बिक गई TikTok! 80% USA एसेट्स बेचने के लिए ByteDance तैयार, Oracle समेत ये 3 कंपनी होंगी मालिक
चीन की लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक की अमेरिकी इकाई को बचाने के लिए बड़ा समझौता हुआ है. पैरेंट कंपनी बाइटडांस ने ओरेकल, सिल्वर लेक और एमजीएक्स के साथ जॉइंट वेंचर डील साइन की है. इस डील से बाइटडांस की हिस्सेदारी मात्र 19.9 फीसदी रह जाएगी, जबकि 80 फीसदी से अधिक अमेरिकी और वैश्विक निवेशकों के पास होगी. यह कदम अमेरिकी प्रतिबंध से बचने के लिए उठाया गया है.
TikTok US Deal: चीन की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कंपनी टिकटॉक अपनी अमेरिकी इकाई को एक नई जॉइंट वेंचर में ट्रांसफर करने के लिए डील साइन कर चुकी है. इस डील के बाद बाइटडांस के पास लगभग 19.9 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी, जबकि शेष 80.1 फीसदी पर अमेरिकी और वैश्विक निवेशकों का मालिकाना हक होगा. टिकटॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस और टिकटॉक ने Oracle, Silver Lake और अबू धाबी की निवेश कंपनी MGX के साथ समझौते साइन किए हैं. यह डील एक नई अमेरिकी जॉइंट वेंचर बनाने की है, जो अमेरिकी सरकार के प्रतिबंध से बचने के उद्देश्य से की गई है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, टिकटॉक के सीईओ शौ जी च्यू ने एक आंतरिक मेमो में कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी.
डील की मुख्य शर्तें
बाइटडांस और टिकटॉक ने ओरेकल कॉर्प, सिल्वर लेक और एमजीएक्स के साथ समझौते साइन किए हैं. यह डील मौजूदा टिकटॉक यूएस डेटा सिक्योरिटी (यूएसडीएस) संगठन पर आधारित एक नई अमेरिकी जॉइंट वेंचर बनाने की है. क्लोजिंग की तारीख 22 जनवरी 2026 तय की गई है. क्लोजिंग के बाद यह जॉइंट वेंचर एक स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करेगी, जिसमें अमेरिकी डेटा सुरक्षा, एल्गोरिदम सिक्योरिटी, कंटेंट मॉडरेशन और सॉफ्टवेयर असुरेंस पर पूर्ण अधिकार होगा. वहीं, टिकटॉक ग्लोबल की अमेरिकी इकाइयां ग्लोबल प्रोडक्ट इंटरोपरेबिलिटी और कुछ कमर्शियल गतिविधियां जैसे ई-कॉमर्स, एडवरटाइजिंग तथा मार्केटिंग संभालेंगी.
यह भी पढ़ें: ओमान में भारतीयों को मिलेंगी ज्यादा नौकरियां, हर कंपनी में 20% से बढ़ाकर 50% तक की गई सीमा; पाक-बांग्लादेश को झटका
किसके पास कितनी हिस्सेदारी
निवेशकों का 50 फीसदी हिस्सा नया होगा, जिसमें ओरेकल, सिल्वर लेक और एमजीएक्स को प्रत्येक 15 फीसदी मिलेगा. बाइटडांस के कुछ मौजूदा निवेशकों के सहयोगी 30.1 फीसदी हिस्सा रखेंगे. बाइटडांस खुद 19.9 फीसदी हिस्सा बनाए रखेगा. इस प्रकार जॉइंट वेंचर में अमेरिकी और वैश्विक निवेशकों की हिस्सेदारी बहुमत में होगी.
डील की वजह
ध्यान देने वाली बात यह है कि अमेरिकी प्रशासन लंबे समय से टिकटॉक पर राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण प्रतिबंध की धमकी दे रहा था. इसके पीछे मुख्य वजह डेटा प्राइवेसी है. अमेरिकी अधिकारियों की आशंका है कि चीनी स्वामित्व वाली टिकटॉक के जरिए बीजिंग अमेरिकी नागरिकों का डेटा इकट्ठा कर सकता है या एल्गोरिदम के माध्यम से किसी विशेष नैरेटिव को बढ़ावा दे सकता है. डील के तहत बाइटडांस अपनी एआई रेकमेंडेशन टेक्नोलॉजी को नई अमेरिकी इकाई को लाइसेंस देगा, जिसे ओरेकल की मदद से नया सिस्टम ट्रेन किया जाएगा. यदि डील पूरी होती है, तो यह अमेरिका-चीन संबंधों में एक लंबे विवाद को सुलझाएगी.