जानलेवा साबित हुआ साइबर फ्रॉड, मुंबई में छात्र ने की आत्महत्या, इन्वेस्टमेंट के नाम पर हुआ था ठगी का शिकार

मुंबई में 20 वर्षीय छात्र ने साइबर निवेश फ्रॉड में 1.8 लाख रुपये गंवाने के बाद ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे दुर्घटना माना था, लेकिन बाद में टेलीग्राम चैट और बैंक रिकॉर्ड से फर्जी निवेश नेटवर्क का खुलासा हुआ. चार आरोपियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है.

मुंबई में 20 वर्षीय छात्र ने साइबर फ्रॉड का शिकार होने के बाद आत्महत्या कर ली. Image Credit: Canva/ Money9

Cyber Fraud: मुंबई में एक 20 वर्षीय छात्र ने साइबर निवेश ठगी में 1.8 लाख रुपये गंवाने के बाद ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी. शुरू में पुलिस ने इसे दुर्घटना माना था, लेकिन जांच में साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया. पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. यह मामला ऑनलाइन निवेश के नाम पर चल रहे फर्जी नेटवर्क से जुड़ा है जो युवाओं को झूठे मुनाफे का लालच देकर फंसाता है.

फर्जी इन्वेस्टमेंट स्कीम से शुरू हुई ठगी

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी गोविंद अहिरराव, सुषिलकुमार मिश्रा, अमन अब्बास और हरजीत सिंह संधू मिलकर एक फर्जी शेयर मार्केट निवेश नेटवर्क चला रहे थे. उन्होंने पीड़ित छात्र को पहले छोटे मुनाफे का लालच दिया और फिर उससे बड़ी रकम निवेश करवाई. तकनीकी जांच में मोबाइल, बैंक रिकॉर्ड और यूपीआई ट्रांजेक्शन से इस पूरे धोखाधड़ी की कड़ी सामने आई.

टेलीग्राम पर दबाव डालते रहे ठग

आरोपियों ने पीड़ित को लगातार टेलीग्राम चैट पर दबाव डालकर और पैसे जमा करने को कहा ताकि पहले निवेश की राशि वापस मिल सके. पीड़ित ने पहले 1000 रुपये लगाए और उतनी ही रकम मुनाफे में पाई. इस पर भरोसा कर उसने 80 हजार रुपये और निवेश कर दिए. इसके बाद ठगों ने उसे और ज्यादा रकम डालने के लिए उकसाया.

पिता की चेतावनी के बावजूद फंसा छात्र

17 जुलाई को पीड़ित ने अपने पिता से 4 लाख रुपये ट्रांसफर करने की मांग की ताकि वह अधिक मुनाफा कमा सके और पुराना पैसा निकाल सके. पिता ने उसे चेतावनी दी कि वेबसाइट फर्जी हो सकती है, लेकिन पीड़ित ने भरोसा जताया. पिता ने 1 लाख रुपये भेजे जो अधिकतम लिमिट थी. बाकी पैसे भेजने की कोशिश में बैंक ने ट्रांजेक्शन को संदिग्ध मानकर रोक दिया.

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पुलिस ने दर्ज किया मामला

पीड़ित उस दिन मॉल में पिता से मिलने के बाद घर नहीं लौटा. कुछ समय बाद उसने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. 11 अक्टूबर को जांच के बाद पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. साथ ही अन्य संभावित आरोपियों की तलाश भी शुरू कर दी गई है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन निवेश योजना में पैसा लगाने से पहले पूरी तरह जांच जरूर करें.