रूस में 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, जापान सहित कई देशों में सुनामी की चेतावनी, अमेरिका और न्यूजीलैंड में अलर्ट

रूस में 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया है, जिससे प्रशांत महासागर में सुनामी की चेतावनी जारी की गई. इसका असर जापान, हवाई, अलास्का और न्यूजीलैंड तक देखा गया. रूस के कुरील द्वीप और पेत्रोपावलोव्स्क शहर में नुकसान की खबरें हैं

रूस में 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया है.

Russia Earthquake: रूस के पूर्वी इलाके में बुधवार सुबह भूकंप के तेज झटकों से धरती हिल गई. यह भूकंप 8.8 तीव्रता का था और इसे हाल के वर्षों के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में गिना जा रहा है. भूकंप के बाद उत्तरी प्रशांत क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी जारी की गई, जिससे जापान, अलास्का, हवाई और न्यूजीलैंड तक अलर्ट जारी किया गया है. कई तटीय इलाकों में लोगों को ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया गया है.

रूस के तटीय इलाकों में दिखा असर

भूकंप का केंद्र कामचटका प्रायद्वीप के पास था, जो रूस का सुदूर पूर्वी इलाका है. पेत्रोपावलोव्स्क शहर के निवासी घबराकर घरों से बाहर निकल आए. कई घरों में अलमारियां गिर गईं, शीशे टूट गए और बिजली व मोबाइल नेटवर्क बाधित हो गया. कुरील द्वीप पर भी पहली सुनामी लहर टकराई, जहां लोगों को ऊंचाई पर पहुंचा दिया गया.

जापान और हवाई में भी सुनामी की लहरें

जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, होक्काइडो के नेमुरो तटीय इलाके में 30 सेंटीमीटर की पहली लहर पहुंची. हवाई में चेतावनी सायरन बजाए गए और लोगों को ऊंचे स्थानों की ओर जाने को कहा गया. प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने बताया कि 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें रूस, जापान, हवाई और चिली तक पहुंच सकती हैं.

अमेरिका और न्यूजीलैंड में अलर्ट

अलास्का और अमेरिका के वेस्ट कोस्ट जैसे कैलिफोर्निया, ओरेगन और वॉशिंगटन तक के तटीय इलाकों में भी चेतावनी जारी की गई है. न्यूजीलैंड सरकार ने समुद्री इलाकों और तटों से दूर रहने की अपील की है. वहां पर भी असामान्य धाराएं और लहरें महसूस की गई हैं.

इतिहास के सबसे बड़े भूकंपों में शामिल

यह भूकंप 2011 में जापान में आए 9.0 तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप के बाद सबसे शक्तिशाली में से एक माना जा रहा है. उस समय जापान में सुनामी और फुकुशिमा परमाणु दुर्घटना हुई थी. 1952 में भी कामचटका में 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था जिससे हवाई में 9.1 मीटर ऊंची लहरें उठी थीं लेकिन कोई मौत नहीं हुई थी.

ये भी पढ़ें- ट्रंप ने फिर छेड़ा ‘टैरिफ राग’ कहा, 15-20 फीसदी की दर से सीमा शुल्क लगाने पर विचार कर रहा अमेरिका

इस महीने पहले भी आए थे भूकंप

जुलाई की शुरुआत में भी कामचटका के पास समुद्र में 7.4 तीव्रता के साथ कई भूकंप आए थे. उस समय भी लोगों में दहशत देखी गई थी लेकिन इस बार का भूकंप कहीं ज्यादा शक्तिशाली है और इसका असर कई देशों तक दिखाई दे रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं.