Google ला रहा है नया AI ब्राउजर Disco, अब टैब्स का दौर होने वाला है खत्म; मिलेगी ये सुविधा

Google अपने नए AI-ड्रीवेन ब्राउजर Disco के साथ इंटरनेट ब्राउजिंग का भविष्य बदलने की तैयारी कर रहा है. Gemini 3 मॉडल पर आधारित यह ब्राउजर GenTabs फीचर के जरिए पारंपरिक टैब सिस्टम को खत्म करके एक स्मार्ट और टास्क-फोकस्ड अनुभव देता है. यूजर के खुले टैब्स और चैट हिस्ट्री का विश्लेषण करके GenTabs उन्हें इंटरएक्टिव वेब टूल्स में बदल देता है.

गूगल Image Credit: tv9 bharatvarsh

Google Disco browser: गूगल एक नए AI-ड्रीवेन ब्राउजर Disco पर काम कर रहा है, जो टैब के बिना वेब ब्राउज करने का एक नया तरीका पेश करता है. यह नया AI ब्राउजर Disco इंटरनेट ब्राउजिंग का भविष्य बदलने वाला है, क्योंकि यह पारंपरिक टैब सिस्टम को हटाकर एक स्मार्ट और टास्क-फोकस्ड ब्राउजिंग अनुभव देता है. Gemini 3 पर आधारित यह ब्राउजर GenTabs नाम की खास सुविधा से लैस है, जो खुले हुए टैब्स को इंटरएक्टिव वेब टूल्स में बदल देती है. Chromium बेस पर बने होने के कारण इसका लुक क्रोम जैसा ही है, लेकिन इसके ऊपर AI की एक पावरफुल लेयर जोड़ी गई है, जो पूरे ब्राउजिंग पैटर्न को बदलने का दावा करती है.

कैसे काम करता है GenTabs

GenTabs इस ब्राउजर की सबसे बड़ी उपलब्धि है. यह गूगल के Gemini 3 मॉडल का उपयोग करके खुले हुए टैब्स और जरूरत होने पर आपकी Gemini चैट हिस्ट्री का विश्लेषण करता है. इसके बाद AI उन सभी बिखरी जानकारियों को एक इंटरएक्टिव वेब ऐप में बदल देता है. उदाहरण के तौर पर, यदि आप अलग-अलग साइट्स खोलकर किसी यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो Disco उन सभी टैब्स की जानकारी को जोड़कर एक GenTab तैयार कर देता है, जिसमें कैलेंडर, मैप, टाइमलाइन और जरूरत के लिंक एक ही जगह उपलब्ध हो जाते हैं.

यूजर GenTabs को चैट-जैसे साइडबार में साधारण भाषा में कमांड देकर एक्टिव कर सकते हैं. फिर फॉलो-अप निर्देश देकर GenTabs को और बेहतर बनाया जा सकता है. इससे बार-बार कॉपी-पेस्ट करने या बिखरे हुए टैब्स में खोजने की जरूरत खत्म हो जाती है. खास बात यह है कि हर GenTab में सभी मूल वेब पेजों के लिंक मौजूद रहते हैं, जिससे यूजर चाहें तो गहराई से जानकारी ले सकते हैं.

उपलब्धता और आगे की दिशा

फिलहाल गूगल Disco को एक सीमित Google Labs प्रयोग के रूप में लॉन्च कर रहा है. शुरुआती एक्सेस केवल macOS पर एक छोटी टेस्टिंग ग्रुप को वेटलिस्ट के जरिए दिया जा रहा है. गूगल का कहना है कि Disco एक एक्सपेरिमेंटल टेस्टबेड है, और यहां की सफल सुविधाएं धीरे-धीरे क्रोम जैसे मुख्य प्रोडक्ट में शामिल की जा सकती हैं.

टेक विशेषज्ञों के अनुसार यह प्रयोग ब्राउजिंग के भविष्य का संकेत देता है, जहां ध्यान दर्जनों टैब संभालने पर नहीं, बल्कि AI की मदद से उन टैब्स को उपयोगी टूल्स में बदलने पर होगा, ताकि यूजर अपने असली काम पर फोकस कर सकें. Disco इस दिशा में गूगल का एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जो आने वाले समय में वेब ब्राउजिंग की परिभाषा को ही बदल सकता है.

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