चीन के लिए ट्रंप का बदला मिजाज! भारी टैरिफ हटाने के लिए हुए राजी, व्यापार रिश्तों में फिर से आ रही गर्मजोशी
अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चला आ रहा टैरिफ युद्ध अब नए मोड़ पर आ गया है. एक इंटरव्यू में डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ ऐसा कहा है जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत में हलचल मच गई है. क्या दोनों महाशक्तियां फिर से व्यापारिक समीकरण बदलने जा रही हैं?

दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार मामला नर्म है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह भविष्य में चीन पर लगाए गए भारी आयात शुल्क यानी टैरिफ को कम कर सकते हैं. ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापार लगभग ठप हो चुका है और वैश्विक बाजारों में बेचैनी बढ़ती जा रही है.
ट्रंप ने क्या कहा?
रविवार यानी 4 मई को NBC’s न्यूज चैनल के ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा, “किसी भी कारोबार की गुंजाइश तब तक नहीं बन सकती, जब तक टैरिफ इतने ज्यादा रहेंगे. और चीन व्यापार करना चाहता है और चीन बहुत मन से ये करना चाहता है.” गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन ने कुछ चीनी आयातों पर 145 फीसदी तक शुल्क लगाया है जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर 125 फीसदी तक टैरिफ लगा दिया है. इससे न केवल वैश्विक निवेशकों की चिंता बढ़ी है, बल्कि अमेरिका में कपड़े और खिलौनों जैसे सस्ते उपभोक्ता उत्पाद भी महंगे हो सकते हैं.
चीन की अर्थव्यवस्था पर भी असर
कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने चीन की अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि वहां फैक्ट्री गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और उत्पादन में भारी गिरावट आई है. चीन के आधिकारिक मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के अनुसार, अप्रैल के बाद से निर्यात ऑर्डर में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है.
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ट्रंप के बयान चीन के तरफ से दिए सकारात्मक संकेत के बाद मिले हैं. बीजिंग ने पहली बार सार्वजनिक रूप से माना है कि वह अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता की संभावना पर विचार कर रहा है. चीनी मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि वे “वर्तमान स्थितियों का आकलन कर रहे हैं.” इस खबर के सामने आते ही अमेरिकी शेयर बाजार में हल्की तेजी भी देखी गई.
ट्रंप की ओर से “फेयर डील” की शर्त के साथ दिए गए इस नरम रुख को वैश्विक व्यापार संबंधों में संभावित सुधार की ओर एक संकेत माना जा रहा है.
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