Perplexity Comet AI दे रहा स्मार्ट असिस्टेंट और पर्सनलाइज्ड फीचर्स, जानें Chrome से कैसे है अलग
Perplexity Comet सिर्फ एक ब्राउजर नहीं, बल्कि एक AI-पावर्ड वर्क असिस्टेंट की तरह है. जो लोग रिसर्च, ऑफिस वर्क और मल्टी-टास्किंग के लिए इंटरनेट पर निर्भर रहते हैं, उनके लिए यह Chrome और Firefox का एक बेहतरीन ऑप्शन बन सकता है.

इंटरनेट पर काम करने वालों के लिए अच्छी खबर है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस Perplexity का खास ब्राउजर Comet अब सभी Mac और Windows यूजर्स के लिए फ्री उपलब्ध है. पहले यह सिर्फ Perplexity Max सब्सक्राइबर्स तक सीमित था, लेकिन अब कंपनी ने इसे सभी के लिए खोल दिया है. खास बात ये है कि Comet ब्राउजर गूगल क्रोम और Firefox जैसे पारंपरिक ब्राउजरों से अलग है. यहां टैब्स की जगह एक वर्कस्पेस मिलता है, जहां यूजर को एक ही जगह पर जरूरी जानकारी आसानी से मिल जाती है. यह फीचर खासकर उन लोगों के लिए है जो इंटरनेट पर रिसर्च, ऑफिस वर्क या स्टडी के लिए लगातार ब्राउजिंग करते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है इस ब्राउजर की खासियत.
Comet असिस्टेंट
इस ब्राउजर की सबसे बड़ी खासियत इसका Comet असिस्टेंट है. यह Microsoft Edge के Copilot जैसा है. इसकी मदद से यूजर किसी भी वेबपेज पर सवाल पूछ सकते हैं, कंटेंट का सारांश निकाल सकते हैं और पेज को नेविगेट भी करवा सकते हैं. इतना ही नहीं, Comet यूजर की ब्राउजिंग हिस्ट्री, पढ़ी गई चीजें और चल रहे काम को ट्रैक करता है और उसके आधार पर रिलेटेड कंटेंट की सजेशन देता है.
मल्टी-टास्किंग और स्मार्ट फीचर्स
इसमें हर नया टैब खोलने पर उसमें अलग Comet Assistant होता है. यानी आप अलग-अलग सवाल एक साथ पूछ सकते हैं. यह ब्राउजर खुद ही inactive tabs को बंद कर देता है और पुराने सेशन में किए गए काम की रिमाइंडर भेजता है. साथ ही डिस्कवर फीचर यूजर को पर्सनलाइज्ड न्यूज और कंटेंट देता है. इसके अलावा Shopping, Travel, Space, Finance और Sports जैसे टूल्स भी मौजूद हैं.
क्या है फ्री और पेड वर्जन का फर्क?
हालांकि Perplexity Comet AI ब्राउजर के सभी फीचर्स फ्री वर्जन में नहीं मिलेंगे. इसमें Email Assistant (जो आपकी टोन में मेल का रिप्लाई ड्राफ्ट करता है) और बैकग्राउंड असिस्टेंट (जो सिस्टम पर बैकग्राउंड में काम करता है) सिर्फ सब्सक्राइबर्स को दिए जा रहे हैं.
क्यों है अलग?
Comet का मकसद है कि यूजर को सर्च इंजन पर बार-बार जाने की झंझट से बचाया जाए. यह उन लोगों के लिए ज्यादा कारगर साबित हो सकता है जो रोजाना लंबे समय तक इंटरनेट पर काम करते हैं. हालांकि, आम ब्राउजरों के आदी यूजर्स के लिए इसे अपनाने की रफ्तार थोड़ी धीमी रह सकती है.
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