Lisa Cook vs Trump: यूएस फेड गवर्नर ने ट्रंप पर किया केस, बोलीं-राष्ट्रपति को नहीं है उन्हें हटाने का अधिकार

US Fed गवर्नर लिसा कुक ने डोनाल्ड ट्रंप पर उन्हें अवैध रूप से पद से हटाने की कोशिश का आरोप लगाते हुए अदालत में घसीट लिया है. अमेरिकी कानून के जानकारों का मानना है यह मामला फेड की स्वतंत्रता और राष्ट्रपति की शक्तियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जा सकता है.

गवर्नर लिसा ने ट्रंप को अदालत में घसीटा Image Credit: money9live/CanvaAI

अमेरिकी फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक (Lisa Cook) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुक का आरोप है कि ट्रंप उन्हें गैरकानूनी रूप से पद से हटाना चाहते हैं, जबकि कानून के मुताबिक राष्ट्रपति केवल ठोस कारण (For Cause) पर ही फेड गवर्नर को हटा सकते हैं.

इससे पहले ट्रंप ने कुक पर 2021 में मॉर्गेज धोखाधड़ी (Mortgage Fraud) का आरोप लगाया है. हालांकि, उस समय वे फेड से जुड़ी नहीं थीं. कुक ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है. इसके साथ ही कहा है कि यह आरोप उन्हें पद से हटाने का कोई वैध आधार नहीं है. क्योंकि, यह मामला फेड से जुड़ने से पहले का है और पहले से ही सार्वजनिक है.

फेड की स्वतंत्रता पर खतरा

यह मामला अमेरिकी फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है. अब तक किसी भी राष्ट्रपति ने फेड के किसी गवर्नर को नहीं हटाया है, और न ही यह कानून कोर्ट में कभी चुनौती दी गई है. अगर ट्रंप सफल होते हैं, तो यह एक नजीर बन सकती है, जो वैश्विक आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर सकती है.

मुकदमे के पीछे की संवैधानिक बहस

ट्रंप की टीम का तर्क है कि राष्ट्रपति का कार्यपालिका पर पूरा नियंत्रण होना चाहिए, जिसमें फेड भी शामिल है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट पहले संकेत दे चुका है कि फेड उन एजेंसियों में से एक हो सकती है, जो राष्ट्रपति के सीधे नियंत्रण से बाहर हों.

पिछली नियुक्तियों पर भी हुआ हमला

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने इस तरह की कार्रवाई की है. उन्होंने इसी साल नेशनल लेबर रिलेशंस बोर्ड की पहली अश्वेत महिला सदस्य ग्विन विलकॉक्स को भी पद से हटा दिया था. इसके अलावा ट्रंप प्रशासन ने कई अन्य संस्थाओं के अधिकारियों को भी निशाना बनाया है.

राजनीतिक और आर्थिक असर

कुक को हटाने की घोषणा के बाद अमेरिकी डॉलर में गिरावट देखी गई, जो दिखाता है कि इस मामले का असर केवल कानूनी ही नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक स्तर पर भी महसूस किया जा सकता है. यदि कुक हटती हैं, तो ट्रंप को फेड बोर्ड में चौथा सदस्य नियुक्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे नीति निर्माण में उनका प्रभाव और बढ़ सकता है.