करते हैं, तो सतर्क हो जाएं. हाल ही में ओडिशा की क्राइम ब्रांच ने एक ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी ठगी मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों ने क्रिकेट मैच में पैसा लगाने और मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से 1.08 करोड़ रुपये की ठगी की. दोनों आरोपी पश्चिम बंगाल और भुवनेश्वर के रहने वाले हैं. पीड़ित ने शुरुआत में छोटे-छोटे ट्रांजेक्शन किए, लेकिन बाद में सट्टेबाजी की लत लगने के कारण बड़ी रकम का लेनदेन किया. पुलिस ने डिजिटल सबूतों के आधार पर दोनों को गिरफ्तार किया है.
ऑनलाइन सट्टेबाजी से शुरू हुआ फ्रॉड
पीड़ित ने अगस्त 2022 से जनवरी 2025 के बीच एक फर्जी क्रिकेट सट्टेबाजी वेबसाइट के जरिए खेलना शुरू किया. शुरुआत में उसने UPI के जरिए छोटे अमाउंट भेजे. धीरे-धीरे आरोपी उसे बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए प्रेरित करते रहे, जिससे उसकी आदत बन गई.
1.08 करोड़ तक पहुंची ठगी की रकम
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित ने अपनी पत्नी, दोस्तों और स्टाफ के अकाउंट से भी पैसे ट्रांसफर किए. कुल रकम 1,08,79,420 रुपये तक पहुंच गई. जब 2.5 साल बाद उसे इस धोखाधड़ी का एहसास हुआ, तो उसने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई. क्राइम ब्रांच की टीम ने दोनों आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया. उनके पास से पासबुक, चेकबुक, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, जीएसटी सर्टिफिकेट, आधार कार्ड और पैन कार्ड समेत कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं.
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इन तरीकों से साइबर ठगी से बचें
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें
सोशल मीडिया, मैसेज या ईमेल के जरिए आने वाले किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, खासकर जो निवेश या गेमिंग से जुड़े हों. - लाइसेंस प्राप्त वेबसाइट का ही उपयोग करें
केवल सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त या भरोसेमंद प्लेटफॉर्म पर ही कोई भी ऑनलाइन लेन-देन करें। सट्टेबाजी या निवेश जैसी चीजों से बचें. - बड़े रिटर्न के झांसे में न आएं
जब कोई स्कीम जल्दी और ज्यादा पैसे कमाने का वादा करे, तो वह ज्यादातर फर्जी होती है. ऐसे लालच से दूर रहें. - UPI या बैंक जानकारी साझा न करें
किसी भी अंजान व्यक्ति या वेबसाइट के साथ अपने बैंक डिटेल्स, OTP, UPI पिन या पासवर्ड साझा न करें. - ठगी की आशंका हो तो तुरंत शिकायत करें
किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत cybercrime.gov.in या नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें. इससे समय रहते कार्रवाई हो सकती है.